मधुबनी, राजद जिला प्रवक्ता इंद्रजीत राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि केंद्र सरकार के द्वारा बिहार का जो खाद (उबर्रक) का कोटा है। उसमे पहले से ही केंद्र की सरकार कटौती पर कटौती करते जा रहा है। वही केंद्र से मिलने वाले 70% खाद कृषि पदाधिकारी एवं उनके सहयोगी कर्मचारियों हके द्वारा निजी दुकानदारो से तालमेल कर खाद को कालाबाजारी के तहत महंगे दामों पर बेच दिया जाता है। ये सिर्फ मधुबनी का मामला नही है। पूरे बिहार की यही हालत है। मधुबनी के सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा खाद माफियाओं के गोदामों पर छापे मारे जाने से मधुबनी के कृषि पदाधिकारी और उनके तथाकथित कुछ दुकानदारों द्वारा जिस प्रकार का फर्जी प्रपोगेंडा फैलाया जा रहा है। ये समाज और ईमानदार पदाधिकारियों के लिए चिंता की सवाल है जिला मेहनतकश मजदूर से लेकर संभात किसान तक खाद और बीज की समस्या लगातार झेल रहा है वही दूसरी ओर जिला के विभिन्न प्रखंडों में खाद की बिक्री डेढ़ गुना से गुना से दुगुने दामों पर बेचा जा रहा है लेकिन अब तक जिला कृषि पदाधिकारी एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी के द्वारा एवं उनके सहयोगी पदाधिकारी कहीं भी कोई कार्रवाई नहीं किया है जब मधुबनी में स्थानीय अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा खाद की किल्लत और कालाबाजारी के खिलाफ खाद विक्रेताओं के दुकान एवं गोदामों पर छापा मारने की कार्रवाई शुरू किया गया तब कृषि पदाधिकारी द्वारा अपने काले कारनामों को छुपाने के लिए अनुमंडल अधिकारी पर मारपीट करने का झूठीआरोप लगाया जा रहा है जो सरासर खाद की कालाबाजारी करने वालों के समर्थन में ऐसा आरोप लगाया जा रहा है मैं जिला के किसान मजदूर छात्र नौजवान भाइयों एवं बहनों से अपील करता हूं कि निरंकुश जिला कृषि पदाधिकारी एवं उनके सहयोगियों के खिलाफ मजबूती से जन आंदोलन को खड़ा करें
शनिवार, 3 दिसंबर 2022

मधुबनी : खाद कालाबाजारी को लेकर जन आंदोलन का आवाहन
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