पटना. आजकल आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है.यह महोत्सव भारत सरकार की आजादी के 75 साल और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने और मनाने की एक पहल है. यह महोत्सव भारत के लोगों को समर्पित है, जो न केवल भारत को उसकी विकासवादी यात्रा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, बल्कि उनके भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारत 2.0 को सक्रिय करने की दृष्टि को सक्षम करने की शक्ति और क्षमता भी है.यह आत्मनिर्भर भारत के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा है आजादी का अमृत महोत्सव की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च 2021 को शुरू हुई, जिसने हमारी आजादी की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75 सप्ताह की उलटी गिनती शुरू की और 15 अगस्त 2023 को एक साल बाद समाप्त होगी. एक भारत श्रेष्ठ भारत (ईबीएसबी) ‘2022 तक नया भारत‘ बनाने की दृष्टि के एक भाग के रूप में देश के सांस्कृतिक एकीकरण में लाने के लिए सरकार के प्रमुख प्रमुख कार्यक्रमों में से एक रहा है.भारत सरकार ईबीएसबी के तहत इन गतिविधियों के लिए समन्वय मंत्रालय है. इस कड़ी में पटना वीमेंस कॉलेज भी शामिल है. 23 नवंबर 2022 को नोडल संस्थान - पटना वीमेंस कॉलेज द्वारा आयोजित एकेएएम-ईबीएसबी योजना के तहत 26 से 30 नवंबर, 2022 तक त्रिपुरा का दौरा करने वाली बिहार की टीम को झंडी दिखाकर रवाना किया गया.इसमें 47 छात्र और 7 शिक्षक शामिल हैं. टीम का नेतृत्व प्रोफेसर आलोक जॉन, डीन - राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और परामर्श सेवा (एनआईसीसीएस), पटना वीमेंस कॉलेज कर रहे हैं. टीम का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर आलोक जॉन ने कहा कि वहां पर जाकर टीम त्रिपुरा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य जी से भी मुलाकात भी करेंगे.
गुरुवार, 24 नवंबर 2022
बिहार : एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘2022 तक नया भारत‘ बनाने की दृष्टि
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