गणेश शब्द का अर्थ होता है जो समस्त जीव जाति के ईश अर्थात् स्वामी हो। आजादी के आन्दोलन में गणेश उत्सव ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी - सांसद गुमानसिंह डामोर
रतलाम । भगवान गणेश को बुद्धि का देवता माना जाता है। हिंदू धर्म में किसी भी नए काम को प्रारंभ करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। माना जाता है कि भगवान गणेश की पूजा करने के बाद प्रारंभ होने वाला कार्य हर हाल में पूरा होगा। भगवान शिव व माता पार्वती के पुत्र गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। मान्यता है कि मनुष्य जब भी किसी संकट में फंसता है और सच्चे मन से भगवान गणेश को याद करता है तो उसका संकट टल जाता है। गणेश शब्द का अर्थ होता है जो समस्त जीव जाति के ईश अर्थात् स्वामी हो। गणेश जी को विनायक भी कहते हैं। विनायक शब्द का अर्थ है विशिष्ट नायक। वैदिक मत में सभी कार्य के आरम्भ जिस देवता का पूजन से होता है, वही विनायक हैं। गणेश चतुर्थी के पर्व का आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्त्व है- उक्त उदबोधन रतलाम झाबुआ आलीराजपुर के सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने अष्ट विनायक कॉलोनी मे भगवान सिद्धीविनायक गणपति जी की महामंगल आरती मे सहभागिता के समय सैकडो की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुों एवं कालोनीवासियों को सबांधित करते हुए कही । श्री डामोर का ढोल की थाप के साथ आगमन पर भवभीना स्वागत अष्ट विनायक कालोनी में कालोनीवासियों द्वारा किया गया । श्री डामोर ने गणेशोत्सव पर्व के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि देश की आजादी के आन्दोलन में गणेश उत्सव ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। 1894 में अंग्रेजो ने भारत में एक कानून बना दिया था जिसे धारा 144 कहते हैं जो आजादी के इतने वर्षों बाद आज भी लागू है। इस कानून में किसी भी स्थान पर 5 से अधिक व्यक्ति इकट्ठे नहीं हो सकते थे और ना ही समूह बनाकर कहीं प्रदर्शन कर सकते थे। महान क्रांतिकारी बंकिम चंद्र चटर्जी ने 1882 में वन्देमातरम गीत लिखा था। जिस पर भी अंग्रेजों ने प्रतिबंध लगा कर गीत गाने वालों को जेल में डालने का फरमान जारी कर दिया था। इन दोनों बातों से लोगों में अंग्रेजों के प्रति बहुत नाराजगी व्याप्त हो गयी थी। लोगों में अंग्रेजों के प्रति भय को खत्म करने और इस कानून का विरोध करने के लिए महान स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य तिलक ने गणपति उत्सव की स्थापना की और सबसे पहले पुणे के शनिवारवाड़ा में गणपति उत्सव का आयोजन किया गया।इस अवसर पर सांसद श्री गुमानसिंह डामोर ने भगवान श्री गणेशजी की महामंगल आरती भी की । श्री डामोर के साथ श्रीमती सुरत डामोर भी उपस्थित रही । आरती पश्चात सांसद श्री डामोर द्वारा कॉलोनी वासियो से चर्चा भी की गई तथा उनकी समस्याओं का जायजा लेते हुए उनके निराकरण का भरोसा दिलाया । श्री डामोर ने आयोजको के सराहनीय योगदान की प्रशंसा भी की। इस अवसर पर आयोजक विनायक मंडल के सदस्य श्री देवेंद्र वर्मा, श्री आशीष शर्मा, श्री शेलेन्द्र मिश्रा, श्री ब्रजमोहन कुरवाड़े ,श्री संदीप सांकला, श्री धर्मेंद्र राठौर, श्री अमर सिंह चौहान , श्री रवीन्द्र गाडगे, श्री गोविंद व्यास,श्री शुभम जैन, श्री पीयूष जड़िया, श्री शंकर छिपा, श्री संजय भट्ट,श्री अर्जुन लोहार,श्री कैलाश प्रजापत , श्री कपिल मारोठिया , श्री हितेंद्र चौहान सहित बडी संख्या मे गणमान्यजन एवं नागरिक एवं मातृशक्ति उपस्थित रहे ।
- सांसद श्री डामोर ने अष्टविनायक मंदिर मे की गणपति बप्पा की आरती ।
गौ वंश को राष्ट्रीय पशु बनाने हेतु अहिंसा यात्रा को 11 दिन में 100 विधायक - सांसदों का मिला समर्थन , 2024 तक गौ वंश को राष्ट्रीय पशु घोषित करवाने का लक्ष्य
झाबुआ । गौ वंश को राष्ट्रीय पशु घोषित करवाने का लक्ष्य लेकर 18 अगस्त 2022 को मध्य प्रदेश के इंदौर से यात्रा संयोजक विनायक अशोक लुनिया के नेतृत्व में प्रारम्भ हुयी अहिंसा यात्रा को मध्य प्रदेश सहित महाराष्ट्र के भाजपा - कांग्रेस - शिवसेना के विधायक व सांसदों का समर्थन प्राप्त हो रहा है। सुचारु रूप से चल रही यात्रा में अब तक 100 विधायक एवं सांसद का समर्थन प्राप्त हुआ है जिसमे मुख्य चर्चित नाम मध्य प्रदेश से पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वर्तमान भाजपा विधायक पारस जैन, कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया, विधायक दिलीप गुर्जर, व हाल ही में चर्चा का विषय बनने वाली हॉट सीट से विधायक सुलोचना रावत सहित महाराष्ट्र के सोलापुर विधायक विजय देशमुख, शिवसेना के शिंदे गुट के बहुचर्चित विधायक शाहजीबापु पाटिल एवं भाजपा से राज्यसभा सांसद धनंजय महाडिक का समर्थन प्राप्त हुआ है। यात्रा संयोजक विनायक अशोक लुनिया ने बताया की अहिंसा यात्रा का मुख्य लक्ष्य है गौ वंश को राष्ट्रीय पशु घोषित करवाना। यह अभियान आज का नहीं वरन 40 साल ज्यादा समय से चलता आ रहा है, यह अभियान पिता जी स्वर्गीय अशोक कुमार जी लुनिया साहब ने 70 की दशक में गौ संरक्षण का मुहीम शुरू किये थे जिसको वर्ष 2011 में गौ वंश को राष्ट्रीय पशु घोषित करो की मांग उठाकर एक राष्ट्रीय मुद्दा बनाया था किन्तु आज तक वह मांग पूर्ण नहीं हो सकी जिसको अब अहिंसा यात्रा के मध्य से देश भर के 4980 विधायक (दोनों सदनों के) एवं 788 सांसदों (दोनों सदनों के) से समर्थन प्राप्त कर महामहिम राष्ट्रपति महोदय को समर्थन पत्र भेंट करते हुए पुरजोर तरीके से अपनी मांग राखी जाएगी। ज्ञातव्य रहे की यात्रा संयोजक विनायक अशोक लुनिया की माताजी का देहांत 4 अगस्त 2022 को हो गया है एवं परिवार के अकेले पुत्र होने के बाद भी वह अपने माता - पिता के सपने को पूरा करने के लिए निकल पड़े, असहनीय अपूरणीय क्षति के बाद भी लुनिया ने अहिंसा यात्रा बाधित नहीं होने दिया। आपको बता दें की यह यात्रा 17 माह 6 दिन की यात्रा है जो की सतत चलती रहेगी। उक्त यात्रा में फ्रंट लाइन सहित प्रबंधन में कुल 140 से अधिक लोगो की टीम कार्यरत है।
जिले में गौ-माताआंे की लंबी वायरस के कारण हो रहंी बीमार एवं मृत्यु , शहर में राष्ट्रीय गौ-सेवा संघ की सेवा-भावना आई सामने,
लापरवाह पशु मालिकों पर होना चाहिए सख्ती से कार्रवाई
जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रशासन को शहर में पशुआंे को लापरवाहीपूर्वक विचरने के लिए छोड़ने वाले ऐसे पशु मालिकों पर कड़ा कानून बनाकर सख्त कार्रवाई की जाना चाहिए। अक्सर बाजारों में गौ-माताएं विचरने के दौरान मुख्य तिराहौ-चौराहा, यहां तक की शासकीय जिम्मेदार अधिकारियों के कार्यालयों के बाहर भी डेरा डालकर बैठ जाती है, जिससे जहां आवागमन तो बाधित होती ही है, वहीं गौ-माताओं द्वारा पानी-आहार की तलाश में प्लॉस्टिक, पॉलिथीन, दूषित खाद्य सामग्रीयां खाने से वह अत्यधिक बीमार होकर मृत्य तक हो जाती है।
गायत्री गली में गंभीर बीमार गौ-माता का करवाया उपचार
इसी बीच स्थानीय कॉलेज माग स्थित गायत्री गली में शुक्रवार रात करीब 11.30 बजे जब एक गौ-माता को जमीन पर बैठ तपड़ते हुए सेवाभावी सदस्य सोनू थोराट ने देखा, तो तत्काल ही इसकी सूचना आरजीएसएस के व्हाट्एस ग्रुप में भेजने के साथ ही आरजीएसएस के जिलाध्यक्ष श्री चौहान को भी मोबाईल से अवगत करवाया। बाद सभी के संयुक्त प्रयासांे से तत्काल ही पशु चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ. रमेश भूरिया, जो दिन-रात पशुओं के उपचार हेतु तत्पर रहते है, उन्हें मोबाईल पर इसकी जानकारी दी। डॉ. भूरिया ने रात 12 बजे अपने घर पर सोए हुए होने के बाद भी मोबाईल रिसीव करते हुए आने की स्वीकृति प्रदान की और गायत्री गली आकर गौ-माता का प्राथमिक उपचार किया।
पॉलिथीन खाने से हुई बीमार
इस दौरान डॉ. भूरिया ने गौ-माता का स्वास्थ्य परीक्षण करने पर बताया कि उसमें लंपी वायरस जैसे कोई संक्रमण नहंी दिखाई दे रहे है, संभवतः कहीं विचरते समय प्लास्टिक (पॉलिथीन) और दूषित खाद्य पदार्थ खाने से वह ज्यादा अस्वस्थ हो गई। हॉलाकि उपचार के कुछ देर पश्चात् वह चल-फिरने में समक्ष हुई। इस दौरान आरजीएसएस से जुड़ी सेवाभावी सदस्या सोनू थोराट ने गौ-माता का पूर्ण उपचार तक ध्यान रखने एवं देखरेख का भी जिम्मा लिया।
झाबुआ के आजाद चौक पर अशोक वाणी एवं ग्रुप जोबट द्वारा प्रस्तुत भजनों ने देर रात तक बांधा समां, श्री कृष्ण और गणेषजी के भजनों पर थिरके अतिथि और आयोजक
भजनों पर थिरके अतिथि एवं श्रोतागण
जोबट से पधारे प्रसिद्ध भजन गायक अशोक वाणी एवं उनकी टीम द्वारा श्री गणेश की वंदना के साथ भजन संध्या का आगाज किया गया। बाद भगवान शिवजी, मंगल मूर्ति गजानन महाराजजी के साथ श्री कृष्ण और मां दुर्गाजी और भगवान श्री राम तथा हनुमानजी के सुंदर एवं समधुर भजन प्रस्तुत कर अतिथियों सहित श्रोताओं को नृत्य करने को मजबूर कर दिया। रात 9 से लेकर 12 बजे सत्त बड़ी संख्या में भक्तजनों ने भजनों का रसास्वादन किया। समापन श्री हनुमान चालीसा पाठ के साथ हुआ।
सभी कलाकारों का किया सम्मान
समापन पर श्री नाथ कला मंडल के समस्त सदस्यों द्वारा मिलकर प्रसिद्ध भजन गायक अशोक वाणी एवं उनकी पूरी टीम का श्रीफल और पुष्पमालाओं से अभिनंदन किया गया। समापन पर सभी ने गणपति बाप्पा मोरिया ... के सामूहिक जयघोष भी लगाए। भजनों के बीच ही कई श्रद्धालुजन अत्यंत ही भावुक भी हुए और उन्होंने श्री कृष्ण और गणेषजी की भक्ति में पूर्णतः लीन एवं मदमस्त होकर नृत्य किया। जिसका पूरे प्रांगण में तालियां बजाकर उत्साहवर्धन किया गया। ज्ञातव्य रहे कि श्री नाथ कला मित्र मंडल द्वारा 10 दिवसीय गणेशोत्सव के तहत प्रतिदिन रात्रि में आजाद चौक पर विभिन्न कार्यक्रम किए जा रहे है।
महाव्रत धारी साधु साध्वी ,तपस्वी श्रावक श्राविका की निंदा करने वाला अपने पुण्य को, खत्म करता है ’ - प्रवर्तक पूज्य जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. ।
झाबुआ । आत्मोद्धार वर्षावास में 4 सितम्बर रविवार को पुज्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. ने विराट धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिनेश्वर देव की हमारे उपर अनंत कृपा है, जिन्होने हमे ऐसा अनुपम ,श्रेष्ठ मार्ग बताया हे । साथ ही धर्म ओर पाप का भी मार्ग बताया है । धर्म का मार्ग बता कर उस पर चलने की प्रेरणा दी, पाप का मार्ग बता कर उससे दूर हटने का बताया । भगवान संसार के तथा मोक्ष के मार्ग का भी प्रतिपादन करते हे ,इसमें संसार का मार्ग छोड़ना हे । आपने आगे कहा कि वितरागी तथा सरागी देवों की निंदा करने वाला गाढे, चिकने महामोहनीय कर्म का बंध करता हे । निंदा मीठी लगती हे, करने मे रस आता है , आनंद आता हे । धर्मी तथा अधर्मी की भी निंदा होती हे । व्यक्ति किसी की गलती, दोष देख कर उसे बताते है तथा लिखकर भी देते हे । निंदा जड पदार्थाे की भी होती हैे, पशु की भी, देव की भी होती है, कोई भी अछूता नही है।, देव के 2 प्रकार हे, वितरागी तथा सरागी देव । अरिहंत सिद्ध भगवान वितरागी देव है । अरिहंत भगवान सभी विकारों, रागद्वेष से रहित ,उत्तम भाव वाले होते है परन्तु स्वार्थी जीव इनकी भी निंदा करते हे । अपना काम नही हुआ, मैने इतनी माला गिनी, इतना धर्म किया, कोई लाभ नही हुआ, ऐसा स्वार्थी व्यक्ति सोचते हे । वितराग अनंतगुण के स्वामी होते है, उनके साक्षात दर्शन हो जाये तो भव सुधर जाये, शुद्ध भाव से भक्ति करेें तो भव सुधर जाये । सरागी देव की भी कुछ निंदा करते हे, पर किसी का काम हो जाऐ तो निंदा नही होती हे । आपने आगे कहा कि देवो के पास इतनी रिद्धि है कि, संसार की सारी रिद्धि एक तरफ, जो उनके पेर की जुती के बराबर भी नही हे । परन्तु कुछ ऐसा सोचते हे कि जब उनके पास इतनी रिद्धि है तो वह क्या काम की, वे मनुष्य का भला क्यो नही करते?निंदा करने वाले का पता कुछ देवों को होता हैे, कुछ को नही । परन्तु देव अपनी रिद्धि किसी को दे नही सकते, क्योकि उनका कल्प नही हे । जीव की इतनी पुण्यवानी नही है, कि वे इसे ग्रहण कर सकें । उनका यश होता हे उनके, शरीर का प्रभाव होता कि कोई उसे सहन नही कर सकता हे । उनके यश का प्रभाव दूर दूर तक होता है । उनके अधीन बहुत सारे देव भी होते हे । कुछ व्यक्ति निंदा करते है कि क्यो नही वे अपने यश से, शक्ति से लोगों का हित करते हे ।? शरीर औदारिक , देवों का शरीर वेक्रिय होता है । उनके वर्ण की भी निंदा करता हे । आपने आगे कहा कि व्यक्ति खाए बिना रह सकता है, पर निंदा करे बिना नही रह सकता है । जब व्यक्ति किसी की निंदा बुराई करता है तो परिणाम की धारा अशुभ ओर बुरी होती हे । निंदा करने वाले पर जब परिणाम आता है उसकी आयुष्य बंध गई तो वह दुर्गति का मेहमान बनता हे ,तथा भव भव तक कष्ट उठाता है तथा गाढे, चिकने महामोहनीय कर्म का बंध करता हे । देवो, महाव्रत साधु-साध्वी तपस्वी, श्रावक-श्राविका की निंदा करने वाले गाढे महामोहनीय कर्म का बंध कर पाप के भागीदार बनते है, ऐसे व्यक्तियों का पाप का उदय आ जाने पर उसकी जुबान भी इसी भव में विकृत हो जाती हे । हमे सभी के सदगुण देखना है,। किसी की भी निंदा करने वाला अपने पुण्य को खत्म करता हे । किसी के सदगुण नही देखे तो उसके दुर्गुण भी नही देखे । किसी के सदगुण देखने पर अपने में भी सदगुण आते हे । गुरू शिष्य को समझाते है, तो यह निंदा नही उसे सुधारना हे । जीवन में अच्छाई लायेगें, सदभाव रखेगें ,किसी की निंदा नही करेगें तो व्यक्ति अपनी आत्मा का उद्धार इसी भव में कर लेगा ।
’’मन ,वचन ,काया की क्रिया से कर्म का आत्मा में प्रवेश होता है ’-पूज्य संयत मुनिजी म.सा.
धर्मसभा में अणुवत्स पुज्य संयतमुनिजी म.सा. ने कहा कि जीव अनादि काल से इस संसार मे घुम कर आनंद मना रहा है,घूमने में ही सुख मान रहा हे । सिद्ध भगवान नही घुम रहे है, उनके साथ कर्म नही लगे है, हमारे साथ कर्म लगे हुए हेै । व्यक्ति भटक रहा है, अभी तक थका नही हे, जब थकेगा तब आराम करेगा । संसार के थपेडे खाने के बाद भी जीव को अक्ल नही आई, जिनको अक्ल आई वे पार हो गये । जीव कर्म के कारण भटक रहा हे । कर्म स्वयं ने बांधे हे इसलिये भटक रहा हे । मन, वचन काया की क्रिया से कर्म का आत्मा में प्रवेश होता हे । केवली भगवान ने कर्म एक समय में बांधे दूसरे में भोगे बाद में सारे खत्म । कषाय के कारण आत्मा में कर्म टिकते हैं ।इस आत्मा रूपी कुएं में क्रोध ,मान, माया, लोभ रूपी चार कुत्ते पड़े हुए हैं इनके कारण आत्मा मैली हो रही है। जब तक आत्मा से यह निकलेंगे नहीं तब तक जीव संसार में भ्रमण करता रहेगा हमें इन कषायो को आत्मा से निकालना होगा, निकालने का मन होगा तब निकलेंगे । आत्मा के हित के लिए इन्हें छोड़ना होगा , पाप जीव को दुःखी करते हैं ।चाहे तपस्वी हो, ज्ञानी हो , वेयावच्च करने वाला हो यदि कषाय को हेय हेया ही नहीं समझे तो उसे मोक्ष मार्ग नहीं मिलता । कषाय छोड़ेगा तो जीव आगे बढ़ेगा । अनेक बार जीवन चारित्र लिया पर मोक्ष नहीं हुआ । दीक्षा लेने पर मोक्ष गति अभी नहीं पर देव गति अवश्य मिलती है ।संसार में अधोगति संयम में मोक्ष गति है । संयम की दृष्टि से की जाने वाली क्रिया से कर्म के निर्जरा होती है ,कर्म हल्का होने पर जीव का उद्धार होगा । जीव समझ समझ कर ही मोक्ष में जा सकता है ।, जीव लोभ कषाय में आसक्त होकर दुःख प्राप्त कर रहा है, खतरे उठा रहा है ,अनादि काल से ठगा रहा है । जिसका आयुष्य, पुण्य वानी प्रबल होगा उसका कोई बिगाड़ नहीं सकता है । कषाय पर विजय पाने से आत्मोद्धार होगा । धर्म सभा में रतलाम ,खाचरोद गोधरा, लिमडी ,उज्जैन श्री संघ के पदाधिकारियों ने अपने विचार व्यक्त किए .। उज्जैन नयापुरा संघ ,रतलाम संघ ने आगामी चातुर्मास का ,गोधरा संघ ने होली चातुर्मास की विनती की ।बड़ी संख्या में दर्शनार्थी दर्शन हेतु पधारे। तपस्या के दौर में आज श्रीमती भीनी कटकानी ने 33 ,सुधीर रुनवाल ने 24 कुमारी सोनीका बरवेटा ने 19, श्रीमती सीमा व्होरा ने 18 श्रीमती सीमा गांधी ने 12, श्रीमती पलक जैन ने 12 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किए श्रीमती शीतल कटकानी का धर्म चक्र , तेला,आयंबिल तप गतिमान हे । पूरे प्रवचन का लेखन श्री सुभाष चंद्र ललवानी ने किया सभा का संचालन श्री प्रदीप रूनवाल ने किया ।
मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के आदेशानुसार नगरीय निकाय पेटलावद, थांदला, झाबुआ, राणापुर हेतु कार्यक्रम
झाबुआ,। मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश दिनांक 02 सितम्बर में मध्यप्रदेश नगरपालिका अधिनियम 1961 की धारा 32 (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मध्यप्रदेश नगरपालिका अधिनियम, 1961 की धारा-36 (2) (क) एवं मध्यप्रदेश नगरपालिका निर्वाचन नियम, 1994 के नियम 21 की अपेक्षा अनुसार राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकायों (नगरपालिका परिषद्) के आम निर्वाचन वर्ष-2022 हेतु समय-अनूसूची कार्यक्रम विहित किया है। जिसमें 1 (प) निर्वाचन की सूचना का प्रकाशन और नाम निर्देशन-पत्र प्राप्त करना। जिसकी निर्धारित तारीख 05 सितम्बर 2022 (सोमवार) समय प्रातः 10.30 बजे से, (पप) स्थानों (सीटों) के आरक्षण के सम्बंध में सूचना का प्रकाशन निर्धारित तारीख 05 सितम्बर 2022 प्रातः 10 बजे से, (पपप) मतदान केन्द्रों की सूची का प्रकाशन निर्धारित तारीख 05 सितम्बर 2022 (सोमवार) प्रातः 10.30 बजे से, 2 नाम-निर्देशन पत्र प्राप्त करने की अंतिम निर्धारित तारीख 12 सितम्बर 2022 (सोमवार) समय प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 03 बजे तक। 3 नाम-निर्देशन पत्रों की संवीक्षा (जॉच) निर्धारित तारीख 13 सितम्बर 2022 (मंगलवार) समय प्रातः 10.30 बजे से। 4 अभ्यर्थियों से नाम वापस लेने की अंतिम निर्धारित तारीख 15 सितम्बर 2022 (गुरूवार) समय प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 03 बजे तक। 5 निर्वाचन लडने वाले अभ्यर्थियों की सूची तैयार करना और निर्वाचन प्रतीकों का आवंटन निर्धारित तारीख 15 सितम्बर 2022 (गुरूवार) अभ्यर्थिता से नाम वापसी के ठीक बाद। 6 मतदान (यदि आवश्यक हो) निर्धारित तारीख 27 सितम्बर 2022 (मंगलवार) समय प्रातः 07 बजे से अपरान्ह 05 बजे तक। 7 मतगणना और निर्वाचन परिणमों की घोषणा निर्धारित तारीख 30 सितम्बर 2022 (शुक्रवार) समय प्रातः 09 बजे से।
नगरीय निकायों में आम निर्वाचन के लिये मतदान 27 सितम्बर को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन कार्यक्रम घोषित
झाबुआ । राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा 18 जिलों के 46 नगरीय निकायों के आम निर्वाचन-2022 का निर्वाचन कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। इन नगरीय निकायों में मतदान 27 सितम्बर को और मतगणना 30 सितम्बर को होगी। मतदान ईव्हीएम से होगा। संबंधित नगरीय निकाय क्षेत्रों में आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो गई है। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह ने जानकारी दी है कि निर्वाचन की सूचना का प्रकाशन और नाम निर्देशन-पत्र प्राप्त करने का कार्य 5 सितम्बर, 2022 को सुबह 10.30 बजे से शुरू होगा। नाम निर्देशन-पत्र प्राप्त करने की अंतिम तारीख 12 सितम्बर (दोपहर 3 बजे तक) है। नाम निर्देशन-पत्रों की संवीक्षा 13 सितम्बर को की जायेगी। अभ्यर्थिता से नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 15 सितम्बर है। इसी दिन अभ्यर्थियों को निर्वाचन प्रतीकों का आवंटन किया जायेगा। मतदान 27 सितम्बर को सुबह 7 से शाम 5 बजे तक होगा। मतगणना और निर्वाचन परिणामों की घोषणा 30 सितम्बर को सुबह 9 बजे से होगी। सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री राकेश सिंह ने जानकारी दी है कि जिला सागर की नगर परिषद कर्रापुर, नगरपालिका परिषद खुरई, गढ़ाकोटा, सिंगरौली की नगर परिषद सरई, बरगवाँ, शहडोल की नगर परिषद बुढ़ार, जयसिंह नगर, नगरपालिका परिषद शहडोल, अनूपपुर की नगर परिषद बरगवाँ (अमलाई), नगरपालिका परिषद कोतमा, बिजुरी, उमरिया की नगरपालिका परिषद पाली, डिण्डोरी की नगर परिषद डिण्डोरी, शहपुरा, मण्डला की नगर परिषद बम्हनीबंजर, बिछिया, निवास, नगरपालिका परिषद मण्डला, नैनपुर, बालाघाट की नगर परिषद बैहर, नगरपालिका परिषद मलाजखण्ड, सिवनी की नगर परिषद लखनादौन, छिंदवाड़ा की नगर परिषद मोहगाँव हवेली, हर्रई, नगरपालिका परिषद पांढुर्ना, सौंसर, दमुआ, जुन्नारदेव, बैतूल की नगर परिषद चिचोली, आठनेर, नगरपालिका परिषद सारणी, रायसेन की नगर परिषद देवरी, खण्डवा की नगर परिषद छनेरा, पुनासा, बुरहानपुर की नगरपालिका परिषद नेपानगर, खरगोन की नगर परिषद मण्डलेश्वर, महेश्वर, भीकनगाँव, अलीराजपुर की नगर परिषद चन्द्रशेखर आजाद नगर, जोबट, नगरपालिका परिषद अलीराजपुर, झाबुआ की नगर परिषद थांदला, पेटलावद, रानापुर, नगरपालिका परिषद झाबुआ और जिला रतलाम की नगर परिषद सैलाना में निर्वाचन होगा। कुल मतदाता 8 लाख 42 हजार 515 कुल 17 नगरपालिका और 29 नगर परिषद में आम निर्वाचन होना है। इनमें से 6 नव-गठित नगर परिषद हैं। कुल वार्डों की संख्या 814 और कुल मतदान केन्द्रों की संख्या 1212, कुल मतदाता 8 लाख 42 हजार 515 हैं। इनमें से 4 लाख 25 हजार 370 पुरूष, 4 लाख 17 हजार 79 महिला एवं 66 अन्य मतदाता हैं।
नगरीय निकायों के निर्वाचन हेतु बैठक आयोजित
झाबुआ, । नगरीय निकायों के निर्वाचन की घोषणा होने के तत्काल बाद सीईओ जिला पंचायत श्री सिद्धार्थ जैन की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई। जिसमें अपर कलेक्टर श्री एस एस मुजाल्दा एवं जिला अधिकारी उपस्थित रहे । निर्वाचन के संबंध में सभी जिलाधिकारियों को आज आदर्श आचरण संहिता का पालन करने के निर्देश दिए एवं समय सीमा में अपने कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए ।आदर्श आचरण संहिता शहरी क्षेत्र में लागू की गई है। शेष सभी जिला स्तर के अधिकारी, जनपद स्तर के अधिकारी ,मुख्य नगरपालिका अधिकारी सभी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में वर्चुअल रूप से जुड़े थे ।
अग्नि पथ भर्ती योजना
झाबुआ, । अग्नि पथ भर्ती योजना-2022 के तहत क्षत्रीय सेना भर्ती कार्यालय जबलपुर द्वारा मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ राज्यों की महिला उम्मी दवारों के लिए महिला सेना(जनरल ड्यूटी) की सेना भर्ती रैली का आयोजन किया जा रहा है। उक्त भर्ती हेतु ऑनलाईन पंजीकरण 09 अगस्त 2022 को 1ः00 बजे से 07 सितम्बर 2022 को शाम 5ः00 बजे तक खुला रहेगा। इच्छुक उम्मीहदवार भारतीय सेना की अधिकारिक वेबसाईट ूूूण्रपवदपदकपंदंतउलण्दपबण्पद पर अपना पंजीयन करा सकते है।
रेत का अवैध परिवहन करने पर ट्रक जप्त
झाबुआ। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा के आदेश एवं खनि अधिकारी धर्मेंद्र चौहान के निर्देश व मार्गदर्शन में जिले में खनिजों के अवैध उत्खनन एवं परिवहन की रोकथाम हेतु खनिज विभाग के दल द्वारा दिनांक 02सितम्बर 2022 को सुबह से शाम तक अभियान चला कर रेत परिवहन कर रहे वाहनों की जांच की गई। जांच के दौरान पेटलावद में ट्रक क्रमांक डभ्18ठळ3705 को रेत का अवैध परिवहन करने पर जप्त कर थाना मेघनगर की अभिरक्षा में दिया गया है। भ्रमण के दौरान खनिजो का परिवहन कर रहे अन्य वाहनों की जांच की गई। जांच में अधिकतर वाहनों में वैध अभिवहन पास होना पाए गए। जब्तशुदा वाहन पर मध्य प्रदेश (अवैध खनन,परिवहन और भंडारण) नियम 2022 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जावेगी। इस कार्यवाही में खनि निरीक्षक शंकर कनेश तथा होमगार्ड के जवान सम्मिलित रहे।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा -144 के अंतर्गत आदेश जारी, यह आदेश चुनाव सम्पन्न होने तक लागू प्रभावशील रहेगा
झाबुआ। मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग की अधिसूचना क्रमांक-एफ-53-छछ.04.2022.पांच/1918 भोपाल दिनांक 02 सितम्बर 2022 द्वारा नगरीय निकाय निर्वाचन -2022 के निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा की जा चुकी है। चुनाव कार्यक्रम की घोषणा को दृष्टिगत रखते हुए निर्वाचन क्षेत्र में निर्वाचन के दौरान प्रचार-प्रसार आदि कार्य में बाहरी व्यक्तियों में कुछ असामाजिक तत्व भी इस जिले में घुसपैठ कर जिले की शांति एवं कानून व्यवस्था को भंग करने का प्रयास कर सकते है, जिसके कारण जिले में लोक शांति भंग होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। अतःअपर कलेक्टर श्री एस.एस.मुजाल्दा जिला दण्डाधिकारी जिला झाबुआ सराय अधिनियम 1867 की धारा-8 के अंतर्गत झाबुआ जिले की नगरीय निकाय झाबुआ/थांदला/पेटलावद/राणापुर की राजस्व सीमा में आने वाली सभी सराय, धर्मशालाओं, होटलों तथा लॉज के मालिकांे/प्रबंधकोंको आदेशित किया है कि अपने होटल लॉज सराय एवं धर्मशालाओं में ठहरने वाले व्यक्तियों की दैनिक जानकारी संबंधित थाना प्रभारी एवं क्षेत्रीय अनुविभागीय दण्डाधिकारी को लिखित में प्रस्तुत करें। उक्त सूचना संबंधित थाना प्रभारी एवं क्षेत्रीय अनुविभागीय दण्डाधिकारी के पास अगले दिवस सायंकाल 05 बजे तक भेजना अनिवार्य होगा। यह आदेश चुनाव सम्पन्न होने तक लागू रहेगा। यह आदेश मेरे हस्ताक्षर व कार्यालयीन की पदमुद्रा से दिनांक 03 सितम्बर 2022 को जारी किया गया।
’’बॉयोलॉजिकल कन्ट्रोल हेतु जलस्त्रोतों में लार्वाभक्षी गॅम्बुसियां मछली का संचयन किया गया ’’
जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित की गई
झाबुआ,। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी ) 13 सितम्बर व माप अप 16 सितम्बर कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा की अध्यक्षता में कृमि नाषक दिवस 13 सितम्बर की तैयारियों के संबंध में जिला टास्क फोर्स मीटिंग आयोजित की गई। कलेक्टर श्री मिश्रा द्वारा इस कार्यक्रम को विधिवत रूप से क्रियान्वित करने के लिए निर्देश प्रदान किये जिसमे 1 से 19 वर्ष के 638437 बच्चो को कृमिनाशन किया जाना है, कार्यक्रम का आयोजन सभी शासकीय व अशासकीय शालाओं में ,सभी मदरसों,आंगनवाड़ी केंद्रों, चाइल्ड केअर इंस्टिट्यूट, आदिवासी आश्रम शालाओं, केंद्र शासित शालाओं में 6 से 19 मे 290686वर्षीय समस्त बच्चों,शाला त्यागी 164347,आगनवाडी के 183404 बच्चो का क्रमिनाशन दिनांक 13 सितंबर 2022 को किया जाएगा तथा माप अप राउंड दिनांक 16 सितंबर 2022 को आयोजित किया जायेगा। कलेक्टर महोदय द्वारा सभी विभागो को अपने निहित कर्तव्यो का सामूहिक कार्य करते हुये बच्चो के पूर्ण रूप से आच्छादन करने के निर्देश दिये गये। बैठक सह प्रशिक्षण मे श्री सिद्धार्थ जैन सी. ई. ओ.जिला पंचायत झाबुआ , ए .डी .एम.श्री एस एस मुजाल्दा, संयुक्त कलेक्टर श्री सुनील झा, सी. एम.एच.ओ. डॉ. जे पी एस ठाकुर, एस.डी.एम.श्री एल एन गर्ग ,डिप्टी कलेक्टर श्री तरूण जैन, श्री प्रशॉत आर्य सहायक आयुक्त, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.राहुल गणावा,श्री ओपी बनाडे जिला शिक्षा अधिकारी,डी.पी.एम. राजाराम खन्ना, डीपीसी सर्व शिक्षा, संभागीय समन्यवयक कपिल मौर्य, समस्त ब्लॉक के एसडीएम, तहसीलदार, ब्लाक मेडिकल ऑफिसर, बी पी एम, बी सी एम, महिला एवं बाल विकास एवं शिक्षा विभाग,आदिम जाति कल्याण विभाग,राजस्व विभाग, पंचायती राज के अधिकारी मौजूद थे
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