नयी दिल्ली, 23 जुलाई, जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आनंद कुमार ने प्रसिद्ध समाजवादी नेता मधु लिमये जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर कहा कि आज की पीढ़ी को जो विरासत में मिला है, उससे कितनी छोटी विरासत छाेड़कर वे जायेंगे, इसे सोचने का समय आ गया है। उन्होंने कहा, “ हमें अपने काम का लक्ष्य बनाते हुए उसे बांटना चाहिए और सुचारु तरीके से इसे पूर्ण करना चाहिए। ” श्री कुमार ने नागरिक मंच दिल्ली की ओर से यहां साकेत में हिंद मजदूर सभा के सभागार में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में कहा,“ हमें अपनी सीमा का ध्यान रखना चाहिए और नये लोगों को जोड़ना चाहिए क्योंकि जब तक लोग नहीं आयेंगे, तब तक काम आगे नहीं बढ़ेगा। उत्तर प्रदेश में अपनी हार से अखिलेश यादव लेकिन कुछ नहीं सीखे हैं। सत्ता की बहुत चिंता नहीं करें। हमें अपने पुरखों की इज्जत करनी चाहिए। इससे नये लोगों में हमारी विरासत को समझने में आसानी होगी।” इस मौके पर प्रो. राजकुमार जैन ने श्री लिमये को याद करते हुए कहा कि 17 साल का लड़का मां को चिट्ठी लिखता कि अब वह घर नहीं आ पायेगा। उन्होंने कहा, “ गोवा आंदोलन का इतिहास हम सब जानते हैं। श्री लिमये जनसैलाब के साथ न जाकर विचार के साथ जाते हैं। डॉ राम मनोहर लोहिया के बाद सबसे ज्यादा उन्हें ही पढ़ा जाता है।”
शनिवार, 23 जुलाई 2022
हमें मधु लिमये से बहुत कुछ मिला है : प्रो आनंद कुमार
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