नयी दिल्ली 31 जुलाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में निर्मित खिलौनों को प्राथमिकता देने का आह्वान करते हुए रविवार को कहा कि परंपरागत भारतीय खिलौनों का निर्यात बढ़ रहा है। श्री मोदी ने आज आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 91 वें संस्करण में कहा कि भारत के पास खिलौना निर्यात में शक्तिपुंज बनने की पूरी क्षमता है। भारत के स्थानीय खिलौने - परंपरा और प्रकृति, दोनों के अनुरूप और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। उन्होंने कहा कि युवा उद्यमियों और स्टार्टअप्स की बदौलत भारतीय खिलौनों की गूंज दुनियाभर में हो रही है। उन्होंने कहा कि भारत में विदेश से आने वाले खिलौनों की संख्या, लगातार कम हो रही है। पहले जहां तीन हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के खिलौने बाहर से आते थे, वहीं अब इनका आयात 70 प्रतिशत तक घट गया है। इसी दौरान, भारत ने, 2600 करोड़ रुपए से अधिक के खिलौनों को विदेशों में निर्यात किया है, जबकि पहले, 300-400 करोड़ रुपए के खिलौने ही भारत से बाहर जाते थे । श्री मोदी ने कहा, " ये सब, कोरोना काल में हुआ है। भारत के खिलौना क्षेत्र ने खुद को परिवर्तित करके दिखा दिया है। भारतीय उद्योग अब, भारतीय संस्कृति, इतिहास और पौराणिक कथाओं पर आधारित खिलौने बना रहे हैं। देश में जगह-जगह खिलौनों के जो संकुल हैं, खिलौने बनाने वाले जो छोटे-छोटे उद्यमी हैं, उन्हें, इसका बहुत लाभ हो रहा है। इन छोटे उद्यमियों के बनाए खिलौने दुनियाभर में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत के खिलौना निर्माता, विश्व के प्रमुख विश्व एक खिलौना ब्रांड के साथ मिलकर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय खिलौनों को बढ़ावा देने के लिए देश की कई कंपनियों का उल्लेख किया। श्री मोदी ने कहा, "आइये, हम सब मिलकर, भारतीय खिलौनों को, दुनियाभर में, और अधिक लोकप्रिय बनायें। इसके साथ ही, मैं, अभिभावकों से भी आग्रह करना चाहूँगा कि वे अधिक से अधिक भारतीय खिलौने, पजल और गेम खरीदें।"
रविवार, 31 जुलाई 2022
बढ़ रहा है भारतीय खिलौनों का निर्यात : मोदी
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