झाबुआवासियांे ने दिया ‘‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’’ का सर्वश्रेष्ठ परिचय, देशभक्ति के जष्न में डूबा झाबुआ, चारो ओर बस लहराया तिरंगा और सिर्फ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा
- झाबुआ के ह्रदय स्थल बस स्टैंड पर भारत माता की हुई ऐतिहासिक महाआरती, देशभक्ति गीतों पर राष्ट्रप्रेमियांे ने नृत्य कर बांधा समां
- स्वराज-75 अमृत महोत्सव समिति के बेनर तले निकाली गई राष्ट्रीय तिरंगा यात्रा में सर्व समाज, सर्व धर्म, सर्व संस्थाओं, राजनैतिक, प्रशासनिक सभी क्षेत्रों के हजारों लोगों ने की सहभागिता
तिरंगा यात्रा का मातृ शक्तियों ने किया नेतृत्व
यात्रा में झाबुआ की ऊर्जावान मातृ शक्तियों के साथ शहर की करीब-करीब सभी स्कूल, कॉलेज और छात्रावास में अध्ययनरत बालिकाओं ने अपने हाथांे में राष्ट्रीय ध्वज लेकर ‘‘भारत माता, वंदे मातरम्’8 के सामूहिक जयकारे लगाए। सैकड़ों की संख्या मंे बालिकाएं एवं महिलाआंे ने अपनी-अपनी संस्था के निर्धारित गणवेश में सहभागिता कर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का मान बढ़ाया। मातृशक्तियांे के पीछे सैकड़ांे की संख्या में युवाआंे की टोली अपने-अपने बैनर के साथ पूरे उत्साह और उमंग के साथ जयघोष करते हुए दो-दो की कतार में कदमताल करते हुए चली। इनसे पीछे शहर की सर्व संप्रदाय, सर्व धर्म, सर्व समाज, सर्व संस्थाआंे से जुड़े पदाधिकारी औरे सदस्यों तथा शहर के गणमान्यजन और आमजनांे ने भी भारत के प्रति समर्पणता और एकजुटता का प्रदर्शित करते हुए जोश और जूनून के साथ भाग लिया। यह यात्रा दो-दो की कतार में करीब 2 किमी लंबी रहीं। जिसका एक सिरा उत्कृष्ट मैदान पर तो दूसरा सिर सिद्धेश्वर कॉलोनी, हसंा लॉज, थांदला गेट, रूनवाल बाजार, राधाकृष्ण मार्ग होते हुए राजवाड़ा तक भी नजर आया। हजारों-हजार हाथ राष्ट्रीय ध्वज लिए और जुबान पर भारत माता और वंदे मातरम् के जयघोष लिए चले।
घरों की छतों और दुकानांे से की गई जमकर पुष्प वर्षा
ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा की आगवानी के लिए पूरा शहर भी पलक पावड़े बिछाए रहा। जगह-जगह यात्रा मार्गों पर नागरिकों ने अपने घरों की छतों, दुकानांे पर खड़े रहकर यात्रा में शामिल लोगांे के साथ स्वयं भी राष्ट्र भावना का परिचय देते हुए भारत माता, वंदे मातरम् के जयघोष लगाए तथा यात्रा मंे सम्मिलित हजारों लोगांे पर पुष्प वर्षा की। यात्रा शहर के सिद्धेश्वर कॉलोनी, हंसा लॉज, थांदला गेट, रूनवाल बाजार, राधाकृष्ण मार्ग, राजवाड़ा, श्री गौवर्धननाथ मंदिर तिराहा, आजाद चौक, बाबेल चौराहा से थांदला गेट, मेन बाजार होते हुए बस स्टेंड चौराहे पर पर ऐतिहासिक समापन हुआ। इस दौरान सभी ने आजाद चौक पर सभी ने शहीद चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हंे नमन एवं वंदन किया।
भारत माता की ऐतिहासिक महाआरती की गई
फव्वार चौक पर हजारों देशभक्तों का हुजुम उमड़ा। यहां गरिमायम एवं देशभक्ति से परिपूर्ण समारोह का सफल संचालन स्वराज-75 अमृत महोत्सव समिति के वरिष्ठ सदस्य डॉ. वैभव सुराना ने किया। बाद समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं वरिष्ठ शिक्षाविद् ओमप्रकाश शर्मा से हजारांे देशप्रेमियांे से ‘‘भारत माता, वंदे मातरम् और शहीदों के नाम’’ गगनभेदी जयघोष लगवाए। डिप्टी कलेक्टर तरूण जैन से समस्त झाबुआवासियों को भारत की आजादी की 75वीं स्वर्णिम वर्षगाठ की शुभकानमाएं प्रेषित की। तत्पश्चात् आगे शहर की मातृशक्तियों ने खड़े होकर अपने हाथों में दीपकांे से सजी थालियां लेकर और पीछे हजारांे देशभक्ति ने तिरंगा ध्वज लहराते हुए भारत माता की महाआरती की। तत्पश्चात् ‘‘भारत माता की जय’’ के सामूहिक जयघोष भी लगाए।
युवा बाईक राईडर्स का किया गया सम्मान
इसी बीच पूरे प्रदेश और देश मंें राष्ट्रीय एकता और समर्पण का संदेश दे रहे युवा बाईक राईडर्स की टीम भी झाबुआ पहुंची। जिसमंे प्रदेश के अलग-अले शहरों के साथ झाबुआ से भी एक बालिका रितिका पगारिया झाबुआ का झंडा पूरे देश मंे गाड़ रही है। सभी यात्री अपनी-अपनी बाईकांे से राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए बस स्टेड फव्वारा चौक पहुंचे। जहां उनका मातृ शक्तियों ने केसरिया तिलक लगाकर आत्मीय अभिदंन एवं स्वागत किया। युवा बाईक राईडर्सों ने पूरे उत्साह और जोश के साथ सभी से ‘‘भारत माता और वंदे मातरम्’’ के जयघोष लगवाए।
देशभक्ति गीतों पर किया नृत्य
अंत में भारत की आजादी को समर्पित देशभक्ति गाने, जो नागरिकों मंे जोश और उमंग का रग-रग में संचार कर देते है, ऐसे राष्ट्रीयता से ओत-प्रोत गीतों पर उपस्थित हजारांे नागरिकों ने तिरंगा ध्वज लेकर जमकर नृत्य किया और आजादी के 75वंे अमृत महोत्सव का ऐतिहासिक जश्न मनाया। संपूर्ण देशभक्तिमय आयोजन को सफल बनाने हेतु स्वराज-75 अमृत महोत्सव समिति के सभी प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सदस्यों ने इस आयोजन में पिछले एक पखवाड़े से पूरे मन-तन से तैयारियां की। जिसके लिए समिति ने सभी सदस्यों के साथ झाबुआ शहर की संपूर्ण जनता के प्रति ह्रदय से आभार व्यक्त किया।
इनकी रहीं मुख्य रूप से सहभागिता
विशाल तिरंगा और भारत माता की ऐतिहासिक महाआरती मंे सर्व संप्रदाय में हिन्दू समाज से श्री राजवाड़ा मित्र मंडल, राजगढ़ नाका मित्र मंडल, सनातन सत्संग समिति, गायत्री परिवार कॉलेज मार्ग, गायत्री परिवार बसंत कॉलोनी, ब्रम्हकुमारी संस्था, मुस्लिम संप्रदाय से मुस्लिम पंचायत झाबुआ, उर्स कमेटी झाबुआ, हसनैन खिदमत ए खल्फ कमेटी, इसाई समुदाय के कैथोलिक डायोसिस झाबुआ के फादरगण और सिस्टर्स, सिक्ख समाज से समाज के वरिष्ठजनों के साथ सर्व संस्थाआंे में सामाजिक महासंघ जिला झाबुआ के नेतृत्व में 200 सदस्यों ने यात्रा में सहभागिता की। इसके अलावा सकल व्यापारी संघ, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट, रोटरी क्लब ‘मेन’, रोटरी क्लब आजाद, संकल्प गुप, सांत्वना ग्रुप, संस्कार भारती, हाथीपावा मार्निंग क्लब, मार्निग क्लब कॉलेज मैदान, इनरव्हील क्लब ‘मेन’, इनरव्हील क्लब ‘शक्ति’, श्री नवदुर्गा महिला मंडल समिति, श्री संकट मोचन हनुमान मंिदर सेवा समिति महिला एवं पुरूष इकाई, रोटरेक्ट क्लब, समाजों मंें जैन समाज, ब्राम्हण समाज, राजपूत समाज, अरोरा समाज, सिंधी समाज सहित सकल हिन्दू समाज के हर आयु, वर्ग के नागरिकांे ने भाग लिया। इसके अलावा जिला भाजपा, भाजपा मंडल झाबुआ, भाजयुमो जिला एवं नगर इकाई झाबुआ से जुड़े समस्त पदाधिकारी-सदस्य भी उत्साहपूर्वक सम्मिलित हुए। स्वराज-75 अमृत महोत्सव समिति ने समस्त झाबुआवासियों का तहेदिल से आभार व्यक्त किया है।
आजादी के 75वें अमृत महोत्सव और हर-धर तिरंगा, घर-घर तिरंगा महाभियान के तहत युवा बाईक राईडर्स की टीम पहुंची झाबुआ, अंचल की देशभक्त बेटी रितिका पगारिया के झाबुआ आने पर शहर की विभिन्न संस्थाओं ने किया आत्मीय अभिनंदन
- जिला प्रशासन के अधिकारियो ने भी पूरी टीम को शुभकामनाएं प्रेषित की
हजारो देशभक्तों के बीच किया गया सम्मान
इन युवा बाईकरों का झाबुआ आगमन पर शहर के बस स्टैंड चौक पर हुए ऐतिहासिक राष्ट्रीय तिरंगा यात्रा के समापन और भारत महाआरती के बाद हजारो देशभक्त के बीच स्वराज-75 अमृत महोत्सव समिति की ओर से शहर की मातृ शक्तियांे ने केसरिया तिलक लगाकर सभी का अभिनंदन किया। बाद बाईक राईडर्स ने बस स्टैंड चौक के मंच पर खड़े होकर सभी से ‘‘भारत माता और वंदे मातरम्’’ के सामूहिक जयघोष भी लगाए। यहां से युवा बाईकर्स के साथ झाबुआ में यात्रा के संयोजक संदीप ‘जैन’ राजरतन’, सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष संजय कांठी, सामाजिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, वरिष्ठ समाजसेवी अजय रामावत, वरिष्ठ कमलेश पटेल, पंकज जैन ‘मोगरा’, कमलेश सोनी, दौलत गोलानी, राकेश पोतदार आदि रैली के रूप मंे संपूर्ण शहर में राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए कलेक्टोरेट पहुंचे। जहां युवा बाईक राईडस का युवा डिप्टी कलेक्टर तरूण जैन, संयुक्त कलेक्टर आदि ने स्वागत कर इस ऐतिहासिक कार्य के लिए उनहें शुभकामनाएं प्रेषित की। यहां ढोल पर राष्ट्रीय गीतों के बीच सभी ने युवा बाईक राइर्डर्स के साथ नृत्य भी किया। इस दौरान जैन समाज की ओर से झाबुआ की बेटी रितिक पगारिया का तिलक कर एवं रत्नजडित माला से बहुमान किया गया। बाद यहां से आजाद चौक पहुंचकर सभी ने देश के वीर सपूत शहीद चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। समापन पर सभी को राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत इस स्वर्णिम यात्रा की शुभकामनाएं देते हुए सेल्यूट दिया गया।
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’मोहनीय कर्म का उदय आने पर जीव विवेक भूल जाता है । ’ - प्रवर्तक पूज्य जिनेन्द्रमुनिजी मसा.
