नई दिल्ली 17 अगस्त, राजधानी में कोरियाई संस्कृति केंद्र के तत्वावधान में कोरिया और भारत की विविध कलाओं में सूक्ष्म अंतर और समानताओं को प्रदर्शित करने वाली ‘सिंथेसिस ऑफ डिफरेंस’ प्रदर्शनी का बुधवार को उद्घाटन किया गया| यह प्रदर्शनी 30 सितंबर तक चलेगी। इस मौके पर नयी दिल्ली में दक्षिण कोरिया के राजदूत मि. चांग जे बोक, नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट के महानिदेशक अद्वैत गडनायक, भारतीय कला मेले की निदेशक जया अशोकन, एवं भारतीय सांस्कृतिक परिषद के कार्यक्रम निदेशक महिंदर सहगल मौजूद थे| एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार इस अवसर पर दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जे बोक ने कहा, “इस प्रदर्शनी के माध्यम से, कला प्रेमियों और आपको कोरिया और भारत की समृद्ध कलात्मक परंपराओं की सराहना करने, दो देशों में सूक्ष्म समानताओं और अंतरों को समझने का एक अनूठा अवसर मिलेगा।” श्री अद्वैत गडनायक ने कहा, “कलाकृति ध्यान की तरह है, समय और स्थान का एक संश्लेषण है जो परतों में किया गया है, और एक बार जब आप इस परत को उघाड़ना शुरू करते हैं तो आपको पता चलता है कि सभी ने कितनी मेहनत की है। ” प्रदर्शनी के क्यूरेटर जियोंग हेन की ने कहा, “कोरियाई लोगों की पसंद की बातों में भारत है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से, मुझे आशा है कि वे भविष्य में भी कोरिया और भारत के बीच कला का अधिक आदान-प्रदान करेंगे।” यह प्रदर्शनी कोरिया के जियोंग हेन-की और भारत के बी अजय शर्मा ने क्यूरेट किया जिसका उद्देश्य कोरिया और भारत के विभिन्न कलात्मक दृष्टिकोणों को नए मीडिया कला, फोटोग्राफी, पेंटिंग, स्थापना और प्रदर्शन के माध्यम से एक में जोड़ना है। यह एक कोशिश है दोनों देशो के मॉर्डन आर्ट के अंतर को संश्लेषण द्वारा एक मंच पर दिखलाने का| इस प्रदर्शनी में दर्शक चार कोरियन आर्टिस्ट ली ली नाम, ली जियोंग लोक, हारु के, जिहॉन्ग पार्क, और छः भारतीय आर्टिस्ट हरप्रीत सिंह, परिबरतन मोहंती, नेहा जी वर्मा, बीरेंद्र कुमार यादव, बी अजय शर्मा, और ग़ज़ाला परवीन के अनूठे कला को करीब से देख पाएंगे |
बुधवार, 17 अगस्त 2022
भारत, कोरिया कला प्रदर्शनी राजधानी में 30 सितम्बर तक
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