--- वीरेंद्र यादव न्यूज ----
कैमूर जिले के भभुआ से राजद के विधायक हैं भरत बिंद। अपने दो वर्षों का अनुभव साझा करते उन्होंने कहा कि वे गैरसरकारी विधयेक एवं संकल्प समिति के सदस्य हैं। व्यावहारिक रूप से इस समिति के पास काम करने के लिए विधायी कार्य नहीं है। सदन में उठाये गये सभी गैरसरकारी संकल्प को सदस्य वापस ही ले लेते हैं तो समिति के लिए कोई मामला ही नहीं बचता है। इसलिए समिति के स्वरूप में बदलाव किया जाना चाहिए और इसका कार्यक्षेत्र भी बढ़ाया जाना चाहिए। भरत बिंद कहते हैं कि विधायक बनने के बाद जनता की सेवा का बड़ा अवसर मिला है। जनता की समस्याओं के निदान का भी मौका मिला है। विधान सभा में उठाये गये सवालों के माध्यम से जनता से जुड़े सवाल उठाते हैं और सरकार उत्तर भी देती है। कुछ काम होता है और कुछ नहीं भी होता है। वे कहते हैं कि अब राजद सरकार में शामिल है। इसलिए संसदीय व्यवस्था के माध्यम से विधायी और विकास कार्यों को ज्यादा प्रभावी ढंग से करवाया जा सकता है। विकास कार्यों को गति दी जा सकती है।
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