बिहार : गुलाम गौस ने की मोदी की पसमांदा नीति की जमकर तारीफ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 26 नवंबर 2022

बिहार : गुलाम गौस ने की मोदी की पसमांदा नीति की जमकर तारीफ

gulam-gaus-jdu
पटना : संविधान दिवस के मौके पर विधान परिषद सभागार में भाजपा के वंचित पसमांदा आयोजन में जदयू नेता गुलाम गौस ने पीएम मोदी की पसमांदा नीति की जमकर तारीफ की। इसके बाद सियासी हलकों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई। कार्यक्रम का आयोजन भाजपा एमएलसी संजय पासवान के द्वारा किया गया था और इसमें बीजेपी, आरएसएस के साथ-साथ जदयू और अन्य संगठन के लोग भी शामिल हुए थे। भाजपा के इस कार्यक्रम में आजादी के बाद बिहार में पसमांदा मुसलमानों के साथ हुई नाइंसाफी पर चर्चा के दौरान सभी वक्ताओं ने पसमांदा मुसलमानों के इस हाल के लिए कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। जदयू नेता और विधान पार्षद गुलाम गौस ने पसमांदा मुसलमानों की समस्या को दूर करने के केंद्र के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। गौस ने कहा कि हिंदू समाज के लोग मुसलमानों से छुआछूत और भेदभाव रखते हैं लेकिन ज्यादातर लोगों को यह नही मालूम कि हिंदुस्तान के सभी मुसलमान पहले हिंदू थे। ब्राह्मणवादी व्यवस्था के कारण लोगों ने इस्लाम धर्म को अपनाया है। गौस ने कहा कि दलित और पिछड़ों को यदि सुविधाएं दी जाएंगी तब वे दूसरे धर्म में नहीं जाएंगे। मैं पीएम मोदी को बधाई देता हूं कि देश के किसी प्रधानमंत्री ने गरीब पिछड़ा दलित मुसलमानों की बात की। आज तक किसी भी पीएम ने इसकी पहल नहीं की थी। लेकिन पीएम मोदी ने गरीब और दलित मुसलमानों की बात की। जदयू एमएलसी गुलाम गौस ने राम माधव से मांग करते हुये कहा कि यदि सरकार की नीयत साफ है तो रंगनाथ कमेटी और सच्चर कमेटी लागू हो।

कोई टिप्पणी नहीं: