औरंगाबाद जिले के रफीगंज से राजद के विधायक हैं मो. नेहालउद्दीन। तीसरी बार निर्वाचित हुए हैं। 2005 के फरवरी और नवंबर के दोनों चुनाव में निर्वाचित हुए थे, जबकि तीसरी बार 2020 में निर्वाचित हुए। अपनी राजनीतिक यात्रा के संबंध में उन्होंने कहा कि वे पहली बार 1978 में गया सदर प्रखंड की सादीपुर पंचायत के मुखिया बने थे और 1979 में गया सदर प्रखंड के प्रमुख निर्वाचित हुए। इस पद वे 1995 तक रहे। 1995 से 2005 तक बिहार राज्य सुनी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे। 2005 में पहली बार विधायक बने। मो. नेहालउद्दीन कहते हैं कि उन्होंने बराबर समाजवादी धारा की राजनीति की। वे प्रारंभ में चंद्रशेखर के साथ राजनीति कर रहे थे। जनता दल के गठन के समय एक साथ आये। 1995 में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू यादव ने सुनी वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनाया। वे कहते हैं कि उन्होंने कभी लालू यादव का साथ नहीं छोड़ा। उनका मानना है कि लालूजी जैसे लोग हजारों साल में एकाध पैदा होते हैं। लालू यादव ने कभी सांप्रदायिकता के साथ समझौता नहीं किया। विधायक कहते हैं कि 2000 में विधान सभा चुनाव लड़ने के साथ ही संसदीय राजनीति में कदम रखा था और फिर लगातार जारी है। सड़क से सदन तक जनता की आवाज बुलंद करते रहे हैं और जनहित की लड़ाई लड़ते रहे हैं। अब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार के विकास और पार्टी की मजबूती के लिए काम करना है और विकसित बिहार के निर्माण में अपना योगदान देना है।
--- वीरेंद्र यादव न्यूज ----
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