हरमनप्रीत ने टीम में संतुलन हासिल करने पर दिया ज़ोर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 30 अगस्त 2022

हरमनप्रीत ने टीम में संतुलन हासिल करने पर दिया ज़ोर

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मुंबई, 30 अगस्त, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इंग्लैंड दौरे से पहले मंगलवार को कहा कि इस दौरे पर टीम का लक्ष्य ऐसे खिलाड़ी ढूंढना होगा जो आखिरी ओवरों में तेजी से रन बना सकें। हरमनप्रीत ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा,“ ऐसे कुछ खिलाड़ियों को शामिल किया गया जो हमारी टीम की खाली जगहों को भर सकते हैं, पिछले कुछ सालों की कमियों को पूरा कर सकते हैं। आखिरी ओवरों में तेज रन बनाने वाले खिलाड़ी हमारे पास हैं, तो हम नये खिलाड़ियों को मौका दे सकते हैं। टीम के अन्य खिलाड़ी अपनी भूमिका सही तरह निभा रहे हैं, अब हमें उन्हें मैदान पर समय देने की जरूरत है ताकि टी20 विश्व कप से पहले टीम तैयार की जा सके। ” उन्होंने कहा, “ आप कोई भी प्रारूप खेलें, आपको कम से कम छह बल्लेबाजों की जरूरत होती है। मेरे अनुसार तीन गेंदबाज और तीन ऑलराउंडर आपकी टीम को मजबूती और संतुलन देते हैं। मैं टीम में आने वाले खिलाड़ियों को लेकर बहुत उत्साहित हूं। वह टीम को बहुत कुछ दे सकते हैं। खासकर केपी (किरण प्रभु नागविरे) और (दयालन) हेमलता ने घरेलू सत्र में जिस तरह बल्लेबाजी की, मेरे अनुसार यह उनके लिये सही मंच है और उनके लिये अच्छा अवसर भी साबित होगा। ” भारतीय टीम 10 सितंबर को पहले टी20 मैच से इंग्लैंड दौरे की शुरुआत करेगी। भारत और इंग्लैंड के बीच तीन टी20 और इतने ही एकदिवसीय मैच खेले जाने हैं। इससे पहले भारतीय टीम राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल हुई थी, जहां उसे फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। कप्तान हरमनप्रीत ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेल 2022 के बारे में कहा, “ फाइनल हारने के बाद हम काफी निराश थे। वह ऐसा मैच था जो हम आसानी से जीत सकते थे। लेकिन वापस आने के बाद हमने देखा कि लोग हमारा समर्थन कर रहे थे। कई सरकारों ने भी हमारे खेल की सराहना की, जिससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा। जब आपके खेल को सराहा जाता है तो आप मजबूत होते हैं और आपके पास काम करने के लिये बहुत कुछ होता है। पहले राष्ट्रमंडल खेलों में टीम ने बहुत अच्छा खेला, और अब हम उसी प्रदर्शन को आगे ले जाने की कोशिश करेंगे। ”


भारत का इंग्लैंड दौरा अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ और झूलन गोस्वामी का आखिरी दौरा होगा। झूलन 18 सितंबर को होने वाले पहले एकदिवसीय मैच के बाद संन्यास ले लेंगी। हरमनप्रीत ने कहा कि वह झूलन के आखिरी मैच को खास बनाना चाहती हैं। उन्होंने कहा, “ उनकी (झूलन) उपस्थिति टीम को बहुत संतुलन और समर्थन देती है। यह उनका आखिरी दौरा होगा। यह उनके साथ-साथ हमारे लिये भी खास होगा। अगर मैं अपनी बात करूं तो जब मैंने पदार्पण किया था, तब वह कप्तान थीं, और जब वह संन्यास ले रही हैं तो कप्तानी मेरे पास है। हम उनके आखिरी मैच में कुछ अच्छी यादें देना चाहेंगे, ताकि वह जाते हुए खास महसूस कर सकें। ” हरमनप्रीत ने कहा, “ हर दौरे पर झूलन के प्रयास अद्वितीय होते हैं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। उनकी जगह कोई नहीं भर सकता। वह ऐसी खिलाड़ी हैं जो शुरुआती दिनों से मेहनत कर रही हैं। वह अभ्यास के दौरान दो-तीन घंटे गेंदबाजी करती हैं, नेट्स में बल्लेबाजी करते हुए भी लगातार मेहनत करती हैं। क्रिकेट के लिये उनका जोश प्रेरणादायक है। ” हरमनप्रीत से जब जेमिमाह रॉड्रिगेज़ के स्वास्थ्य पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल उनके पास इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं है और स्टाफ एवं चिकित्सीय दल से पूछकर ही वह कुछ बता सकती हैं। उन्होंने कहा, “ वनडे में आपको ऐसे विकेटकीपर की जरूरत है जो लंबे समय तक बल्लेबाजी कर सके, जबकि टी20 में ऐसे बल्लेबाज की जरूरत होती है जो तेजी से रन बनाये। इसलिये हम दोनों प्रारूपों में अलग-अलग विकेटकीपर तैयार कर रहे हैं। मुझे लगता है कि हम उन्हें अवसर दे रहे हैं। हमें उन्हें समय देने की जरूरत है ताकि वे आत्मविश्वास हासिल कर सकें। ” भारत ने विश्व कप के बाद से अपने विकेटकीपरों में भी फेरबदल किया है। तानिया भाटिया जहां सफेद गेंद वाली दोनों टीमों का हिस्सा हैं, वहीं यास्तिका भाटिया ने राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में ऋचा घोष की जगह दूसरे विकेटकीपर की भूमिका निभाई थी। घोष इंग्लैंड दौरे के लिए टी20 टीम में लौट आई हैं, जबकि यास्तिका केवल एकदिवसीय टीम का हिस्सा हैं। हरमनप्रीत ने दो विकेटकीपर रखने के फैसले पर कहा,“ अगर हम दोनों फॉर्मेट की बात करें तो विकेटकीपरों की भूमिका अलग होती है। एकदिवसीय मैचों में आपको किसी ऐसे बल्लेबाज की आवश्यकता होती है जो अधिक समय तक विकेट पर रह सके, जबकि टी20 आई में आपको जल्दी रन बनाने वाले बल्लेबाज की दरकार होती है। इसलिए हम दोनों प्रारूपों में दो अलग-अलग कीपरों को रखने की कोशिश कर रहे हैं। हम उन्हें अवसर दे रहे हैं और उन्हें समय देने की आवश्यकता है ताकि वे कुछ आत्मविश्वास हासिल कर सकें। ”

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