- अनियमित मानसून को लेकर जिला प्रशासन सजग
मधुबनी, जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि सिंचाई विशेषकर खरीफ फसल के लिए खेतो में पानी पहुंचाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता में है। ऐसे में सिंचाई के लिए बिजली पंहुचाना, नहरों के माध्यम से पानी उपलब्ध कराना और पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की जवाबदेही है। इसलिए सभी संबंधित अधिकारी सक्रिय होकर अपनी भूमिका अदा करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिले में सूखे जैसी गंभीर स्थिति बनी हुई है। जिले के मेहनतकश किसानों ने अभी तक 92 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि पर धान की रोपनी कर ली है। जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। ऐसे में यदि खेतों को समय से पानी नहीं पंहुचा तो इनकी पैदावार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने इसके लिए जिले के सभी कार्यपालक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया कि अगले तीन दिनों में लिखित में प्रतिवेदित करें कि जिले के हर उस गांव व खेतों तक कृषि फीडर से बिजली दी जा रही है, जहां पर पोल गाड़े जा चुके हैं। उन्होंने पटवन की जरूरतों को देखते हुए कृषि फीडर में पर्याप्त बिजली देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वर्षा न होना आपदा जैसी स्थिति को पैदा करता है, ऐसे में कार्य मे कोताही बरतने वाले पर प्राथमिकी तक दर्ज कराने का प्रावधान है। उन्होंने जिले में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति के लिए कदम उठाने को कहा है। उन्होंने जिले के बिजली विभाग के अलग अलग प्रमंडल के शिकायती दूरभाष संख्या के महत्व पर भी प्रकाश डाला जो इस प्रकार है। विद्युत प्रमंडल, मधुबनी के लिए 9264456414 , विद्युत प्रमंडल जयनगर के लिए 9264190783 तथा 9264456415 झंझारपुर के क्षेत्राधीन शिकायतों के लिए है। उन्होंने पश्चिमी कोशी नहर प्रमंडल के उपस्थित सभी कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि जिले के सभी किसानों के हित में नहर की पूरी लंबाई में पर्याप्त पानी पंहुचाई जाए। उन्होंने कहा कि संबंधित कार्यपालक अभियंता अपने अपने क्षेत्र में समय समय पर नहर के फाटक को तय समय सीमा के लिए खोलें और पुनः बंद कर दें। जिलाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी से जिले में उर्वरक विक्रेताओं के द्वारा की जा रही मनमानी की खबरों के बारे में भी जानकारी ली गई। उन्होंने स्पष्ट किया कि उर्वरक के होलसेलर से बैठक कर खुदरा विक्रेताओं की समस्या को दूर करें। उन्होंने कहा कि किसानों को उनके गांव में उर्वरक उपलब्ध हो और इसके लिए उन्हें दूर न जाना पड़े इसके लिए कदम उठाए जाएं। यदि कोई उर्वरक विक्रेता मनमानी करते हुए इसमें व्यवधान उत्पन्न करते हों तो उनसे स्पष्टीकरण पूछा जाए और उचित कार्रवाई की जाए। उक्त बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार, सहायक निदेशक उद्यान, राकेश कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, शंभू प्रसाद यादव, कार्यपालक अभियंता, विद्युत प्रमंडल, मधुबनी, मो. अरमान, कार्यपालक अभियंता विद्युत, झंझारपुर, रमेश कुमार, कार्यपालक अभियंता विद्युत, जयनगर, रमन कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें