मुंबई 30 अगस्त, सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को कभी उनके सहयोगी रहे और अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक तीखा पत्र लिखकर उन्हें शहर की आबकारी नीति विवाद पर ‘सत्ता के नशे में’ नहीं रहने की चेतावनी दी है। श्री हजारे ने अपने पत्र में कहा कि शराब की तरह सत्ता भी नशा करती है और भ्रष्ट करती है। उन्होंने श्री केजरीवाल लिखे अपने पहले पत्र में कहा जब से उनका जन आंदोलन समाप्त हुआ इसके बाद में राजनीतिक कदम उठा कर और कई और उपयोग किए गए। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद जुलाई में वापस ली गई शराब लाइसेंस नीति पर तीखी लाइनें लिखी। उन्होंने कहा कि पहली बार आपको मुख्यमंत्री बनने के बाद पत्र लिख रहा हूं क्योंकि हाल में आपकी सरकार की शराब नीति के बारे में पढ़ी खबरों से मुझे बहुत दुख हुआ। आपने शराब नीति पर स्वराज नाम की लिखी इस किताब में कितनी आदर्श बाते लिखी थी , तब आपसे बड़ी उम्मीद थी। लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद आप आदर्श विचारधारा को भूल गए हैं। पच्चासी वर्षीय श्री हजारे ने तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हर कोई ‘सत्ता के लिए पैसे के चक्र में और पैसे के लिए सत्ता के चक्र में फंस गया है।’ उन्होंने कहा,“आपके, मनीष सिसोदिया और अन्य लोगों द्वारा बनाई गई आम आदमी पार्टी को यह शोभा नहीं देता जो एक जन आंदोलन से उभरी है। श्री केजरीवाल , उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भ्रष्टाचार की प्राथमिकी में नामित 15 आरोपियों में शामिल हैं।” श्री अन्ना ने कहा कि आपकी सरकार ने दिल्ली में नई शराब नीति क्यों बनाई। ऐसा लगता है कि इससे शराब की बिक्री के साथ-साथ शराब के सेवन को भी गति मिलेगी। हर गली में शराब की दुकानें खोली जा सकेंगी। इससे भ्रष्टाचार में वृद्धि हो सकती है और यह लोगों के हित में नहीं है। श्री हजारे का यह पत्र आप और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच चल रहे राजनीतिक घमासान के बीच आया है।
मंगलवार, 30 अगस्त 2022
अन्ना ने रविंद केजरीवाल को एक तीखा पत्र लिखकर चेतावनी दी
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