- *जीवन में सफल होने के के लिए छात्रों के पास डिग्री के साथ-साथ कार्य कुशलता का होना अति महत्वपूर्ण है - प्रधानाचार्य
मधुबनी, सी एम जे कॉलेज, मधुबनी में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की स्थापना के स्वर्ण जयंती समारोह- 2022 के उपलक्ष्य में आज पेंटिंग, निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद मेंहदी तथा रंगोली से चार दिवसीय समारोह का शुभारंभ हुआ, जिसमें प्रधानाचार्य डॉ मो. रहमतुल्लाह, कॉलेज के बर्सर सह IQAC समन्वयक डॉ शैलेन्द्र मोहन मिश्रा, NSS कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ धनवीर प्रसाद, पेंटिंग प्रतियोगिता समन्वयक डॉ अमर कुमार, निबंध प्रतियोगिता समन्वयक शत्रुघ्न कुमार, वाद-विवाद प्रतियोगिता समन्वयक डॉ रमन कुमार राजेश, मेंहदी एवं रंगोली प्रतियोगिता का समन्वयक डॉ मीरा कुमारी एवं अन्य सभी कार्यक्रम में सहयोगी सदस्य शिक्षकों में डॉ बिनोद कुमार मंडल, डॉ धनवीर प्रसाद, डॉ अब्दुल मन्नान, डॉ कृष्णदेव कुमार भारती,डॉ सुधांशु कुमार, डॉ सुशील कुमार सुमन, डॉ राकेश रंजन, डॉ चितरंजन, डॉ मो. हनीफ आलम तथा कॉलेज के सभी कर्मचारी, प्रीति झा, प्रीति कुमारी, कुमारी प्रीति, कुमारी वर्षा, नीतू कुमारी, आरती कुमारी अजित कुमार, वीरेंद्र कुमार सहित 100 से अधिक प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। अपने उद्घाटन संबोधन में प्रधानाचार्य ने कहा कि यदि छात्रों में सीखने की प्रवृत्ति हो तो वे जीवन में हमेशा सफलता प्राप्त करते रहेंगे। उन्हें पढ़ाई के साथ ही अन्य गतिविधियों में भी सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए, ताकि उनके व्यक्तित्व का निरंतर विकास हो सके और आत्मविश्वास के साथ ही उन्हें पहचान भी मिल सके। बर्सर महोदय ने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए छात्रों के पास केवल डिग्री ही नहीं, बल्कि कार्य कुशलता भी आवश्यक है। जो व्यक्ति कुशल हैं, वे बेरोजगार नहीं हो सकते। कार्यकुशलता सिर्फ पुस्तकीय ज्ञान से ही नहीं, बल्कि लगातार अन्य गतिविधियों में भाग लेने से प्राप्त होती है। महाविद्यालय में विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताएं, खेलकूद, पेंटिंग, निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद, मेंहदी तथा व अन्य सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम इन्हीं उद्देश्यों से समय समय पर आयोजित की जाती हैं। आयोजन समिति के संयोजक डॉ धनवीर प्रसाद ने कहा कि पढ़ना, लिखना, सुनना तथा बोलना सभी पढ़ाई के महत्वपूर्ण अंग हैं। प्रतियोगिता के साथ ही अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने से छात्रों के व्यक्तित्व का विकास भी होता है और उनका भावी जीवन भी सफल हो जाता है। वाद-विवाद प्रतियोगिता समन्वयक डॉ रमन कुमार राजेश ने आगत अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उनका हौसला अफजाई किया और कहा कि प्रतियोगिता में कोई हारता नहीं है, बल्कि कोई जीतता है तो कोई सीखता है। उन्होनें आर्ट्स और आर्ट के शब्दों के बीच के अंतर को भी लोगों को अच्छी ढंग से समझाया। इस अवसर पर आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता समन्वयक डॉ अमर कुमार ने बताया कि पेंटिंग प्रतियोगिता में कलाकारों द्वारा पेंटिंग के माध्यम से कलात्मक भाव जागृत किया जाता है और अंत मे आज के कार्यक्रम का समापन डॉ अब्दुल मन्नान द्वारा करते हुए बताया कि सभी प्रतिभागियों के रिजल्ट की घोषणा 31 जुलाई को समापन समारोह के दिन तथा मेडल, प्रमाण पत्र आदि वितरण का कार्यक्रम 15 अगस्त को किया जाएगा।
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