चर्च मैदान पर जारी जिला स्तरीय बेबी लीग फुटबाल प्रतियोगिता, सीहोर गर्ल्स ने रोमांचक मैच में सीहोर क्लब को 4-3 तीन से हराया
सीहोर। शहर सहित आस-पास के खिलाड़ियों को तराशने के लिए चर्च मैदान पर इन दिनों फुटबाल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। वहीं जिला फुटबाल एसोसिएशन और युवा कल्याण विभाग के तत्वाधान में खेली जा रही जिला स्तरीय बेबी लीग फुटबाल प्रतियोगिता में रविवार को खेले गए पहले मैच में सीहोर गर्ल्स ने एक रोमांचक मैच में सीहोर क्लब को 4-3 से हराया। इधर एक अन्य मैच में सीहोर ग्रीन की टीम ने एक तरफा मुकाबले में सीहोर चिल्ड्रन को 4-1 के विशाल अंतर से मात दी। रविवार को खेले गए पहले मुकाबले में सीहोर गर्ल्स ने कांटे के मुकाबले में सीहोर क्लब को 4-3 से हराया। इस मैच में सीहोर गर्ल्स की ओर से सोनाक्षी ने दो गोल, आकृति-दिशा ने एक-एक गोल किया। इसके अलावा सीहोर क्लब की ओर से यश, शमी और ऋषभ और एक-एक गोल किए। वहीं एक अन्य मुकाबले में सीहोर ग्रीन ने सीहोर चिल्ड्रन को 4-1 से हराया। सीहोर ग्रीन की ओर से लवलेश और ऋषि ने दो-दो गोल किए थे। इधर सीहोर चिल्ड्रन की ओर से एक मात्र गोल मोहित ने किया। इस संबंध में जिला फुटबाल एसोसिएशन के सचिव मनोज कन्नोजिया ने बताया कि आगामी 12 अगस्त से प्रतियोगिता का क्वाटर फाइनल मैचों का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता में 10 टीमों को शामिल किया गया था।
आज महाकाल की तर्ज पर निकाली जाएगी भव्य शिव पालकी यात्रा, डीजे, डोल-ताशे के साथ उमड़ेगा शहर में आस्था का सैलाब
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी सिद्धेश्वर महादेव मंदिर समिति के तत्वाधान में निकाली जाने वाली शिव पालकी यात्रा इस वर्ष आस्था और उत्साह के साथ महाकाल की तर्ज पर निकाली जाएगी। इस साल पालकी यात्रा का समय दोपहर तीन बजे शहर के कोतवाली चौराहे से आरंभ होगी जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए भगवान शिव के अभिषेक और महाआरती के पश्चात समापन की जाएगी। इस वर्ष सर्व सम्मति से युव समाजसेवी राजकुमार जायसवाल को पालकी समिति का अध्यक्ष मनोनित किया गया है। पालकी यात्रा में भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा आदि संत चल समारोह में शामिल रहेंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए शिव पालकी की यात्रा समिति के संस्थापक किशोर कौशल ने जानकारी देते हुए बताया पिछले दो सालों से कोरोना काल के कारण श्रावण मास में निकाली पालकी यात्रा सादगी के साथ निकाली गई थी, लेकिन इस वर्ष पूरे उत्साह के साथ यात्रा निकाली जाएगी। श्रावणमास के तृतीय सोमवार को भगवान भोलेनाथ की पालकी यात्रा बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ निकाली जाऐगी जिसके लिए समिति के सदस्यण युद्वस्तर पर तैयारी में जुटे है। सोमवार को नगर शिवमय होग शिव भक्त जहां शिव पालकी यात्रा में शमिल होकर जमकर झूमेगे वही सावन के तीसरे सोमवार नगर के शिवालयों में दिन भर अभिषेक और दर्शनो के लिए शिव भक्तों का तांता लगा रहेगा दोपहर तीन बजे कोतवाली चौराहा स्थित श्री सिद्वेश्रवर महादेव मंदिर से पालकी यात्रा शुरू होगी जो नगर के प्रमुख मार्गा से होती हुई मनकामेश्रवर महादेव मंदिर बावडी पहुंचेगी यहां महाआरती का आयोजन किया गया है आयोजन समिति ने शहर की सभी धर्म प्रेमी बंधुओं एवं शिव भक्तों से अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने कि अपील की है। पालकी यात्रा वर्ष 2003 से लगातार निकाली जा रही है। इस वर्ष पालकी यात्रा भव्य रूप से ऐतिहासिक स्वरूप में निकाली जाएगी। पालकी यात्रा का भव्यता प्रदान करने के लिए समिति के अध्यक्ष श्री जायसवाल के द्वारा बड़ी संख्या में डीजे, डोल, ताशे और भगवान भोलेनाथ की झांकियां सजाई जा रही है। समिति के अध्यक्ष श्री जयसवाल ने सभी क्षेत्रवासियों से पालकी यात्रा में शामिल होने की अपील की है। पालकी यात्रा शहर के कोतवाली चौराहा, नमक चौराहा, चरखा लाइन, बड़ा बाजार होते हुए तहसील चौराहे स्थित मनकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी।
कावड़ यात्रा के कारण हाईवे जाम, लाखों की संख्या में पहुंचे कावडिएं, कावड़ यात्रा ने 15 किलोमीटर का मार्ग किया करीब छह घंटे में तय
- जिले के इतिहास में पहली बार निकाली गई भव्य कावड़ यात्रा में भगवा रंग में सराबोर हो गया कुबेरेश्वरधाम
- डीजे, डोल-ताशे और भोलेनाथ की झाकियों के साथ झूमते निकले कावड़िएं शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर हुआ स्वागत
सीहोर। रविवार को शहर के इतिहास में पहली बार कावड़ा यात्रा सेवा समिति चितावलिया के तत्वाधान में देवों के देव महादेव के सावन मास के पावन अवसर पर भव्य कावड़ा यात्रा का आयोजन किया, यात्रा सुबह शहर के जीवन दायनी सीवन नदी के तट पर पहुंची और करीब 15 किलोमीटर का मार्ग छह घंटे में तय किया। इस मौके पर शिव भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। कावडियों का रैला उमड़ने से नेशनल हाई वे पर जाम खुलवाने में सुबह से शाम तक पुलिस के पसीने छूट गए। आस्था के इस सैलाब में अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंदिर में आरती के पश्चात सभी श्रद्धालुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भगवान भोले की भक्ति करने वाले सदैव प्रसन्न रहते है। कांवड़ यात्रा करने वाले भक्तजनों को कांवड़िया कहते हैं। यात्रा के दौरान भक्तजन जल को कांवड़ में भरकर लाते हैं और फिर लंबी यात्रा करते हुए इस जल से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। मान्यता है कि इससे भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं। इस साल ग्रामीणों के आग्रह पर कुबेरेश्वरधाम तक निकाली जाने वाली इस कावड़ यात्रा ने सभी के सहयोग से इतिहास बन गया है। इस संबंध में मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि शहर के इतिहास में पहली रविवार को निकाली जाने वाली कावड़ यात्रा में सुबह से देर रात्रि तक लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कावड़ यात्रा में पहुंचकर धर्म का लाभ उठाया। शहर के सीवन नदी के तट से ही हजारों की संख्या में कावड़ यात्री शामिल थे। वहीं लाखों की संख्या में कुबेरेश्वरधाम पर भी श्रद्धालु पहुंच गए थे और पूरे देश के कोने-कोने से भी श्रद्धालुओं का सिलसिला देर रात्रि तक चलता रहा। कावड़ यात्रा में डीजे के साथ भोले बाबा, नंदी और भूतों की टोली के पहनावे के साथ युवा शामिल हुए। कावड़ यात्रा मार्ग पर जगह-जगह लोगों ने स्वागत मंच लगाए। जहां कावड यात्रियों के स्वागत के साथ ही जलपान, फलहार आदि की व्यवस्था भी की गई। दोपहर तीन बजे के बाद यात्रा का समापन शिव भक्तों के द्वारा कावड़ से लाए जल से भगवान शिव के जलाभिषेक किया गया।
हर तरफ था जनसैलाब, आस्था के साथ की श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की पूजा अर्चना
रविवार को कावड़ा यात्रा सेवा समिति चितावलिया के तत्वाधान में निकाली जाने वाली इस भव्य कावड़ यात्रा का शुभारंभ शहर के सीवन नदी तट से भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा के मार्गदर्शन में की गई थी। यहां पर उज्जैन से आए भस्म आरती के कलाकारों ने भगवान शिव की अर्चना की और उसके बाद डीजे, डोल-ताशे और भोलेनाथ की झाकियों के साथ झूमते निकले कावड़िएं शहरी और ग्रामीण में निकले, इस जन सैलाब को देखने के लिए शहरवासियों अपने घरों की छत से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यात्रा में शहरी और ग्रामीण सहित पूरे देश से आए श्रद्धालु शामिल थे। कई श्रद्धालु तो सुबह से ही जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में पहुंच गए थे।
