भारत में 27 माह में एलपीजी 41 प्रतिशत महंगी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 9 अगस्त 2022

भारत में 27 माह में एलपीजी 41 प्रतिशत महंगी

lpg-india-rate
नयी दिल्ली 09 अगस्त, भारत में रसोई गैस की खुदरा कीमतों में अप्रैल 2020 की तुलना में 41 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी है जबकि इस दौरान वैश्विक बाजार में एलपीजी के मानक अनुबंध का भाव तीन गुना हो गया। सरकार द्वारा राज्यसभा में दी गयी एक जानकारी के अनुसार इस दौरान एलपीजी (लिक्विड पेट्रोलियम गैस) के वैश्विक बाजार के मानक साऊदी अनुबंध का मूल्य अप्रैल 2020 के 236 डॉलर प्रति टन के मुकाबले जुलाई 2022 में 725 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया। यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमत में 203 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। इसी दौरान भारत में 14.2 किलो के घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम 41.5 प्रतिशत बढ़े और इसका भाव 744 रुपये से बढ़कर 1,053 रुपये पर पहुंच गया। एक प्रश्न के लिखित जवाब में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि सरकार ने एलपीजी की प्रभावी घरेलू कीमतों को संशोधित किया है। उज्जवला योजना के तहत गरीबों को दिए गए एलपीजी कनेक्शनों में महामारी के दौरान तीन सिलेंडर मुफ्त में भरे गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने उज्जवला कनेक्शन रखने वालों के लिए 200 रुपये की सब्सिडी की घोषणा की है। यह सब्सिडी चालू वित्त वर्ष में 12 सिलेंडरों पर दी जाएगी। श्री पुरी ने कहा कि सरकार ने उज्जवला योजना के अंतर्गत वित्त वर्ष 2019-20 में 3,724 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2020-21 में 9,235 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2021-22 में 1,569 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

कोई टिप्पणी नहीं: