कोलकाता 24 जुलाई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के मंत्री और शिक्षक भर्ती घोटाला के आरोपी पार्थ चटर्जी की करीबी महिला सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को शनिवार को गिरफ्तार कर रविवार को अदालत में पेश किया। अदालत से अर्पिता मुखर्जी की रिमांड की मांग की। अदालत ने अर्पिता मुखर्जी को एक दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया। अर्पिता को सोमवार को विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। दरअसल ईडी ने पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) की भर्ती में अनियमितता घोटाला पर एजेंसी की चल रही जांच के सिलसिले में अर्पिता मुखर्जी के घर से भारी मात्रा में नकदी, सोना और अन्य कीमती सामान बरामद किया है। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों की ओर से अर्पिता की पृष्ठभूमि की जांच से पता चला है कि पश्चिम बंगाल के वाणिज्य और उद्योग मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी की विश्वासपात्र हैं और करीबी सहयोगी के रूप में काम कर रही हैं। एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक अपनी वर्तमान स्थिति तक पहुंचने के लिए एक ओडिया अभिनेत्री के तौर पर शुरूआत करने वाली अर्पिता हमेशा शॉर्टकट तरीके अपनाती हैं। ईडी ने इस सिलसिले में पार्थ चटर्जी को भी शनिवार को गिरफ्तार किया है। ईडी के सूत्रों ने कहा कि ज्यादा महत्वाकांक्षा के चलते अर्पिता ने अपनी विधवा मां मिनोती मुखर्जी को कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में बेलघरिया में अपने पैतृक फ्लैट में ही छोड़ दिया। इस बीच, ईडी के सूत्रों ने बताया कि अर्पिता मुखर्जी के स्वर्गीय पिता केंद्र सरकार के कर्मचारी थे, जिनका निधन उनकी सेवानिवृति से पहले हो गया था। उस समय अर्पिता को अनुकंपा के आधार पर नौकरी की पेशकश भी की गई थी। लेकिन उसने इनकार कर दिया और दावा किया कि वह मॉडलिंग और अभिनय में अपना करियर बनाना चाहती है। यह पता चला है कि ओडिया फिल्मों में मॉडलिंग और अभिनय के अपने शुरुआती सालों के दौरान वह अपनी मां के संपर्क में थी। लगभग छह साल पहले पार्थ चटर्जी के साथ एक रियल एस्टेट प्रमोटर की ओर से संपर्क में आने के बाद से अर्पिता की जिंदगी बदल गई। इसके तुरंत बाद उन्हें पार्थ चटर्जी के साथ कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में देखा गया और यहां तक कि एक दुर्गा पूजा उद्घाटन कार्यक्रम में भी देखा गया, जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद थीं। इसके तुरंत बाद अर्पिता अपने डायमंड पार्क कॉम्प्लेक्स के पॉश आवास में रहने लगी। ईडी ने शुक्रवार को कहा कि उसने कथित शिक्षक भर्ती घोटाले में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की एक करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के परिसरों पर छापेमारी में 20 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। ईडी ने एक बयान में कहा कि इस धन के एसएससी घोटाले से जुड़े होने का संदेह है। नोट गिनने वाली मशीन के माध्यम से नकदी की गिनती के लिए जांच टीम बैंक अधिकारियों की मदद ले रही है। ईडी के अधिकारियों की एक टीम ने कथित शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के दो मंत्रियों-पार्थ चटर्जी और परेश अधिकारी के अलावा उनके सहयोगियों के घरों पर छापेमारी की। ईडी ने कहा कि अर्पिता मुखर्जी के परिसर से 20 से अधिक मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं, जिसके उद्देश्य और उपयोग का पता लगाया जा रहा है। बयान में कहा गया कि ईडी ने चटर्जी के अलावा शिक्षा राज्य मंत्री परेश सी अधिकारी, विधायक माणिक भट्टाचार्य और अन्य के परिसरों पर छापा मारा। इस बीच रविवार सुबह ईडी के अधिकारी केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवानों के साथ, अर्पिता को मेडिकल चेक-अप के लिए कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके जोका में केंद्र सरकार की ओर से संचालित ईएसआई अस्पताल ले गए। वहां उसने मीडियाकर्मियों से बात की और कहा कि वह निर्दोष है। लेकिन मुझे कानून पर भरोसा है।
रविवार, 24 जुलाई 2022
चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी एक दिन की ईडी हिरासत में
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