मधुबनी, जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पोषण समिति का बैठक समाहरणालय स्थित सभागार में किया आयोजित की गई। *बाल कुपोषण पर लगाम लगाने एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की आधारभूत संरचना में सुधार लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा 15 वें वित्त आयोग में वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2025- 26 के लिए “सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0” योजना की स्वीकृति दी गयी है। “सक्षम आंगनवाड़ी एवं पोषण 2.0” योजना के तहत मिशन मोड में कुपोषण को दूर करने के लिए स्वास्थ्य, पोषण एवं प्रतिरोधक क्षमता पर अभ्यास विकसित किया जाना है। सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0” योजना के तहत मिशन मोड में कुपोषण को दूर करने के लिए स्वास्थ्य, पोषण एवं प्रतिरोधक क्षमता पर अभ्यास विकसित किया जाना है। अधिकतम पोषण परिणाम को प्राप्त करने के लिए आंगनबाड़ी सेवाएं, किशोरी बालिकाओं के लिए योजना एवं पोषण अभियान को उक्त योजना में समाहित किया गया है। साथ ही दिशा निर्देश में दिए गए नवाचार एवं विशिष्ट अभ्यास को भी क्षेत्रीय स्तर पर क्रियान्वयन के लिए चिह्नित किया जाना है।
“सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0” योजना के तहत मुख्यतः तीन प्राथमिक घटकों को पुनर्गठित किया गया है।
1- किशोरी बालिकाओं के लिए पोषण सहायता
2- स्कूल पूर्व शिक्षा एवं देखभाल ( 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए )
3- आधुनिक, उत्क्रमित सक्षम आंगनबाड़ी सहित आंगनबाड़ी की आधारभूत संरचना को मजबूत करना!
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी राष्ट्रीय पोषण मिशन के मुख्य लक्ष्य की जानकारी देते हुए बताया कि
नाटापन से जुड़े मामलों में प्रति वर्ष 2% की कमी लाना
• अल्पपोषण के कुल मामलों में प्रति वर्ष 2% की कमी लाना
• एनीमिया से जुड़े मामलों में प्रति वर्ष 3% की कमी लाना
• अल्पवजनी नवजात के कुल मामलों में प्रति वर्ष 2% की कमी लाना आदि मुख्य लक्ष्य है।
बैठक में जिला स्तरीय कन्वर्जेन्स के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।--उक्त बैठक में डीपीओ आईसीडीएस सहित सभी सीडीपीओ,सभी पर्यवेक्षिका आदि उपस्थित थी।
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