- गांव गांव में भूमिहिनों का सर्वे कराकर,हर भूमिहीन परिवारों को वास आवास की गारंटी करें -उत्तीम पासवान
- पर्चाधारियो को दखल कब्जा एवं उजाड़ने से पहले बसाने की गारंटी करें प्रशासन, नहीं तो होगा बड़ा आंदोलन -बिशंम्भर कामत
- अकौर सहित दर्जनों गांवों में भूमिहिनों का सर्वे कराकर माले के द्वारा जो सूची दी गई है उस अबिलंब जांच कराकर रिपोर्ट दे अंचल प्रशासन, नहीं तो होगा "घेरा डालो -डेरा डालो आंदोलन -श्याम पंडित
- बहरा प्रशासन को सुनाने के लिए होगा बिशाल आंदोलन -कामेश्वर राम
बेनीपट्टी/मधुबनी, 11 नवंबर, भाकपा-माले एवं खेग्रामस के संयुक्त तत्वावधान में बेनीपट्टी प्रखंड अंचल कार्यालय में माले प्रखंड सचिव श्याम पंडित एवं खेग्रामस प्रखंड संयोजक श्रवण राम के नेतृत्व में 9 सूत्रों मांग पत्र को लेकर बिवाल धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन स्थल पर ही सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के जिला सचिव सह बिहार राज्य कमिटी सदस्य ध्रुब नारायण कर्ण ने कहा कि घृणा और बिभाजन की राजनीति करने बाली भाजपा को बिहार में सरकार से उखाड़ा गया है। अब इसे समाज से उखाड़ने की जरूरत है। भाजपा ने महंगाई, बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार को चरम पर पहुंचा दिया है। देश के सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को कौड़ी के मोल अडानी, अंबानी जैसे कारपोरेट घरानों के हाथों लगातार बेचती जा रही है। इसके खिलाफ आवाज उठाना ही आज सबसे बड़ी देशभक्ति है। सभा को संबोधित करते हुए खेग्रामस के जिला अध्यक्ष उत्तीम पासवान ने कहा कि महागठबंधन की सरकार ने गांव गांव में भूमिहिनों का सर्वे कराकर बास भूमि देने का आदेश प्रशासन को दिया है। परंतु प्रशासन लापरवाही बरत रही है। माले एवं खेग्रामस मीलकर सभी भूमिहिनो को बास आबास की गारंटी के लिए आर पार का आंदोलन करेगी। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले जिला कमिटी के सदस्य बिशंम्भर कामत ने कहा कि माले आंदोलन के दबाव में आकर महागठबंधन की सरकार ने किसी को उजाड़ने से पहले उसे बसाने का आदेश जारी किया है। परंतु गरीब बिरोधी प्रशासन बगैर बसाये ही बर्षो पूर्व से बसे गरीबों को उजाड़ने की साज़िश कर रही है। गरीबों को उजाड़ने से पहले बसाने एवं पर्चा धारियों के दखल कब्जा को लेकर धारावाहिक आंदोलन किया जाएगा। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के प्रखंड सचिव श्याम पंडित ने कहा कि सरकारी आदेश के अनुसार ही बेनीपट्टी प्रखंड के अकौर सहित दर्जनों गांवों खासकर लोरिका, बीच खाना, कुसमौल, बलाइन, बिजलपुरा, कपसीया, लक्जरी, चानपुरा, मुरेठा, बेहटा, बिरौली, बर्री, रजघट्टा, बैठ, परौल, झोंझी, ढंगा गांवों में भूमिहिनों का सर्वे माले ने शुरुआत किया है। अंचल प्रशासन अबिलंब जांच कराकर बास आबास की गारंटी करें नहीं तो घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन करेंगे। सभा को सम्बोधित करते हुए खेग्रामस के जिला कार्यवाहक सचिव कामेश्वर राम ने कहा कि बहरी प्रशासन के खिलाफ में रोटी, रोजगार, शिक्षा व स्वास्थ्य के सवाल पर धारदार आंदोलन खड़ा किया जायेगा। सभा को सज्ज सदाय, राम अशीष राम,बबलू यादव,सुनील झा, संजीव भंडारी, श्रवण राम, राम बिनय पासवान, बिक्रम पासवान, रामदेव पासवान,उपेंद्र सदाय,कलेशर सदाय, मनोज यादव,पलटू चौपाल, बिकास सदाय ,अमीरी पासवान, संतोष राम, आशा देवी,बासो देवी,चान मुनि आदिवासी, फूलवती देवी, धर्मेंद्र राम, राहुल राम, राम बृक्ष राम,कवीता देवी वगैरह ने संबोधित किया। जबकि सैकड़ों महिलाएं पूरुष ने बिशाल धरना प्रदर्शन में भाग लिया।
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