मथुरा 18 अगस्त, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा आने वाला हर तीर्थयात्री श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मन्दिरों में अभिषेक और दर्शन करने के लिए लालाइत रहता है और इसीलिए श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर तीर्थयात्रियों के लिए इस बार विशेष व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि जन्माष्टमी पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किये गए है। मन्दिरों में जेबकटी आदि की घटना को रोकने के लिए सादे वेश में भी पुलिसकर्मी लगाए गए हैं।शहर के अन्दर बाहरी वाहन का प्रवेश रोकने के लिए प्रत्येक प्रवेश मार्ग पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान का प्रबन्ध तंत्र भी तीर्थयात्रियों को हर सुविधा देने का प्रयास कर रहा है।श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि इस बार जन्माष्टमी पर जन्म के अभिषेक में भाग लेने आये प्रत्येक भक्त को प्रसाद वितरित किया जाएगा। कोविद -19 के दौरान भक्तों में प्रसाद का वितरण बन्द कर दिया गया था।उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर में जन्माष्टमी की शुरूवाद शहनाई वादन से होगी तथा मंगला के दर्शन शहनाई और नगाड़े के वादन से होंगे।वर्तमान में श्रीकृष्ण जन्मस्थान बिजली अनोखी सजावट से नई नवेली दुल्हन की तरह सज गया है तो जन्मस्थान पर धार्मिक कार्यों की श्रंखला सी बन गई है। उन्होंने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए जन्मस्थान के प्रत्येक प्रवेश द्वार पर जहां जूता एवं सामान घर बनाया गया है वहीं जन्मस्थान के गेट नम्बर 1 के पास खोया पाया केन्द्र बनाया गया है। सचिव के अनुसार सारंग शेाभा पुष्प बंगले में ठाकुर जी श्री हरिंकांता पोशाक धारण करेंगे तथा मोर्छल आसन में विराजमान होकर ठाकुर जी अभिषेक के लिए पधारेंगे।ठाकुर जी का अभिषेक रजत कमल पुष्प में स्वर्ण मण्डित रजत कामधेनुस्वरूपा गाय द्वारा किया जाएगा। श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महन्त नृत्य गोपालदास के सानिध्य में ठाकुर जी का अभिेषेक किया जाएगा। मथुरा के द्वारकाधीश मन्दिर एवं प्राचीन केशवदेव मन्दिर में श्रीकृष्ण जन्म के सुलभ दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है साथ ही जन्म के अभिषेक के बाद वहां मौजूद श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरित किया जाएगा। वृन्दावन के तीन मन्दिरों में दिन में जन्माष्टमी मनाए जाने के कारण जहां श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर पूर्वान्ह में श्रद्धालुओं का जमघट वृन्दावन में रहता है वहीं अपरान्ह में व्रज के अन्य मन्दिरों की भक्तों का हजूम मुड़ जाता है। वृन्दावन के राधारमण मन्दिर में अभिषेक की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस मन्दिर में जन्माष्टमी की सुबह 27 मन दूध, दही, घी, बूरा , शहद, औषधियों और महा औषधियों से मुख्य विग्रह का अभिषेक वैदिक मंत्रों के मध्य किया जाएगा।राधादामोदर मन्दिर एवं टेढ़े खम्भेवाले मन्दिर में भी 19 अगस्त केा दिन में ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इन मन्दिरों का चरणामृत गृहण करने के बाद ही वृन्दावनवासी उपवास का क्रम करते हैं। उधर उ0प्र0 व्रज तीर्थ विकास परिषद एव पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा जन्माष्टमी पर आकर्षक कार्यक्रम कराने के लिए कलाकार बुलाए गए हैं।आज इन कलाकारों की शोभायात्रा निकाली गई जिसका उदघाटन उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी द्वारा किया गया । गोवर्धन, नन्दगांव, गोकुल, बल्देव , रमणरेती के मन्दिर भी नई नवेली दुल्हन की तरह सजाए गए है। कुल मिलाकर ब्रजमण्डल में जन्माष्टमी की पूर्व बेला से ही भक्ति की बयार तेज हो गई है।
गुरुवार, 18 अगस्त 2022
जन्माष्टमी में मथुरा के मंदिरों में उमड़ा जनसैलाब
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