- बैठक में माले विधायक संदीप सौरभ सहित कई शिक्षक रहे उपस्थित
- शिक्षा और विश्वविद्यालयों की दशा सुधारने के लिए एक मंच पर आएंगे शिक्षक, संयोजन समिति का गठन
पटना, 16 अक्तुबर , बिहार के विश्वविद्यालयों में शिक्षा की दयनीय स्थिति और शिक्षकों के सामने उपस्थित मौजूद समस्याओं को लेकर आज पटना के आईएमए हॉल में बिहार के विश्वविद्यालय के शिक्षकों की बैठक हुई. बैठक में भाकपा-माले के पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ सहित कई विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया. पटना, वीर कुंवर सिंह, ललित नारायण मिथिला, जेपी यूनिवर्सिटी, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, मगध, पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी आदि जगहों से शिक्षकों की उपस्थिति रही. बैठक में अतिथि शिक्षक भी मौजूद थे. बैठक में चर्चा के दौरान शिक्षकों ने अपनी कई समस्याओं को सामने रखा. महिला शिक्षकों ने टॉयलेट की समस्या को प्रमुख मुद्दे के रूप में उठाया. छात्र- शिक्षक अनुपात, पठन-पाठन का माहौल, पूरी शिक्षा व्यवस्था को राजभवन के बजाए राज्य सरकार के अधीन करने, विश्वविद्यालयों में मौजूद भ्रष्टाचार, आधारभूत संरचनाएं आदि विषयों पर शिक्षकों ने आपस में बात की. उन्होंने इसके समाधान पर भी चर्चायें कीं. शिक्षकों ने कहा कि हम सब पढ़ाना चाहते हैं, कॉलेज का माहौल बदलना चाहते हैं लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है. बैठक से सभी शिक्षकों को एक मंच पर लाने का निर्णय लिया गया और आगे चलकर एक संगठन खड़ा करने का भी निर्णय हुआ. फिलहाल शिक्षकों ने आपस में एक संयोजन समिति का गठन किया है और अपने भीतर से एक ड्राफ्ट समिति और मांगों का एक cahrter तैयार करने के लिए कमेटी का भी गठन किया. इस मौके पर माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि शिक्षा में बदलाव को लेकर के शिक्षकों को संगठित करने की आवश्यकता लंबे अरसे से महसूस की जा रही है. सभी नए शिक्षक हैं, जिन की बहाली 2018 में हुई है. सभी शिक्षक ऊर्जावान और छात्रों को पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि कॉलेज में छात्र पहुंचते ही नहीं है. बड़ी संख्या केवल नामांकन होता है लेकिन कई कारणों से क्लास रूम में शामिल नहीं हो पाते हैं. आज की बैठक से हम इस दिशा में विश्वविद्यालय शिक्षा को बदलने की दिशा में एक कदम उठा रहे हैं. हम पूरी एकजुटता के साथ आगे बढ़ेंगे और इस माहौल को बदलने का प्रयास करेंगे
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें