- जन सुराज पदयात्रा के सातवें दिन पश्चिम चंपारण के मैनाटांड़ प्रखंड पहुंचे प्रशांत किशोर
जन सुराज पदयात्रा के सातवें दिन आज प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ पश्चिम चंपारण जिले के डूमरापुर से चलकर मैनाटांड़ प्रखंड के धूमतांड स्कूल में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचे। इस दौरान वे और उनके साथ चल रहे सैकड़ों पदयात्रियों ने लगभग 13 किमी का सफर पैदल चलकर तय किया। आज के दिन की शुरुआत सर्व धर्म प्रार्थना से हुई इसके बाद प्रशांत किशोर ने डूमरापुर में 101 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी बाबू राम जी का आशीर्वाद लिया और स्थानीय लोगों के साथ बिरंची बाजार में जन सुराज के विचार पर संवाद किया। इसके बाद पदयात्रा आगे बढ़ते हुए यादव चौक के रास्ते सधौरा गांव पहुंची, यहां प्रशांत किशोर ने राम जानकी मंदिर में दर्शन लिया। इसी क्रम में चौहट्टा पंचायत में प्रशांत किशोर ने स्थानीय लोगों को जन सुराज की सोच के बारे में बताया और बिहार को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा करने के लिए सभी से योगदान देने का आह्वान किया। इसके बाद जन सुराज पदयात्रा का हुजूम चौहट्टा पंचायत से गुजरते हुए रामपुर, जसौली, मैनाटांड़ प्रखंड के धूमतांड स्कूल पहुंचा।
बिहार के बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए है जन सुराज पदयात्रा: प्रशांत
प्रशांत किशोर ने स्थानीय मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि जन सुराज की जो पूरी सोच है वो महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित है और अगर गांधी जी के विचारों से प्रेरित होकर आप कुछ करना चाहते हैं तो उसके लिए देश और बिहार में चंपारण से बेहतर भूमि कहां हो सकती है। राजनीति पार्टी गठन के सवाल पर प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता साथ खड़ी है, जनता को तय करना है, सब मिलकर तय करेंगे की पार्टी बनानी है की नहीं। फिलहाल ये पदयात्रा जनता के जन जागरण का अभियान है। लोगों को तय करना है कि अपने और अपने बच्चों के बेहतर जीवन के लिए किस तरह से वोट देना चाहिए? किस तरह से बेहतर प्रतिनिधियों को चुनना चाहिए और किन समस्याओं से वे जूझ रहें है। पदयात्रा का उद्देश्य है कि उनकी समस्याओं को हम समझे और उसे सुधारने के लिए बेहतर प्रयास कर सकें।
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