शिव संग्राम प्रमुख विनायक मेटे की सड़क हादसे में मौत - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 14 अगस्त 2022

शिव संग्राम प्रमुख विनायक मेटे की सड़क हादसे में मौत

shiv-sangram-chief-vinayak-mete-died
मुंबई, 14 अगस्त, शिव संग्राम के प्रमुख विनायक मेटे का रविवार को मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर महाराष्ट्र में खोपोली के पास सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि श्री मेटे दुर्घटना के समय एक एसयूवी कार से यात्रा कर रहे थे। पुणे से लौटते समय यह हादसा हुआ। घायल अवस्था में उन्हें कामोठे के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनका निधन हो गया। सूत्रों ने बताया कि वह एक बैठक भाग लेने के लिए मुंबई जा रहे थे और बाद में स्वतंत्रता दिवस की रैली में भाग लेने के लिए अपने गृहनगर बीड लौटने वाले थे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस रविवार सुबह अस्पताल पहुंचे। श्री शिंदे ने श्री मेटे के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “श्री विनायक मेटे की मौत चौंकाने वाली और दर्दनाक है। हमने एक ईमानदार योद्धा खो दिया है, जो मराठा समुदाय के लिए लड़ा। वह मेरे द्वारा बुलाई गई मराठा समुदाय से संबंधित मुद्दों पर बैठक में भाग लेने के लिए मुंबई आ रहे थे। वह अपनी अंतिम सांस तक इस उद्देश्य और राज्य में सामाजिक आंदोलनों के लिए प्रतिबद्ध रहे।” महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने ट्वीट किया, "शिव संग्राम संगठन के अध्यक्ष विनायक मेटे की आकस्मिक मौत की खबर बेहद चौंकाने वाली है। उनका सामाजिक कार्य और समाज के वंचित वर्गों के विकास में योगदान महान है।" श्री मेटे ने वर्ष 2014 विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिलाया था। इससे पहले वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के समर्थक रहे थे। उनको मराठा समाज के लिए काम करने के लिए जाना जाता है। वह तीन बार विधायक रह चुके थे।

कोई टिप्पणी नहीं: