- उप विकास आयुक्त सह प्रभारी जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय समिति की बैठक हुई अयोजित ।
- प्रभारी डीएम ने पुराने पंचायत सचिवों द्वारा अभी तक प्रभार नहीं सौंपे जाने पर जताई गंभीर नाराजगी।
- विकास योजनाओं में अनावश्यक विलम्ब को लेकर योजनाओं से संबंधित अधिकारियों पर जबाबदेही तय कर होगी कड़ी कारवाई ।
मधुबनी, उप विकास आयुक्त सह प्रभारी जिला पदाधिकारी, विशाल राज की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला विकास समन्वय समिति की बैठक अयोजित की गई। बैठक में हर घर नल का जल, जल जीवन हरियाली सहित विभिन्न विकास योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में उन्होंने कहा कि पुराने पंचायत सचिवों द्वारा अभी तक प्रभार नहीं सौंपे जाने को गंभीरता से लिया जायेगा एवम उनके विरुद्ध करवाई भी की जाएगी। । उप विकास आयुक्त ने स्पष्ट किया कि जो योजना पूर्ण की गई और कालक्रम में उनमें कुछ खामियां आ गईं तो उनकी मरम्मती के लिए नियमानुसार अग्रेतर करवाई जरूर करे। परंतु, जो योजना अभी तक अनावश्यक कारणों से अपूर्ण है, उन योजनाओं से संबंधित लोगों पर जबाबदेही तय कर कड़ी कारवाई करे। सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि उनके प्रखंडाधीन सभी पंचायतों के सभी वार्डों में नल जल योजना की वास्तविक स्थिति की समीक्षात्मक और अद्यतन रिपोर्ट जिला मुख्यालय को दी जाए। उन्होंने पंचायतों में गली नली योजना में अत्यंत धीमी प्रगति पर गहरा असंतोष जताया और पंचायतों में साफ सफाई एवं स्वच्छता पर बल देते हुए इसपर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए। जल जीवन हरियाली योजना में जिले के कुओं के जीर्णोद्वार की स्थिति की भी समीक्षा की गई और इसपर जल्द से जल्द प्रगति प्रतिवेदन उपस्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जल स्रोतों से अतिक्रमण को अभियान चलाकर हटाने का निर्देश दिया। उनके द्वारा नगर निगम सहित जिले के सभी नगर निकायों में चल रही योजनाओं का भी समीक्षा किया एवम संबधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया। सामाजिक सुरक्षा कोषांग से जुड़े मामलों की समीक्षा के क्रम में उप विकास आयुक्त ने अंतर्जातीय विवाह योजना एवं निःशक्तजन विवाह योजना तथा जीवन प्रमाणीकरण का भौतिक सत्यापन जैसे बिंदुओं पर समीक्षा कर कई निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि जिले के कुल 100 ऐसे जर्जर आंगनवाड़ी केंद्रों का चिन्हित किया जाना है,जिनका जीर्णोद्वार अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी प्रखंडों से उपस्थित हुई बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने संबंधित प्रखंड से पांच ऐसे जर्जर आंगनवाड़ी केंद्र की सूची समर्पित करें,ताकि, उनका जीर्णोद्वार कराया जा सके। इसके अतिरिक्त उप विकास आयुक्त द्वारा उपस्थित सभी अधिकारियों से विभिन्न योजनाओं में लक्ष्य प्राप्ति के मार्ग में आ रही कठिनाइयों के बारे में भी जानकारी ली गई और आवश्यक निर्देश दिए गए। उक्त बैठक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी, शैलेंद्र कुमार, वरीय उप समाहर्ता साहब रसूल, वरीय उप समाहर्ता आरती कुमारी, वरीय उप समाहर्ता नलिनी कुमारी सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी व प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी उपस्थित थे।
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