- निर्धारित लक्ष्य को पाने की दिशा में पूरी गंभीरता के साथ दायित्व का निर्वहन करें-- जिलाधिकारी।
- जिले में दस्त के कारण होने वाले शिशु मृत्यु दर का शून्य स्तर को प्राप्त करना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य।
मधुबनी, जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले में 15 से 30 जुलाई 2022 तक चलाए जाने वाले सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा की सफलता को लेकर जिला स्तरीय स्टीयरिंग कमिटी की बैठक का आयोजन किया गया।गौरतलब है कि इस पखवाड़े के दौरान जिले के सभी पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को जो दस्त रोग से ग्रसित होंगे, उन्हें समय से जिंक और ओ आर एस जैसी दवाई उपलब्ध कराना ,साथ कि बच्चों के माता पिता को संक्रमण फैलने के कारकों के प्रति जागरूक करना मुख्य उद्देश्य है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि निर्धारित लक्ष्य को पाने की दिशा में पूरी गंभीरता के साथ दायित्व का निर्वहन करे। उन्होंने कहा की जिले में दस्त के कारण होने वाले शिशु मृत्यु दर का शून्य स्तर को प्राप्त करना इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य होनी चाहिये। उन्होंने बताया कि डायरिया से होने वाले मृत्यु का मुख्य कारण निर्जलीकरण के साथ इलेक्ट्रोलाइट की कमी होना है।ओआरएस एवम जिंक के उचिय समय पर प्रयोग के द्वारा डायरिया से होने वाले मृत्यु को टाला जा सकता है जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि एक्शन प्लान तैयार कर उक्त पखवाड़ा के सफल संचालन के लिए सारी तैयारियां समय से पूर्व हर हाल पूर्ण कर लें ।उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक विद्यालयों के माध्यम से बच्चों में हाथ धोने के प्रति जागरूकता फैलाई जाए। इसके लिए विद्यालयों के चेतना सत्र के दौरान डायरिया के लक्षण और इससे बचने के उपाय पर नित्य चर्चा हो और हाथ धोने की प्रैक्टिस करवाई जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि मध्याह्न भोजन से पूर्व सभी बच्चों की ठीक प्रकार हाथ धुलाई होनी चाहिये।उन्होंने जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य उप केंद्रों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से लोगों में शुद्ध पेय जल एवं भोजन की उपयोगिता संबंधी जागरूकता हेतु कार्यक्रमों के आयोजन पर भी बल दिया। उन्होंने दस्त से ग्रसित अति गंभीर कुपोषित बच्चों को समय से उपयुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के भी निर्देश दिए हैं। पूरे पखवाड़े के दौरान अभियान की सफलता हेतु सघन आबादी वाले शहरी क्षेत्र में वॉलंट्री वर्कर से भी कार्य लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इस विषय में जन जागरूकता के कार्यक्रमों जैसे प्रचार प्रसार सामग्री वितरण, पोस्टर एवं बैनर को लगाने और माइकिंग करवाने का भी निर्देश दिया ताकि, अधिक से अधिक लोगों तक इस पखवाड़े की जानकारी हो सके। उन्होंने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के साथ साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इस अभियान को सफल बनाने के लिए अपने अपने पोषक क्षेत्र में जागरूकता कार्यक्रम करने के निर्देश दिए । उक्त बैठक में उप विकास आयुक्त विशाल राज, सिविल सर्जन, डॉ सुनील कुमार झा, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, आर के सिंह, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. विश्वकर्मा, जिला स्वास्थ्य प्रबंधक दयाशंकर निधि, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, आईसीडीएस शोभा सिन्हा सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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