उद्धव ठाकरे ने राजग प्रत्याशी मुर्मू के समर्थन की घोषणा की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 12 जुलाई 2022

उद्धव ठाकरे ने राजग प्रत्याशी मुर्मू के समर्थन की घोषणा की

uddhav-thackeray-announces-support-of-nda-candidate-murmu
मुंबई, 12 जुलाई, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक फैसले में राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की मंगलवार को घोषणा की। श्री ठाकरे ने यहां शिवसेना भवन में एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में यह एलान किया कि यह उनका स्वयं का फैसला है। पूर्व मुख्यमंत्री ने इसके लिए उन पर पार्टी के सांसदों के दबाव संबंधी खबरों का खंडन करते हुए कहा, “ मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि सोमवार को सांसदों की बैठक में कोई दबाव नहीं बनाया गया, यह मेरा फैसला है। आदिवासी क्षेत्र के शिव सैनिकों ने हमसे आग्रह किया था कि यदि मैं राष्ट्रपति बनाने के लिए किसी आदिवासी का समर्थन करुंगा तो उन्हें खुशी होगी। उनकी भावना का आदर करते हुए हमारी पार्टी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने का एलान करती है।” उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का जिक्र करते हुए कहा,“ प्रतिभा पाटिल को राष्ट्रपति पद के लिए जब उम्मीदवार बनाया गया था तो शिवसेना ने उनका समर्थन किया था। ” इससे पहले कल श्री ठाकरे ने पार्टी के सांसदों के साथ अपने निवास मातोश्री पर बैठक की थी जिसमें 19 सांसद शामिल हुए थे। बैठक के बाद मीडिया में रिपोर्ट आयीं थी कि कम से कम 12 सांसदों ने पार्टी नेतृत्व में राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की जोरदार सिफारिश की थी। इन रिपोर्टों में यह भी कहा गया था कि शिवसेना के कुछ सांसदों ने श्री ठाकरे को यह समझाने का प्रयास किया था कि इस तरह के फैसले से भारतीय जनता पार्टी के साथ पुन: संवाद की संभावना बन सकती है।

कोई टिप्पणी नहीं: