पटना : बिहार में जाति आधारित जनगणना को नीतीश कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है।इसको लेकर सरकार के मुख्य सचिव अमीर सुबहानी ने जानकारी दी है। मालूम हो कि, इससे पहले बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वदलीय बैठक के बाद में कहा था कि राज्य में जाति आधारित जनगणना की जाएगी। उन्होंने कहा कि सब लोगों का चाहे वे किसी भी जाति या धर्म के हों, इसके तहत पूरा का पूरा आकलन किया जाएगा और इसके लिए बड़े पैमाने पर और तेजी से काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार की ओर से जो भी संभव हो मदद दी जाएगी, जनगणना कार्य में लगाए जाने वाले लोगों का प्रशिक्षण किया जाएगा। सर्वदलीय बैठक में लिये गए निर्णयनुसार बिहार राज्य में राज्य के अपने संसाधनों से जातीय जनगणना कराने से राज्य की विभिन्न जातियों की स्थिति का ठीक-ठीक आँकड़ा उपलब्ध हो सकेगा, जिससे विभिन्न जातियों की समुचित विकास हेतु योजनाएँ तैयार कर क्रियान्वयन में सुविधा होगी। इससे पहले नीतीश कुमार ने कहा था कि जाति आधारित गणना के काम के लिए पैसे की जरूरत पड़ेगी तो उसका भी प्रबंध करना पड़ेगा। इसके बारे में विज्ञापन भी प्रकाशित किया जाएगा, ताकि एक-एक चीज को लोग जान सकें। बिहार विधानसभा में नौ दल हैं जिनकी सर्वसम्मति से ये फैसला लिया गया।
शुक्रवार, 3 जून 2022
बिहार : सभी धर्मों की जातियां व उपजातियां गिनेगी सरकार
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