महिलाएं आस्था के साथ जल कलश लेकर उमड़ी
कावड़ यात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल थे, इस यात्रा में महिलाओं ने पूरी आस्था के साथ नंगे पैर सिर पर जल कलश लेकर करीब 15 किलोमीटर की कावड़ यात्रा की, इस दौरान महिलाएं लाल, केसरिया और पीले रंगे के परिधान और पुरुष भगवा रंग के वस्त्रों में हाथों में कावड़ लिए यात्रा करते नजर आ रहे थे। इन कावड़ यात्रियों का शहर के अनेक स्थानों पर पूरी आस्था के साथ स्वागत किया गया।
स्व सहायता समूह की महिलाओं ने तिरंगा विक्रय के लिए लगाया स्टॉल, झंडे का विक्रय मूल्य 30 रूपये
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 11 से 17 अगस्त तक जिलेभर में "हर घर तिरंगा" अभियान चलाया जाएगा। स्वतंत्रता सप्ताह में जिले के प्रत्येक घरों पर तिरंगा फहराने के लिए मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा जिले में एक लाख तिरंगा झंडे का निर्माण किया जा रहा है। तिरंगे के विक्रय के लिए सभी तहसीलों में विक्रय केन्द्र बनाए जा रहे है। सीहोर नगर में तिरंगे के विक्रय के लिए समूह की महिलाओं द्वारा नदी चौराहे पर स्टॉल लगाया गया। झंडे का विक्रय मूल्य 30 रूपये प्रति झंडा रखा गया है। सभी नागरिकों से स्वतंत्रता सप्ताह में 13 से 15 अगस्त तक अपने-अपने घरो पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अपील की गई है।
जिले में अब तक 778.6 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज, बीते 24 घंटे में 3.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज
जिले में 01 जून से 31 जुलाई 2022 तक 775.2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। जो कि गत वर्ष इसी अवधि में औसत वर्षा 487.3 मिलीमीटर थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत वर्षा 1148.4 मिलीमीटर है। अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 01 जून से 31 जुलाई तक जिले के वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 795.6 मिलीमीटर, श्यामपुर में 810.0, आष्टा में 631.0, जावर में 449.0, इछावर में 828.3, नसरूल्लागंज में 795.0, बुधनी में 817.0 और रेहटी में 1102.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
बीते 24 घंटे में वर्षा
जिले में बीते 24 घंटे में प्रात: 24 बजे तक 3.4 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 9.2 मिलीमीटर, श्यामपुर में 0.0, आष्टा में 4.0, जावर में 0.0, इछावर में 0.0, नसरुल्लागंज में 0.0, बुधनी में 0.0 एवं रेहटी में 14.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
सोयाबीन की फसल एक माह से अधिक होने पर खरपतवार नाशक का उपयोग न करें
किसान भाई सोयाबीन की फसल एक माह से अधिक होने पर खरपतवार नाशक दवा का उपयोग न करें। जिले में पर्याप्त वर्षा की स्थिति के दृष्टिगत एवं लगातार वर्षा होने से खेतों में सोयाबीन एवं अन्य फसलों में पानी भराव की स्थिति निर्मित हो रही है। ऐसे में नाली बनाकर खेतो से पानी का निकासी करें। मौसम साफ एवं धूप होने पर सोयाबीन में इल्ली का प्रकोप बढ़ने की सम्भावना को देखते हुए किटनाशक दवा का उपयोग करें। यदि फसल में गर्डल-बीटल या सेमीलूपर का प्रकोप हो तो इसके प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रोफेनोफॉस 50 ई.सी. (1250 मिली प्रति हे.) या पूर्व मिश्रित बीटासायफ्लूथ्रिन $ इमिडाक्लोप्रीड (350 मि.ली. प्रति हे.) या पूर्व मिश्रित थायोमिथाक्सम $ लेम्बडा सायहेलोथ्रिन (125 मि.ली प्रति हे.) या अन्य उपयुक्त कीटनाशक का छिड़काव करें। किसान भाई अपने खेतों का सतत् निरीक्षण करते रहें। कीटव्याधियों के उचित उपचार के लिए अपने विकासखण्ड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से सलाह ले सकते हैं।
नागरिक विद्युत अपव्यय को रोकें और बचाएँ बिजली
पुराने जमाने में कहा जाता था कि "बिन पानी सब सून" और आज स्थिति यह है कि "बिन बिजली सब सून"। बिजली के महत्व को समझें और बिजली के अपव्यय को रोकें, क्योंकि बिजली की बचत भी बिजली के उत्पादन के बराबर ही महत्वपूर्ण है। यह बात किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने आम जनता से बिजली का अपव्यय रोकने की अपील की हैं। देश का बिजली उत्पादन गत 8 वर्षों में लगभग 2 गुना हो गया है। साथ ही देश प्रदेश में कृषि उत्पादन भी तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत, स्वच्छ भारत अभियान तथा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसे कार्यक्रम प्रारंभ कर देश के आर्थिक एवं सामाजिक विकास को गति दी है। जल जीवन मिशन से हर घर नल से स्वच्छ जल की आपूर्ति का सपना साकार हुआ है।
किसानों को खाते की नकल और अक्स देखने की नि:शुल्क सुविधा
राष्ट्रीय भू-अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत आयुक्त भू-अभिलेख एवं बन्दोबस्त ने ई-खसरा परियोजना को लागू किया है। जिसके तहत अधीक्षक भू-अभिलेख, तहसीलदार नायब तहसीलदार एवं समस्त पटवारियों की आई.डी. मोडीफिकेशन अपडेशन कार्य के लिए बनाई गई है। परियोजना के अन्तर्गत अनुबंधित फर्म द्वारा सभी तहसीलों में आई.टी. सेन्टर स्थापित किये गये है। जिनसे कृषकों को उनकी मांग अनुरुप प्रमाणित खसरा बी-1, नक्शा की प्रतिलिपियाँ नियत शुल्क प्रति पृष्ठ 30 रुपये लेकर उपलब्ध कराई जा रही है। कृषक अपने खाते की नकल, खेत का अक्श विभागीय बेवसाईट www.mpbhulekh.gov.in पर नि:शुल्क देख सकते है।
"कबीर बुनकर प्रोत्साहन पुरस्कार" योजना प्रारंभ
प्रदेश के हाथकरघा क्षेत्र के उत्कृष्ट एवं परम्परागत संस्कृति का संरक्षण करने वाले बुनकरों को प्रोत्साहित करने के लिए "कबीर बुनकर प्रोत्साहन पुरस्कार" योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत वर्ष 2022-23 के लिए हाथकरघा बुनकरों द्वारा स्वयं उत्पादित उत्कृष्ट प्रविष्टियां जिले के हाथकरघा बुनकरों से 29 जुलाई 2022 तक आमंत्रित की गई हैं। प्रविष्टि जिला हाथकरघा कार्यालय सीहोर निर्धारित तिथि 29 जुलाई शाम 6 बजे तक स्वीकार की जाएगी। योजना अन्तर्गत प्रथम पुरस्कार की राशि एक लाख, द्वितीय पुरस्कार राशि 50 हजार एवं तृतीय पुरस्कार राशि 25 हजार तथा प्रतीक चिन्ह शॉल एवं श्रीफल तक सीमित रहेगा। आवेदन पत्र प्रारूप एवं अन्य आवश्यक जानकारी जिला हाथकरघा कार्यालय सीहोर से प्राप्त की जा सकती है।
मच्छरजनित बीमारियों से बचने की सलाह
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिकों को मच्छरजनित बीमारियों से बचने की सलाह दी गई है। वर्षा के मौसम में बीमारियां फैलने का खतरा अधिक रहता है। इस मौसम में होने वाली बीमारियां खतरनाक साबित हो सकती है। सावधानी बरतने की आवश्यकता है, लापरवाही जानलेवा हो सकती है। वर्षा के मौसम में होने वाली बीमरियां जैसे सर्दी, जुखाम, बुखार, मलेरिया,चिकनगुनिया, हैजा एवं टाइफाइड हो सकते है सर्दी, जुखाम, बुखार से बचने के लिए बारिश में ज्यादा देर तक न भीगे, भीगने से बचे, भीगने पर शरीर को साफ-कपड़े