कविता : नारी शक्ति - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 8 अक्तूबर 2022

कविता : नारी शक्ति

उठा शस्त्र, उठा तू नारी है।


साक्षात देवी अवतारी है।।


कन्या रूप धर धरती पर।


आई भद्रकाली अवतारी है।।


रक्त से अपने आंगन भर।


भ्रूण हत्या को मिटवाई है।।


नव जीवन इस संसार को।


देने फिर तू आई है।।


फूल नहीं अंगार भरे तू।


ज्वालामुखी अवतारी है।।


नन्हीं सी ही जान सही।


तू नारी शक्ति अवतारी है।।


 



Parwati-poem-hindi

पार्वती आर्य

फस्याली कपकोट

बागेश्वर, उत्तराखंड

चरखा फीचर

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