- पांच साल पहले 'लाइव आर्यावर्त ' ने द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद की सशक्त उम्मीदवार की संभावना जताई थी
विजय सिंह , लाइव आर्यावर्त , देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर प्रथम जनजातीय और दूसरी महिला राष्ट्रपति के रूप में शानदार निर्वाचन के बाद औपचारिक शपथ ग्रहण के पश्चात् श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय गणतंत्र की अभिभावक का पदभार संभाल लिया है। अति साधारण परिवेश में जन्मी ,पली बढ़ी और विपरीत परिस्तिथियों में भी विचलित नहीं होकर दृढ़ता ,संकल्पशक्ति ,विद्या और आध्यात्मिकता को जीवन में आत्मसात करते हुए झारखंड के राज्यपाल पद से मुक्त होने के बाद भी उन्होंने किसी पद की भव्यता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। नई राष्ट्रपति की सात्विकता और संयमशीलता उनके शपथ ग्रहण के तुरंत बाद के संबोधन में भी स्पष्ट दिखाई पड़ा। आज से पांच साल ( 2017 में ) पहले तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल समापन के ठीक पहले जब देश के नए राष्ट्रपति के संभावित उम्मीदवारों के नामों की चर्चा शुरू हुई थी तब भी ' लाइव आर्यावर्त ' (10 जून 2017 को प्रकाशित अंक में ) ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद की सशक्त उम्मीदवार के रूप में संभावना जताई थी। बाद में रामनाथ कोविंद के नाम पर सहमति बनी और श्री कोविंद जुलाई 2017 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल समापन के बाद देश के 14वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए और पूरे पांच साल 24 जुलाई 2022 तक पद पर बने रहे। जन साधारण की प्रतिनिधि के रूप में भारतीय गणतंत्र के सर्वोच्च पद पर सुशोभित श्रीमती द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनसाधारण विशेषकरआज़ादी के 75 वर्षों के बाद भी अंतिम पंक्ति में खड़े समाज और व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा श्रोत बनेगीं ,यही कामना है।
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विशेष : राष्ट्रपति पद की सशक्त उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू
https://www.liveaaryaavart.com/2017/06/draupdi-murmu-presidential-candidate.html
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