जन सुराज अभियान के तहत वैशाली जिले के जंदाहा में 30 अगस्त मंगलवार को एक महत्वपूर्ण आमसभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में लोकतांत्रिक तरीके से जंदाहा प्रखंड समिति के सभी सदस्यों का चयन हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने सर्वसम्मति से सभी नामों का चयन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजीव कुमार झा ने कहा कि, सभा में मौजूद किसी भी व्यक्ति को अगर किसी नाम से आपत्ति है, तो वो इसे दर्ज करा सकते हैं। सभा में मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर चयन प्रक्रिया और समिति के सदस्यों का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में जन सुराज से जुड़े सेवानिवृत्त डीजीपी संत कुमार पासवान विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। समिति गठन समारोह की शुरुआत संत कुमार पासवान और समिति सदस्यों ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ की। इसके बाद जन सुराज अभियान के बारे में लोगों को विस्तार से बताया गया। संत कुमार पासवान ने सबसे पहले जन सुराज अभियान समिति के नव निर्वाचित सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि आप लोगों के सहयोग के बिना यह अभियान संभव नहीं है। जन सुराज की सोच को व्यक्त करते हुए संत कुमार पासवान ने कहा, "जनतंत्र का अर्थ होता है जनता का तंत्र, लेकिन वर्तमान की राजनीति में ऐसा संभव नहीं है। इसलिए जन सुराज के माध्यम से हमारा प्रयास है कि जनतंत्र में जिसकी जितनी हिस्सेदारी है, उतनी ही उसकी भागीदारी भी हो।"
जन सुराज समिति के नव निर्वाचित सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित किए 3 महत्वपूर्ण प्रस्ताव
मंच का संचालन कर रहे स्थानीय निवासी श्री राजीव कुमार झा ने सभा में मौजूद लोगों के बीच 3 प्रस्ताव रखे, जिसे ध्वनि मत से पारित किया गया। श्री अमर कुमार सिंह की अध्यक्षता में यह तीन प्रमुख प्रस्ताव रखे गए। जिसमें सबसे पहले जन सुराज के सदस्यों ने शपथ लेकर 'जन सुराज' का समर्थन किया और प्रण लिया कि इसके प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। दूसरा, सभी सदस्य 'जन-सुराज' अभियान के विस्तार के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। तीसरा और अंतिम प्रस्ताव यह रहा कि समिति के सदस्य सर्वसम्मति से विकास के मुद्दों को लेकर हमेशा सजग और तत्पर रहेंगे। जन सुराज अभियान की जंदाहा समिति में कुल 41 सदस्यों का सर्वसम्मति से चयन किया गया। समिति में इंदु शेखर सिंह (वरिष्ठ राजनीतिक विचारक), हरिनंदन राय (पूर्व उपप्रमुख), अमर कुमार सिंह (शिक्षक), डॉ. कुमार हर्षवर्धन (वैज्ञानिक - सीएसआईआर), विवेकानंद (व्यवसायी), राहुल राठौर (सामाजिक कार्यकर्ता), अमित कुमार (व्यवसायी), नंदन कुमार (शिक्षक), मुरारी कुमार (सामाजिक कार्यकर्ता), विनोद राय (शिक्षक) सहित प्रखंड के अन्य 31 गणमान्य नागरिकों को शामिल किया गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें