- बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए दरभंगा के रजवाड़ा में दलित-गरीबों को हटाने पहुंची थी पुलिस.
- भाजपाईयों ने फैलाई अफवाह, गरीबों के प्रतिवाद में घुस आए भाजपाई, होमगार्ड जवान की मौत दुखद,
- माले की दरभंगा जिला कमिटी सदस्य व इंसाफ मंच के जिला सचिव मकसूद आलम की गिरफ्तारी निंदनीय
- भाकपा-माले के दरभंगा सदर पार्टी कार्यालय पर छापा - संज्ञान ले सरकार.
पटना 31 अगस्त,खेग्रामस (अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा) के राष्ट्रीय महासचिव व भाकपा-माले के मिथिलांचल प्रभारी धीरेन्द्र झा ने आज प्रेस बयान जारी करके कहा है कि बिहार में भाजपा सरकार से तो बाहर हो गई है, लेकिन भाजपाई बुलडोजर की लत ने पुलिस-प्रशासन को पूरी तरह अपनी गिरफ्त में ले रखा है. महागठबंधन की सरकार को इसपर तत्काल संज्ञान लेना चाहिए और प्रशासन व पुलिस को जनता के प्रति जिम्मेवार बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि विगत दिनों दरभंगा के मनीगाछी प्रखंड के रजवाड़ा गांव में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस के खिलाफ दलित-गरीबों का गुस्सा स्वभाविक था. लेकिन बगल के गांव तरौनी के भाजपाइयों ने इसमें साजिश रची, अफवाह फैलाया और मामले को उग्र बना दिया. जिसके कारण होमगार्ड के एक जवान घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई. हमारी पार्टी मृतक होमगार्ड के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती है. अब इस घटना की आड़ में प्रशासन भाजपाइयों के ही इशारे पर माले नेताओं व माले के दफ्तरांे को निशाना बना रहा है. माले के दरभंगा जिला कमिटी के सदस्य व इंसाफ मंच के जिला सचिव मकसूद आलम उर्फ पप्पू खां की गिरफ्तारी इसी घटना की आड़ में की गई है. 30 अगस्त की रात को माले के दरभंगा सदर प्रखंड कार्यालय पर छापेमारी की गई. पुलिस ने वहां पार्टी नेताओं को गिरफ्तार करने की कोशिश की. कार्यालय में तोड़-फोड़ किया गया. पुलिस एक बक्सा व कुछ सामान उठाकर लेती गई. उसकी यह कार्रवाई बेहद निंदनीय है. रजवाड़ा गांव के दलितों-गरीबों को 2013 में ही वहां के अंचलाधिकारी ने आवास की वैकल्पिक व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था, जो आज तक लंबित है. प्रशासन उलटे अब गरीबों को उजाड़ने पहुंच गया, जबकि उच्च न्यायालय का स्पष्ट आदेश है कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए किसी भी गरीब को नहीं उजाड़ा जा सकता. भाकपा-माले व खेग्रामस इस मसले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को सारी स्थिति से अवगत कराएगा. हम पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं ताकि भाजपाइयों की साजिश बेनकाब हो सके. गिरफ्तार मकसूद आलम को अविलंब रिहा किया जाए तथा बुलडोजर की हनक पर रोक लगाई जाए.
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