पटना 23 जुलाई, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आज पूरे विश्व में औषधि के उत्पादन में भारत का तीसरा स्थान है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था का दो प्रतिशत है और औद्योगिक आय का आठ प्रतिशत है। श्री पांडेय ने शनिवार हाजीपुर (वैशाली) स्थित राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (नाइपर) के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में भारत विश्व की 20 से 24 प्रतिशत जेनरिक दवाओं का उत्पादन करता है। उन्होंने कहा कि भारत के औषधि उद्योग ने पिछले दो-तीन वर्षों में लगभग 12 फीसदी की बढोत्तरी की है। मंत्री ने कहा, "फार्मास्यूटिकल सेक्टर में हर दिन नई-नई तकनीक, नई-नई दवाइयां आ रही हैं। नए प्रयोग हो रहे है और नई-नई बीमारियां आ रही हैं। आज पूरी दुनिया में जिस प्रकार की प्रतिस्पर्धा है उसके आप प्रतिस्पर्धी बन गए। आप डिग्री हासिल कर लिए हैं। अब यहां से आपके रीयल चैलेंजेज बढते जा रहे हैं। इस चैलेंजेज में आपको स्थापित करने के लिए हर दिन बेहतर करना होगा और मानव जीवन को बचाने के लिए बेहतर दवाई दुनिया के सामने लानी होगी। इसके लिए आपको प्रयोगशाला में जाकर रोज-रोज परीक्षा देनी होगी। वहां आगे आकर आपको परिणाम देना होगा। इसके लिए आज आप लोगों ने जो दीक्षांत समारोह में संकल्प लिया है, उसे याद रखेंगे तो शायद बेहतर परिणाम देने वाले व्यक्ति के रूप में आप जीवन में सफल होंगे।" श्री पांडेय ने कहा कि देश का मान-सम्मान बढाने में नाइपर, हाजीपुर की भूमिका काफी अहम रही है। यहां के बच्चों ने आगे बढ़कर देश का मान बढ़ाया है। इस संस्थान को और आगे बढ़ाने में जो भी राज्य सरकार की भूमिका का होगी, उसका निर्वहन करने को विभाग तैयार है। बिहार में जो फार्मेसी इंस्टीच्यूट चल रहे हैं, नाइपर से आग्रह होगा कि अपने फैकल्टी से इन संस्थानों में जाकर छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करायें ताकि वे लोग भी फार्मेसी के क्षेत्र में बेहतर शिक्षा हासिल कर सकें। कार्यक्रम में विधायक अवधेश सिंह, केंद्रीय रसायन एवं उवर्रक मंत्रालय की सचिव एस. अपर्णा, स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव कौशल किशोर, नाइपर, हाजीपुर के निदेशक वी. रविचंद्रन, नाइपर, गुवाहाटी के निदेशक यू. एस. एन. मूर्ति एवं रजिस्ट्रार समीर ढींगरा समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
शनिवार, 23 जुलाई 2022
बिहार : औषधि उत्पादन में भारत का विश्व में है तीसरा स्थान : मंगल पांडेय
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