नयी दिल्ली, 12 जुलाई, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देश में केवल मुसलमानों और ईसाइयों को अल्पसंख्यक बताये जाने की कड़ी निन्दा करते हुए आज कहा कि कानून में छद्म सेकुलरों को याद नहीं है कि सिखों, जैनियों, बौद्धों और पारसियों को भी अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा दिया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री किरन रिजीजू ने अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय का प्रभार श्रीमती स्मृति ईरानी को दिए जाने पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद जवाहर सरकार की आलोचना की निंदा करते हुए कहा कि अल्पसंख्यक केवल मुस्लिम और ईसाई नहीं होते हैं। उन्हें आशा है कि श्री सरकार छद्म सेकुलरवाद और तुष्टीकरण की राजनीति के चंगुल से मुक्त होंगे। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम 1992 की धारा 2 सी के अंतर्गत मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी समुदायों को अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में अधिसूचित किया गया है। श्री सरकार ने अपने ट्वीट में कहा था कि श्री मुख्तार अब्बास नकवी के इस्तीफे के बाद एक कट्टर हिन्दू एवं एक पारसी से विवाहित श्रीमती ईरानी को मुस्लिम और ईसाई समुदाय का प्रभार सौंपा गया है।
बुधवार, 13 जुलाई 2022
अल्पसंख्यक केवल मुस्लिम और ईसाई नहीं होते : रिजीजू
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें