निकाली गई कलश यात्रा, आज से शुभारंभ किया जाएगा शिव महापुराण का
सीहोर। हिंदू उत्सव समिति सीहोर के तत्वावधान में सोमवार से सात दिवसीय श्री शिव महापुराण की अमृत ज्ञान गंगा पंडित शैलेश तिवारी के श्री मुख से 25 से 31 जुलाई पावर हाउस चौराहा स्थित रुकमणी गोविंद गार्डन के सभागार में प्रतिदिन दोपहर दो से पांच बजे तक प्रवाहित होगी। इसकी तैयारियां करीब एक माह से समिति द्वारा की जा रही है। रविवार की शाम चार बजे से कलश यात्रा निकाली गई थी। हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष आशीष गुप्ता ने बताया कि शिव महापुराण प्रतिदिन दोपहर दो बजे से पांच बजे तक प्रवाहित होगी शिव महापुराण कथा का शुभारंभ रविवार को पूजा-अर्चना के साथ अमृत कलश यात्रा से हुआ। कलश यात्रा का विभिन्न सामाजिक संगठनों और अन्य ने शहर के विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। शिव पुराण पर पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना कर आशीर्वाद ग्रहण कि या गया। महिलाएं गरबा नृत्य करती चल रही थी। लाल, पीली परिधानों में अमृत मंगल जल कलश शिरोधार्य किए चल रही थी शिव पुराण कलश यात्रा में बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे। जानकारी के अनुसार सोमवार को सुबह दस बजे से 12 बजे तक प्रतिदिन पार्थिव शिवलिंग का निर्माण और दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक शिव महापुराण का आयोजन किया जाएगा। समिति ने सभी श्रद्धालुओं ने धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर धर्म का लाभ लेने की अपील की है।
धरती पुत्र पंडित प्रदीप मिश्रा के आह्वान पर एक बार फिर बनेगा रिकार्ड, विश्वभर में घर-घर होगा पार्थिव शिवलिंग का निर्माण
- आगामी 26 जुलाई सावन मास की शिवरात्रि पर विश्वभर में हर-हर महादेव, घर-घर महादेव
- सावन मास की शिवरात्रि पर करोड़ों घरों में किया जाएगा पार्थिव शिवलिंग का निर्माण
सीहोर। सावन मास में आगामी 26 जुलाई का आने वाली शिवरात्रि पर विश्व भर के सभी श्रद्धालुओं के द्वारा पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजन अर्चन का आयोजन किया जाएगा। दरअसल भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा लगातार दूसरे साल भी सावन मास में जारी सात दिवसीय सावन शिव महापुराण के माध्यम से यह संदेश दिया गया था कि सावन के पवित्र मास में मंगलवार को मासिक शिवरात्रि पावन अवसर होने से रात्रि सात बजे से अत्यंत शुभ मुहूर्त में घरों में पार्थिव शिवलिंग बनाकर उनका रुद्राभिषेक करने से अनेकों फायदे होते हैं घर में सुख शांति वैभव बना रहता है। इस साल सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व है और माता पार्वती और मां गंगा दोनों ही भगवान शिव के चरण छू रही है। उन्होंने बताया कि सामूहिक रूप से किसी आराध्य की पूजा का तत्काल फल मिलता है। गत वर्ष कोविड के बाद भी आस्था के साथ भव्य आयोजन किया गया था, देश ही नहीं विश्व में भी श्रद्धालुओं के द्वारा करोड़ों पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण कर पूजन किया गया था, इस साल उससे दूगना उत्साह दिखाई दे रहा है। जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी शिव महापुराण के द्वारा भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि शिव आराधकों के लिए महाशिवरात्रि का बड़ा महत्व है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि की मध्य रात्रि को ही भगवान शिवलिंग रूप में प्रकट हुए थे। माना जाता है कि इसी समय ब्रह्मा और विष्णु के द्वारा पहली बार शिवलिंग का पूजन किया गया था। परंतु एक वर्ष में एक महाशिवरात्रि और 11 शिवरात्रियां पड़ती हैं, जिन्हें मासिक शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। मासिक शिवरात्रि हर माह में एक बार आती है। इस तरह से 12 शिवरात्रि होती हैं। हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी पर शिवरात्रि मनाई जाती है, जिसे मासिक शिवरात्रि कहा जाता है। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं और शास्त्रों के अनुसार देवी लक्ष्मी, सरस्वती, इंद्राणी, गायत्री, सावित्री, पार्वती और रति ने शिवरात्रि का व्रत किया था और शिव कृपा से अनंत फल प्राप्त किए थे। विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि विगत वर्ष भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा के एक आह्वान पर हर-हर महादेव, घर-घर महादेव की तर्ज पर देश ही नहीं विदेशों में बसे श्रद्धालुओं ने पूर्ण विधि-विधान से पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण कर पूर्ण रूप से जलाभिषेक किया गया था। इस वर्ष भी पूरे उत्साह के साथ उक्त आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन 26 जुलाई मंगलवार को चैनल पर लाइव, यू ट्यूब पर, फेसबुक पर लाइव रात्रि सात बजे से आठ बजे तक की जाएगी।
पूजा सामग्री
1- गेहूं के ... 21 दाने, 2- कमलगट्टे...5, 3- साबुत चावल...108, 4- काली मिर्च...21 दाने, 5- काली तिल...1 चुटकी, 6- धतूरा... 1, 7- बेलपत्र... 7,8- शमी पत्र... 7, 9- गुलाब के पुष्प... 7
अभिषेक की सामग्री
1- दूध, 2- दही, 3- घी, 4- शक्कर, 5- शहद, 6- इत्र, 7- चंदन, 8- 3- सुपारी, 9- रोली, 10- मोली, 11- चावल, 12- धूप, 13- कपूर, 14- दो मिट्टी के दीपक, 15- जनेऊ आदि शामिल है। माटी अगर ना मिले तो कोई भी ले सकते हैं चाहे वह घर में गमले की ही क्यों ना हो...ऑनलाइन पूजा होने से पहले ही शिवलिंग का निर्माण कर ले और मन में यह आस्था हो जैसे पार्वती जी ने शिव जी को अपना बनाने के लिए प्रार्थना की वैसी ही प्रार्थना आप अपने मन में रखें और श्री शिवाय नमस्तुभयम मंत्र का जाप करे।
महाविद्यालय छात्रों को हर घर तिरंगा अभियान की दी गई जानकारी
इनरव्हील क्लब का पौधारोपण कार्यक्रम हुआ।
इनरव्हील क्लब का पौधारोपण कार्यक्रम हुआ। गत दिवस इनरव्हील क्लब द्वारा वृक्षारोपण का कार्यक्रम विजयवर्गीय मोटर्स के फॉर्म पर संपन्न हुआ। इनरव्हील अध्यक्ष श्रीमती शशि विजयवर्गीय ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण एवं प्रकृति को प्रदूषण से बचाने हेतु और पृथ्वी पर प्राकृतिक संतुलन बनाने हेतु आज वृक्षारोपण हमारी नैतिक जिम्मेदारी, और आवश्यकता भी है । आज उसी दायित्व को पूरा करने हेतु हम सब यहां उपस्थित हुए हैं। सचिव हेमलता राठौर ने कहा हमने करीबन 25 पौधे लगाएं और आगे 75 पौधे और लगाने का सोचा है हमने। श्रीमती शशि विजयवर्गीय ने कहा इस प्रांगण में इन पौधो को लगाने का मुख्य कारण यही है इन पौधों का संरक्षण भी किया जा सके केवल पौधे लगा लेना ही काफी नहीं होता है उनका बचाव भी किया जा सके और उनमें समय-समय पर पानी और खाद डाला जा सके इसीलिए यहां यह भी अति आवश्यक है। आर . ए.के कॉलेज से श्रीमान वर्मा जी ने पौधों के रखरखाव के बारे में विस्तार से बताया। मंडल की सभी सदस्यों कोषा. नीति ठकराल , तारा अग्रवाल, कुसुम सरेआम, नमिता श्रीवास्तव, मधु मिस्त्री, पम्मी बादवा, मीरा कौशल, सीमा व्यास अर्चना वर्मा, श्वेता , माधवी आदि ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में सक्रियता से भाग लिया।
बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को एसडीईआरएफ की टीम एवं गोताखोरो ने सुरक्षित निकाला
इन 06 लोगो को दगड़ी नदी की बाढ़ से सुरक्षित निकाला गया
दगड़ी नदी एवं नाले में बाढ़ आ जाने के कारण ग्राम इटारसी के श्री समोतीलाल उइके, श्री धनसिंह उइके, श्री राहुल सरयाम, श्री धर्मेन्द्र कहार, श्री जितेन्द्र इवने एवं श्री भीमसिंह इक्के को सुरक्षित निकाला गया। सभी लोगो ने जिला प्रशासन का धन्यवाद देते हुए कहा कि एसडीईआरएफ की टीम एवं गोताखोरो ने सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचकर हमें सुरक्षित निकाल लिया।
जिले में अब तक 725.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज, बीते 24 घंटे में 98.0 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज
जिले में 01 जून से 24 जुलाई 2022 तक 725.7 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। जो कि गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 366.3 मिलीमीटर थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1148.4 मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 01 जून से 24 जुलाई तक जिले के वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 693.6 मिलीमीटर, श्यामपुर में 766.0, आष्टा में 597.0, जावर में 395.0, इछावर में 790.3, नसरूल्लागंज में 745.3, बुधनी में 767.0 और रेहटी में 1051.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
बीते 24 घंटे में वर्षा
जिले में बीते 24 घंटे में प्रात: 24 बजे तक 98.0 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 38.1 मिलीमीटर, श्यामपुर में 113.0, आष्टा में 48.0, जावर में 60.0, इछावर में 49.0, नसरुल्लागंज में 100.2, बुधनी में 106.0 एवं रेहटी में 269.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
10वीं की परीक्षा के लिए विद्यार्थी कर सकेंगे तीन भाषा विषय का चयन
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा शिक्षण-सत्र 2022-23 की हाई स्कूल परीक्षा के लिए विद्यार्थी को निर्धारित भाषा विषयों में से कोई तीन विषय का चयन करना होगा। नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क विषय का चयन करने वाले विद्यार्थियों को निर्धारित भाषा विषयों में से कोई दो भाषा विषय का चयन करना होगा। चिल्ड्रन विथ स्पेशल नीड के विद्यार्थी गणित अथवा विज्ञान के स्थान पर चित्रकला अथवा गायन वादन अथवा तबला पखावज अथवा कंप्यूटर विषय में से कोई एक विषय ले सकेंगे। साथ ही ऐसे परीक्षार्थियों को तीन भाषा विषय में से दो भाषा विषय में छूट प्रदान की गई है। ऐसे परीक्षार्थी किसी एक भाषा विषय का चयन कर सकेंगे। इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थाओं में नियमित प्रवेश के लिए प्रवेश संबंधी मार्गदर्शिका पुस्तिका भी जारी की गई है।
नवीन व्यवसायिक शिक्षा में ट्रेड, जॉब रोल में प्रवेश
नवीन व्यवसायिक शिक्षा अंतर्गत ट्रेड, जॉब रोल में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को स्पष्ट किया गया है कि व्यवसायिक शिक्षा ट्रेड, जॉब रोल में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थी भाषाओं के चयन में हिंदी एवं संस्कृत, उर्दू, शेष अन्य भाषाओं के साथ व्यवसायिक शिक्षा ट्रेड, जॉब रोल चयन कर सकते हैं। इसी प्रकार अंग्रेजी एवं संस्कृत, उर्दू, शेष अन्य भाषाओं के साथ व्यवसायिक शिक्षा ट्रेड, जॉब रोल का चयन कर सकते हैं। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी और संस्थान के प्राचार्यों को निर्देश जारी किए है।
अमर शहीद कुंवर चैन सिंह के शहादत दिवस पर जिला प्रशासन ने दिया गॉड ऑफ ऑनर
जन अभियान परिषद द्वारा उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित
उपसरपंच पद के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारियो को दिया गया प्रशिक्षण
उपसरपंच पद के निर्वाचन की प्रक्रिया सुचारू रूप से संपादित कराने के लिए जनपद पंचायत इछावर में पीठासीन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान अभ्यर्थियों के नाम निर्देशन पत्र भरने, पत्रों की संवीक्षा, मतपेटी तैयार करने सहित सभी मतदान प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
बाढ़ एवं जलभराव क्षेत्र में फसे लोगो को जिला प्रशासन एवं एसडीईआरएफ की टीम ने सुरक्षित निकाला
जिले में भारी बारिश के चलते जिले की अनेक नदियो में जलस्तर बढ़ जाने एवं निचले स्थानो में जलभराव के कारण बाढ़ में फसे लोगो को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन एवं एसडीईआरएफ की टीम द्वारा पूरी तत्परता से कार्यवाही करते हुए फंसे हुए लोगो को सुरक्षित कर बाहर निकाला गया। पानी के तेज बहाव के कारण जिले में कई मार्गों के जलमगनीय पुलों पर सुरक्षा की दृष्टि से आवागमन बंद किया गया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कोटवार द्वारा भी मुनादी कर लोगो को सूचना दी जा रही है। अतिवर्षा के कारण कोलार डैम के 4 गेट भी खोले गए। जिसमें दो गेट आधा मीटर एवं दो गेट एक मीटर खोले गए। जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नही जाने की अपील की गई है।
- जिले में लगातार बारिश के कारण कई मार्गों के जलमगनीय पुलों पर आवागमन बंद
लगातार बारिश के कारण कुछ मार्गों के जलमगनीय पुलों पर आवागमन बंद
जिले में लगातार बारिश के चलते सीहोर से सेमरा दांगी, सीहोर से श्यामपुर, चांदवड-भडारखेड़ी, बरखेड़ाहसन-नाईखेड़ी मार्ग, बरखेड़ा हसन-देहरी मार्ग, सीहोर-बिलकिसगंज-नीलबड़ मार्ग, कोठरी कला-निपानिया मार्ग, रामनगर-इछावर मार्ग , इछावर-झालवी मार्ग, सीहोर शहर में बकरी पुल मार्ग बंद कर दिया गया।
पानी के बहाव से क्षतिग्रस्त रोड की मरम्मत
जिले में लगातार तेज बारिश और पानी के तेज बहाव के कारण बिलकिसगंज-कोलार रोड क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसपर जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए रोड की मरम्मत की गई और आवागमन पुनः प्रारंभ कराया गया।
ग्राम पिपलिया मीरा से 4 लोगो को सुरक्षित निकाला
जिले के ग्राम पिपलिया मीरा में बाढ़ में फंसे श्री नरसिंह, श्री भूरा, फूलवती एवं प्रियांशी को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
ग्राम नंदगांव से 12 लोगों को सुरक्षित निकाला
ग्राम नंदगांव से श्री बाबूलाल प्रजापति, श्री गायौतार प्रजापति, श्रीमती रमाबाई प्रजापति, श्री शुभम प्रजापति, श्री भूरा प्रजापति, सुनीता, अमीता, नानी, श्री राजेन्द्र, श्रीमती रीनाबाई, ऋषभ, सौरभ को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
कुलास नदी से एक व्यक्ति को सुरक्षित निकाला
कुलास नदी का पानी भर जाने से बाढ़ में फंसे श्री गुलाब सिंह को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया।
कलेक्टर ने की नागरिकों से अपील
लेक्टर श्री चंद्र मोहन ठाकुर ने नागरिकों से अपील की है कि नदी, नाले, रपटा पर जलभराव की स्थिति में वहां से गुजरने वाले रास्तों को बाढ़ एवं पानी होने की स्थिति में पार नहीं करें। वर्षा के दौरान नदी, तालाब एवं डेम के आसपास पिकनिक मनाने नहीं जाएं। उन्होंने सभी नागरिकों से खतरनाक और गहरे पानी वाली जगहों पर नहीं जाने की अपील की है। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि बच्चों को नदी, तालाब, पोखर में नहाने अथवा पिकनिक के लिए जाने से मना करें।
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