से पोछे तुरंत कपड़े बदले। मलेरिया से बचने के लिये अपने घर के आसपास गड्डा न होने दें, अगर गड्डा हो तो, उसमें पानी इकठा न होने दें। हैजा से बचने के लिए घर के आसपास सफाई रखें, गंदा पानी उपयोग में न लायें, पानी को छानकर या उबालकर उपयोग करें। टाइफाइड खतरनाक बीमारी में से एक है। यह संक्रमित जल व दूषित भोजन से होता है, इस बीमारी में तेज बुखार आता है एंव कई दिनों तक रहता है। इस बीमारी का संक्रमण रोगी के पित्ताशय में रहता है, टाइफाइड होने वाले रोगी से दूर रहना चाहिए और चिकित्सक से दवा लेनी चाहिए। नागरिकों से अपील की गई है कि वर्षा के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव जरूरी है। अगर बचाव न किया जाये तो यह खतरनाक हो सकती है। इसलिए कोई भी बीमारी होने पर चिकित्सक को अवश्य दिखायें, जिससे रोग की पहचान की जा सके तथा त्वरित उपचार हो सके।
शहरी क्षेत्र के श्रमिकों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का लाभ मिलेगा
शहरी क्षेत्रों के असंगठित श्रमिकों को प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का लाभ दिया जायेगा। "आजादी के अमृत महोत्सव" में सभी पात्र श्रमिकों का पंजीयन अभियान चलाकर किया जायेगा ।इस योजना में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को वृद्धावस्था में पेंशन एवं सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल सकेगा। प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का लाभ स्ट्रीट वेन्डर, मिड-डे-मील वर्कर, बोझा ढोने वाले, ईट भठ्ठा मजदूर, मोची, कूड़ा बीनने वाले, घरेलू कामगार, धोबी, रिक्शा चालक, भूमिहीन मजदूर, कृषि श्रमिक, निर्माण श्रमिक, बीड़ी श्रमिक, हथकरघा श्रमिक, चमड़ा श्रमिक, दृश्य-श्रव्य बाधित श्रमिक, दैनिक वेतन भोगी, सफाई कर्मचारी, ऑउटसोर्स संस्था द्वारा नियोजित कर्मचारी/सफाई कर्मचारी या इसी तरह के अन्य व्यवसाय में काम करने वाले श्रमिकों को दिया जा सकता है।
पीएम आवास-शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अन्तर्गत गंभीर प्रकृति भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए हेल्पलाइन नम्बर- 0755-2706201 जारी किया गया है। शिकायतों के निराकरण के लिए मैपिंग मुख्यमंत्री पोर्टल में ही की जा सकती है। जनपद स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी 10 दिवस, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत 10 दिवस, कलेक्टर 7 दिवस में संबधित शिकायतों की स्थिति सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर चेंज डेशबोर्ड ऑपशन अन्तर्गत पीएमएवाय हेल्पलाइन से देखा जा सकता है।
तिरंगामय हो मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री श्री चौहान
- मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की हर घर तिरंगा अभियान की समीक्षा, मध्यप्रदेश में बहुआयामी स्वरूप मिलेगा अभियान को जिला कलेक्टर्स से चर्चा कर दिए निर्देश
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि तिरंगा हमारी शान, सम्मान और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। मध्यप्रदेश में "हर घर तिरंगा" अभियान को बहुआयामी स्वरूप दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास कार्यालय में 13 से 15 अगस्त तक "हर घर तिरंगा" अभियान की तैयारियों और वृहद पौधा-रोपण के अंकुर अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। प्रदेश में "हर घर तिरंगा" का मुख्य अभियान 13 से 15 अगस्त की तिथियों में केन्द्रित रहेगा। अभियान की विभिन्न गतिविधियाँ 11 से 17 अगस्त तक सतत् रूप से चलेंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में वीडियो कांफ्रेंस से कलेक्टर्स से चर्चा भी की। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री विनोद कुमार, प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शिवशेखर शुक्ला और प्रमुख सचिव जनसंपर्क श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। प्रमुख सचिव संस्कृति श्री शुक्ला ने प्रेजेंटेशन दिया। वीसी से जिला एनआईसी कक्ष से कलेक्टर श्री चन्द्र मोहन ठाकुर, जिला पंचायत सीईओ श्री हर्ष सिंह, एएसपी श्री गीतेश कुमार गर्ग सहित अनेक विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर "हर घर तिरंगा" एक अद्भुत अभियान है। यह राष्ट्रभक्ति की भावना को दृढ़ बनाने का प्रकल्प है। यह प्रत्येक मध्यप्रदेशवासी का कार्यक्रम है। जिला कलेक्टर्स "हर घर तिरंगा" अभियान को सफल बनाने के लिए अपने जिले में तत्काल बैठक करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धर्मगुरू, राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता, रहवासी संघ के प्रमुख पदाधिकारी, व्यापारी बंधु, एनजीओ एवं अन्य साहित्यिक, सांस्कृतिक क्षेत्रों के प्रमुख लोगों के साथ बैठक कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाए। सबकी सहभागिता के साथ अभियान के लिए हम जुटेंगे तो अच्छे परिणाम मिलेंगे। अभियान के लिए आवश्यक वातावरण का निर्माण किया जाए। कलेक्टर्स से कोटवार तक सभी व्यक्ति सहयोग दें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विभिन्न भजन मंडलियों और स्थानीय कलाकारों का सहयोग भी लिया जाए। अभियान प्रारंभ होने की तिथि 13 अगस्त के पूर्व नगरों और बस्तियों में प्रभात फेरियाँ भी निकाली जाएँ। हाथ में राष्ट्रध्वज लेकर चलने के कार्य से अन्य नागरिकों को प्रेरणा मिलेगी। सोशल मीडिया पर भी इसके फोटो एवं वीडियो अपलोड कर लोगों को प्रेरित किया जा सकता है। आवश्यक हो तो नगरों में मैराथन, कवि सम्मेलन के कार्यक्रम कर सहभागिता करने वालों को पुरस्कार भी प्रदान किए जाएँ। कारखानों में प्रबंधन को अभियान को सफल बनाने के लिए श्रमिक बंधुओं को जोड़ने का कार्य करना है। विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कार्य करने वालों, हाथ ठेला चालकों, स्ट्रीट वेण्डर्स, ऑटो रिक्शा चालकों आदि की भागीदारी भी जुटायी जाए। स्व-सहायता समूह की सदस्य महिलाएँ इसमें हिस्सा लें। निर्वाचित पंचायत पदाधिकारी और पार्षद बड़ी संख्या में अभियान में शामिल हो सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रभारी मंत्री, विधायक, सांसद अभियान को सफल बनाने के लिए अपने स्तर पर आहवान और प्रयास करें। व्यवस्थित प्रचार-प्रसार से यह अभियान सफल हो जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ट्वीटर हेण्डल पर राष्ट्रध्वज लगाने की पहल की है। अन्य ट्वीटर एकाउंट होल्डर अपनी डीपी में तिरंगे को गर्व के साथ दर्शाएँ। आगामी सप्ताह मध्यप्रदेश में अभियान की तैयारियों की पुन: समीक्षा की जाएगी।
प्रदेश में डेढ़ करोड़ से अधिक झण्डों की आपूर्ति होगी
प्रेजेंटेशन में बताया गया कि मध्यप्रदेश में कुल 1.52 करोड़ तिरंगे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। स्थानीय स्तर पर 1.2 करोड़ तिरंगे बनाने का कार्य जारी है। तिरंगा बनाने में सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएँ भी जुटी हैं। लगभग 50 लाख तिरंगे केंद्र सरकार से मिलेंगे। अब तक 20 लाख तिरंगे केंद्र से मिल गए हैं। स्थानीय स्तर पर भी 63 लाख तिरंगे बन गए हैं। प्रदेश के समस्त जिलों में तिरंगा वितरण के लिए 36 हजार वितरण केन्द्र बनाए गए हैं। प्रचार-प्रसार के लिए केंद्र शासन की harghartiranga.com वेबसाइट पर तिरंगे के साथ फोटो/सेल्फी अपलोड कर पोस्ट कर सकते हैं और वहाँ से सर्टिफिकेट ले सकते हैं। प्रदेश शासन की सभी वेबसाइट को ओपन करने पर तिरंगा अभियान की जानकारी बैनर के रूप में मिलेगी, इसकी शुरुआत जल्द हो जायेगी। आकाशवाणी और विविध भारती से वतन का राग कार्यक्रम के प्रसारण, रेडियो जिंगल्स, पुस्तिकाओं के उपयोग और नुक्कड़ नाटकों के मंचन के कदम भी उठाए जा रहे हैं। कलेक्टर बुरहानपुर ने एक लघु फिल्म से जिला स्तर पर "हर घर तिरंगा" अभियान से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने की पहल की है। बैठक में इस लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कलेक्टर मंदसौर ने बताया कि सामाजिक क्षेत्र के प्रमुख लोगों को दायित्व दिया गया है कि वे तिरंगा, जो अल्प राशि पर उपलब्ध होगा, को खरीदने की पहल करें। इस प्रचार से सामान्य-जन अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित होंगे।
पेड़ लगाना धरती बचाने का अभियान है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी जिलों में पौध-रोपण महाअभियान को सफल बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हरियाली महोत्सव और अंकुर अभियान के कार्य निरंतर चलना है। हाल ही में मुख्य सचिव ने इन कार्यों की समीक्षा की है। जिन जिलों की प्रगति धीमी है, उन्हें अपने प्रयास बढ़ाना है। पेड़ लगाना धरती बचाने का अभियान है। कलेक्टर भी अपने जन्म-दिन पर पेड़ जरूर लगाएँ। अधिक से अधिक बच्चों को पौध-रोपण से जोड़ा जाए। जन-अभियान परिषद और अन्य संस्थाओं को जोड़ कर कार्य को सफल बनाएँ। पौध-रोपण का कार्य रस्मी नहीं होना चाहिए। इसे दिल से किया जाए तो हम हरियाली बढ़ाने में निश्चित ही सफल होंगे। एक पेड़ पर अनेक जिंदगी पलती हैं। अनेक पक्षी, कीट-पतंग उन पर बसेरा करते हैं। यह सरकार का महत्वपूर्ण अभियान है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए हमें प्रेरित करता है। स्वाधीनता दिवस तक जिलों में पौधे लगाने का लक्ष्य पूरा करने का कार्य किया जाए।
पौध-रोपण महाअभियान
प्रमुख सचिव पर्यावरण श्री अनिरूद्ध मुखर्जी ने 28 जुलाई से प्रारंभ पौध-रोपण महाअभियान में जिलों द्वारा किए गए कार्य की प्रगति का ब्यौरा प्रस्तुत किया। यह अभियान 15 अगस्त तक सघन रूप से और इसके पश्चात सतत् रूप से चलेगा। प्रेजेंटेशन में बताया गया कि प्रदेश में "अंकुर वायुदूत" एप पर नागरिकों के पंजीयन का कार्य चल रहा है। राजधानी भोपाल सहित इंदौर, शिवपुरी, दतिया, अशोकनगर, नर्मदापुरम, मुरैना एवं गुना जिलों में उत्कृष्ट कार्य हुआ है। जिले में अंकुर कार्यक्रम के सत्यापन के लिए जिला समन्वयक जन-अभियान परिषद और जिला सूचना विज्ञान अधिकारी को दायित्व दिया गया है। कलेक्टर छिंदवाड़ा और कलेक्टर शिवपुरी द्वारा अभियान से अधिकाधिक लोगों को जोड़ने के लिए प्रारंभ किए गए प्रयासों की जानकारी दी गई।
अंकुर अभियान के तहत किया गया पौधारोपण
अंकुर अभियान के तहत पूरे जिले भर में पौधारोपण किया जा रहा है। शासकीय महाविद्यालय बुदनी में छात्र-छात्राओं एवं महाविद्यालयीन स्टॉफ द्वारा पौधारोपण किया गया। इसके साथ ही उन्होने सभी नागरिको से प्रदेश की धरती को हरा-भरा और समृद्ध बनाने तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की।
जिले में 31 जुलाई को 05 व्यक्तियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव
जिले में 31 जुलाई को प्राप्त रिपोर्ट में 05 व्यक्तियों कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वर्तमान में एक्टिव पॉजिटिव केस की संख्या 60 हो गई है।
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