पटना 16 जून , भाकपा-माले महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि सेना में मोदी शासन की अग्निपथ योजना युवाओं के साथ क्रूर मज़ाक तो है ही, यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के भी पूरी तरह खिलाफ और सेना की पूरी सरंचना को तहस-नहस करने वाली योजना है. सशस्त्र बलों में अनुबंध प्रणाली की शुरुआत करने वाली इस योजना के तहत जिस उम्र में युवा लम्बी नौकरी की उम्मीद करते हैं, उसमें वे रिटायर्ड कर दिए जाएंगे. यह योजना साढ़े सत्रह से साढ़े इक्कीस यानी महज 4 साल के लिए रोजगार की बात करती है. इसके ख़िलाफ़ आज पूरे देश में युवाओं का तीखा आंदोलन शुरू हो चुका है. सेना के रिटायर्ड अधिकारी भी इसकी खुलकर मुख़ालफ़त कर रहे हैं. जॉब के नाम जुमला और बहाली की उम्र में रिटायरमेंट देने वाली मोदी सरकार के खिलाफ बेरोजगार युवाओं के आक्रोश का यह विस्फोट स्वभाविक है. हमारा उनसे आग्रह है कि आंदोलन को और व्यापक बनाते हुए मोदी सरकार को कदम पीछे खींचने के लिए विवश कर दें. यह भी कहा कि मोदी सरकार ने ''अच्छे दिन'' में हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था. इस तरह से 2024 तक बीस करोड़ नौकरियां युवाओं को मिल जानी चाहिए थीं, लेकिन अब यह सरकार 2024 के चुनावों से पहले महज दस लाख रिक्तियों को भरने की बात कर रही है. पूरा देश मोदी सरकार की इस जुमलेबाजी-धोखेबाजी को देख-समझ रही है और उसके ख़िलाफ़ निर्णायक लड़ाई का मोर्चा तैयार हो चुका है.
गुरुवार, 16 जून 2022
बिहार : जॉब के नाम पर जुमला और बहाली की उम्र में रिटायरमेंट : दीपंकर
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