दानापुर, इस साल बहन और भाई के बीच प्यार का सबसे बड़ा त्यौहार रक्षाबंधन 11 अगस्त को पड़ रहा है. वैसे तो यह पर्व हमेशा ही खास रहा है, हो भी क्यों न यह रिश्ता दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता जो है.सरहद पर रहकर देश को सुरक्षा प्रदान करने वाले 250 से अधिक सेना के जवानों को राखी भाई मानकर ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विद्यालय की बहनों ने सैनिक भाइयों की कलाई पर प्यार बांधा है.यह सब तेजी से प्रगति करते देश में देखने को मिल रहा है और पहले के मुकाबले काफी बदलाव देखने को मिलेगा. पटना उच्च न्यायालय की अधिवक्ता प्रतिमा कुमारी कहती हैं कि ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विघालय 140 देशों में काम कर रही है. इसकी 9000 शाखा है.जो यूएनओ से मान्यता प्राप्त है.इसमें 10 सालों से जुड़ी हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर मुझे अच्छा लगता है.यहां पर किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं है.वन गॉड,वन वर्ल्ड और वन फैमिली के फार्मूला पर चला जाता है. अधिवक्ता प्रतिमा कुमारी कहती हैं यहां पर राजयोग सिखाया जाता है.राजयोग की शिक्षा है खुद पर राज करना.जिस दिन खुद पर राज करना आ गया. उसी दिन से जीवन में शांति और खुशी आ जाएगी.उसके बाद मनुष्य को कही पर भी जाकर भटकना नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि मैं अभी माननीय पटना उच्च न्यायालय की अधिवक्ता हूं. मेरे वकालत कार्य एक पेशा है. जिसके लिए मन का एकाग्रता व शांति की बहुत जरुरी है.जो यहां से मिलता है.उन्होंने आगे कहा कि वकालत पेशा समाज सेवा है. लेकिन आज वकालत को कमाने का जरिया बना दिया है.उसका दुरूपयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दो दिवसीय राखी बांधों कार्यक्रम में हम बहनों ने गुरुवार को आईटीबीआई में गए थे.आज शनिवार को आर्मी सेंटर दानापुर गये थे. आगे कहा कि हमारे सर्वोच्च पिता को याद कर उक्त राखी में ईश्वर की सारी शक्ति भरकर भाइयों की कलाई पर राखी बांधा गया. वह जहां भी रहे सर्वोच्च पिता के संरक्षण में रहे. उन्हे बताया गया रक्षा बंधन है. जिसमें सभी खुशी से बंधना चाहते हैं. नहीं तो बंधन किसी को पसंद नहीं.उन्हें ये भी बताया गया हम बाहरी शत्रु से बचा सकते हैं. शत्रु मिलते हैं और खुद ही खुद पर हमला करते हैं सोच से.इसके लिए उन्हें राजयोग के बारे में बताया गया और अपने नेगेटिव थॉट्स से बचने का उपाय भी बताया गया.
रविवार, 7 अगस्त 2022
दानापुर : ब्रह्माकुमारी की बहनों ने सैनिक भाइयों की कलाई पर प्यार बांधा
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