झाबुआ । शनिवार 6 अगस्त को आत्मोद्धार चातुर्मास में स्थानक भवन में धर्मसभा में पूज्य जिनेन्द्रमुनिजी मसा. ने प्रवचन में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दशा श्रुत स्कंध के 9 वे अध्याय में महामोहनीय कर्म बांधने के 30 कारण बताये गये है । भगवान महावीर स्वामी जी चौथे आरे में कौणिक राजा द्वारा बसाई गई चम्पा नगरी में पधारे थे । भगवान के पधारने का समाचार लोगों को मिला, उनके दर्शन करने ,वाणी सुनने अनेक धर्मप्रेमी आए थे । भगवान की वाणी 1 योजन दूर तक पहूंच जाती हैे । वाणी श्रवण करने के पश्चात श्रोतागण वापस चले गए तब भगवान ने साधु-साध्वी को आमंत्रण देकर पास बुलाया तथा कहा है आर्या इस संसार में स्त्री-पुरूष जो भी हो, बार बार आचरण करते हुए उनको मोहनीय कर्म का बंध होता हे । 8 कर्म होते है- ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, वेदनीय, मोहनीय, आयुष्य, नाम, गौत्र और अन्तराय कर्म । इन कर्माे को जीव कैसे बांधता है, इसके कारण बतायें । इन कर्माे में अन्य कर्माे के साथ मोहनीय कर्म का बंध भी निरन्तर चलता रहता है । इन 8 कर्माे में से 7 कर्म जीव हर समय बांधता रहता है, मात्र आयुष्य कर्म का बंध जीवन में एक बार होता हे । स्त्री पुरूष सभी मोहनीय कर्म बंध करते रहते है । मोहनीय कर्म वह है जो आत्मा को मोहित करता है, जिसके द्वारा जीव मोह मे फंसता है । महा मोहनीय कर्म बांधने के परिणाम रौद्र होते हे । कर्म बांधनें के कारण आत्मा की देह चेतना लुप्त हो जाती हे । आत्मा धार्मिक क्रिया से शून्य होकर विवेक के अभाव में चार गति में भ्रमण करती रहती है । जीव की धार्मिक क्रिया खत्म हो जाती है । जीव 70 कोडाकोडी सागरोंपम कर्म का बंध करताहै । मोहनीय कर्म का जब उदय आता है, तो जीव अपना विवेक भूल जाता हे । जीव महामोहनीय कर्म का बंध कर नरक में जाता हे और वहा से तिर्यंच, मनुष्य में जाकर फिर ऐसे कर्म बांध कर वापस नरक में चला जाता है । भगवान ने बताया कि जीव उन्ही कारणों का बार-बार सेवन करता है । जीव को तेज गुस्सा आने पर मोहनीय कर्म का उदय होता है, उसे बार बार ऐसा करने का मन होता है । व्यक्ति को कितना भी समझाओं, वह नही समझता है, और ज्यादा कर्म बांधता है । जीव मजाकवश, कौतुहल की वजह से भी त्रस जीव को पानी मे डूबो-डूबों कर मारता है, उसे नही पता कि कर्मचंदजी का कर्जा उसे भारी पडेगा । जीव को संसार में रहते हुए उसे ऐसी क्रिया करने में आनन्द आता हे । जीव को खाने-पीने की जो भी वस्तु है, उनकों ढंक कर रखना चाहिये, ताकि जीव जन्तु उसमें नही गिरे । असावधानी वश खुला रखने पर अनर्थदण्ड का भागी होता है ।
’आया हुआ दुःख लंबे समय तक नही रहता है ।’’
अणुवत्स पूज्य संयतमुनिजी मसा ने कहा कि भगवान महावीर स्वामीजी को दीक्षा लेने के दिन तथा बाद में कई प्रकार के उपसर्ग आये थे । दीक्षा के बाद ही भंवरों ने काटा, क्योकि शरीर पर सुगंधित द्रव्य लगे हुए थे । भगवान को तिर्यंच ,मनुष्य, देवता ने अनेक उपसर्ग दिये पर उन्होने समभाव रखा । संसारी मनुष्य ऐसे उपसर्गाे में प्रायः सम भाव नही रख पाता हे और संयम के कष्टो से डरता है , परंतु कष्ट दुःख तो संसारी को भी आते है । संयम में कष्ट सहने पर कर्म क्षय होते है । जीव दुःख से डरता है, दुःख आने का एहसास होने मात्र से घबराता हे । वह दुःख से बचने के अनेक उपाय करता है । पर उससे भी उसके दुःख दूर नही होते, उल्टे नये कर्म बांधता हे । दुःख को भुलाने के लिये ,गम भुलाने के लिये कभी- कभी नशा भी कर लेता है, थोडी देर उसे लगता है कि वह दुःख को भुल गया, पर होश आने पर, फिर नया दुःख पाल लेता हे । धर्म आराधना करते, दीक्षा लेने पर मन में ऐसे भाव आना चाहिये कि ये दुःख मेरे पूर्व भव के कर्म के उदय के कारण आऐ हे , मेरा जो दुःख आया है, वह लंबे समय तक नही रहेगा, ऐसा चिंतन करना चाहिये । ’ अ शाता के उदय के कारण दुःख आता है । पुण्य के उदय होने पर दुःख चला जाता है ।’ ।सामान्य संसारी जीव को शारीरिक, आर्थिक, मानसिक दुःख आता है । कोरोना काल में घबराहट से ही कई व्यक्तियों की मृत्यु हुई । दीक्षा लेने के बाद भी दुःख आये तो मन में बुरे भाव नही आना चाहिये ।घर परिवार में सभी सुख उपलब्ध है, पर मानसिक दुःख चलते रहते है । व्यापार में घाटा हुआ,दिवालिया हुआ, कर्जा बढ गया इस प्रकार से आर्थिक दुःख आते है, पर व्यक्ति को विचार करना चाहिये कि ऐसे दुःख लंबे समय तक नही रहेगें ।कभी तो सुख होगा । कई विद्यार्थी फैल होने पर आत्म हत्या तक कर लेते है,विचार करना चाहिये कि अगले साल मेहनत करें फिर पास हो जाएंगे । दुःख जाने पर सुख अवश्य आयेगा, सुख के लिये प्रयास करना होगा ।
’तप से बढ़े आत्म शक्ति, तप से जगे आत्म ज्योति ।
मन के विकारों को दूर करे,। तप से परभव की कमाई होती ।।’
तपस्या के दौर में आज श्रीमती राजकुमारी कटारिया एवं श्रीमती सोनल कटकानी ने 29 उपवास, श्रीमति रश्मि मेहता ने 27 उपवास, श्रीमती आरती कटारिया,श्रीमती रश्मि, निधिता रूनवाल, श्रीमती चीना, नेहा घोडावत ने 26 उपवास, श्री अक्षय गांधी ने 25 उपवास, श्रीमती आजाद बहिन श्रीमाल ने 12 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किये । संघ के 10-श्रावक-श्राविका उपवास,एकासन और निवि तप से वर्षीतप कर रहे हे । श्रीमती पुर्णिमा सुराणा सिद्धितप, श्रीमती उषा ,सविता, पद्मा, सुमन रूनवाल द्वारा मेरू तप किया जारहा है । चोला चोला, तेला- तेला बेला बेला पारणा श्रावक श्राविकायें कर रहे है । वर्षावास प्रारंभ सेे ही तेला- आयम्बिल तप की लडी गतिमान है । तपस्वियों के तपस्या के उपलक्ष में चौबीसी का दोपहर में आयोजन चल रहा है । प्रवचन का संकलन सुभाष ललवानी द्वारा किया गया संचालन केवल कटकानी ने किया ।
पप्पू मोहिनिया कांग्रेस छोड़ भाजपा में साथियों सहित प्रवेश किया
भारत सरकार और मप्र सरकार के आजादी के 75वें अमृत महोत्सव और ‘‘हर घर-तिरंगा महा-अभियान’ में जिले से भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को सहभागी बनना है -ः भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक
- 13 से 15 अगस्त तक का समय हमे मां भारती की वंदना और समर्पण में बिताना है -ः भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ओमप्रकाश शर्मा
- जिला भाजपा की महत्वपूर्ण बैठक 7 अगस्त, रविवार को वनवासी कल्याण आश्रम पर हुई संपन्न
13 से 15 अगस्त तक 72 घंटे सत्त घरों पर लहराएगा तिरंगा
बाद भाजपा के पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दौलत भावसार ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगमी 13 से 15 तक संपूर्ण देश में प्रत्येक नागरिक से अपने घरों पर तिरंगा फहराने हेतु आव्हान किया है। प्रत्येक नागरिक में अपने देश के प्रति समर्पण और निष्ठा बहुत जरूरी है। साथ ही श्री भावसार ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के नियमानुसार 13 से 15 अगस्त तक, हम राष्ट्रीय ध्वज को रात्रि में भी अपने घरों की छतों परं लगा रहने दे सकते है। 72 घंटे सत्त तिरंगा लगा रह सकता है। इसके बाद अगले दिन 16 अगस्त को सुबह हमे राष्ट्रीय ध्वज को स-सम्मान उतारकर अपने घरों पर रखना है।
14 अगस्त को मौन जुलूस और सभा
भाजपा जिला महामंत्री कृष्णपालसिंह गंगाखेड़ी ने कहा कि जिले के प्रत्येक कार्यकर्ताओं को अपने शहर, नगर, गांव और फलिये-फलिये तक भाजपा के इस तिरंगा महाभियान का जोर-शोर से प्रचारित-प्रसारित करना है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के इतिहास के बारे में बताया कि 15 अगस्त से एक दिन पूर्व 14 अगस्त की रात देश का बंटवारा हुआ था, जिसमें भारत से पाकिस्तान और बांग्लादेश को अलग किया था। यह काला कानून और निर्णय उस समय कांग्रेसी विचारधाराओं के नेताओं ने लिया था। जिसका विरोध करते हुए आगामी 14 अगस्त को मौन जुलूस और सभा का जिला स्तर पर आयोजन किया जाएगा।
आगामी नगर परिषद्ों के चुनाव में प्रत्येक कार्यकर्ता जुट जाए
पूर्व विधायक श्री बिलवाल ने पिछले दिनों संपन्न हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा समर्थित सभी विजयी प्रत्याशियों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि अब जल्द ही नगरपालिका परिषद् झाबुआ के साथ थांदला, रानापुर एवं पेटलावद में भी परिषद् के चुनाव नजदीक आ रहे है, जिसके लिए हमे अभी से ही कमर कस लेना है। श्री बिलवाल ने पूरी चुनाव प्रक्रिया की जानकारी देते हुए इसमें शहरों और नगरों में वार्डवाईस कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से सक्रिय होकर जनगणना और नामावली कार्य में प्रशसानिक कर्मचारियों के साथ रहने और प्रत्येक वार्डों में प्रदेश और देश की भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए भाजपा के पक्ष में माहौल निर्मित करने हेतु आव्हान किया।
स्वतंत्रता दिवस पर प्रत्येक घरों पर लहराएगा तिरंगा
भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि आज पूरा विश्व भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुणगान गा रहा है। जब देश के मुखिया मजबूत और सुदृढ़ हो, तो देश को विकास और प्रगति की ओर बढ़ने से कोई भी नहीं रोक सकता है। वरिष्ठ भाजपा नेता श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के आव्हान पर ही हमे आगामी 13 से 15 अगस्त तक चलाए जाने वाले ‘‘हर घर तिरंगा महाभियान’’ में तन-मन से जुड़कर इसे ऐतिहासिक और सफल बनाना है। आगामी 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस वह दिन होगा, जब देश के प्रत्येक नागरिक के घरों और प्रतिष्ठानों पर तिरंगा ध्वज लहराएगा। पूरा राष्ट्र मां भारती की वंदना और समर्पणता में लीन नजर आएगा।
जिले के प्रत्येक कार्यकर्ताओं को महा-अभियान को सफल बनाना है
अंत में भाजपा जिलाध्यक्ष एलएस नायक ने कहा कि जिला भाजपा, जिले के सभी मंडलों के पदाधिकारी के साथ सभी मोर्चा, प्रकोष्ठों और सभी सहयोगी संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को आगामी दिनों में भारत सरकार और मप्र सरकार के ‘‘हर घर तिरंगा’’ महाभियान में जुटते हुए इसे सफल बनाने हेतु पूर्ण प्रयास करना है। सभी को राष्ट्रीय भावना के साथ 13 से 15 अगस्त तक अपने घरों के साथ पूरे गांव, नगर और शहर को तिरंगामय बनाना है। सभी के सामूहिक प्रयासों से यह महा-अभियान भारत में एक नया इतिहास रचेगा। जब पूरा भारत राष्ट्र की वंदना में लीन नजर आएगा। अंत में आभार भाजपा मंडल झाबुआ अध्यक्ष अंकुर पाठक ने माना।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर मुख्य रूप से पूर्व भाजपा जिला महामंत्री प्रवीण सुराना, जिला उपाध्यक्ष सत्येन्द्र यादव एवं भानू भूरिया, भाजपा पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष सोनू विश्वकर्मा, भाजपा जिला मंत्री संगीता पलासिया, जिला मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नाहर, जिला कार्यालय मंत्री मनोहर मोदी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष कुलदीपसिंह चौहान, भाजयुमो जिला मीडिया प्रभारी दौलत गोलानी, झाबुआ मंडल अध्यक्ष शक्तिसिंह देवड़ा एवं महामंत्री अभिजीतसिंह बेस, भाजपा मंडल झाबुआ महामंत्री जुवानसिंह गुंडिया, मंडल मंत्री राजेश थापा, मंडल कार्यालय मंत्री राजेश मेहता, भाजपा व्यापारी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अशोक भंडारी, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक पं. गणेशप्रसाद उपाध्याय, शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक जयेन्द्र बैरागी, भाजपा जिला आईटी सेल प्रभारी अर्पित कटकानी, भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला आईटी सेल प्रभारी स्वीट गोस्वामी, देवझिरी मंडल अध्यक्ष सुरभानसिंह गुंडिया, जितेन्द्र पटेल सहित बड़ी संख्या में अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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