नई दिल्ली, केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने आज अपनी यात्रा के दौरान पन्ना में हीरा खनन परियोजना की स्थिति की समीक्षा की और भारत के माननीय उच्चतम न्यायालय से अनुमोदन तथा अन्य प्रासंगिक स्वीकृति प्राप्त होने के बाद त्वरित रूप से रैंप अप और सामान्य संचालन की बहाली के उद्देश्य से कार्य संपादन के लिए तैयार होने की सलाह दी। इस्पात मंत्री ने यहां पर पूरा दिन बिताया और अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यावरण एवं विकास को साथ-साथ चलना चाहिए और इस तालमेल को बनाए रखने के लिए एनएमडीसी लिमिटेड द्वारा किए गए प्रयास अत्यधिक प्रशंसनीय हैं। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच देश में 8.7% की उच्चतम सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर एनएमडीसी लिमिटेड जैसे संगठनों के योगदान के कारण ही संभव थी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री के साथ एनएमडीसी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री सुमित देब और इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। कंपनी के एक्सप्लॉरेशन कैंप और हीरा खदानों में मंत्री का स्वागत करते हुए अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री देब ने परियोजना की शुरुआत से लेकर अब तक की पृष्ठभूमि, अयस्क के प्रकार, इसकी प्रसंस्करण प्रक्रिया, उत्पादित हीरे के प्रकार और मझगवां में संभावित हीरे के भंडार जैसे विवरण साझा किए। इससे पहले कल श्री रामचन्द्र प्रसाद सिंह ने एनएमडीसी पन्ना डायमंड सेंटर में जांच एवं अन्वेषण सुविधाओं का निरीक्षण किया। यह देश का एकमात्र हीरा अन्वेषण केंद्र है। इसके अलावा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस्पात मंत्री ने केंद्र में पौधरोपण भी किया और एनएमडीसी के कर्मचारियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।
सोमवार, 6 जून 2022
इस्पात मंत्री ने हीरा खदानों और पन्ना एक्सप्लॉरेशन कैंप का दौरा किया
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें