बैरगनिया। प्रखंड क्षेत्र के बेल गांव निवासी डॉ जगन्नाथ पंडित अपने साहित्यिक रचनाओं के कारण क्षेत्र में चर्चा का विषय बनकर उभरे हैं। स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के बेलगांव के एक साधारण परिवार में जन्मे डाॅ पंडित का प्रारंभिक से स्नातकोत्तर की शिक्षा स्थानीय ग्रामीण एवं मुजफ्फरपुर तक हुई। इनके व्यक्तित्व में सर्जनात्मक और आलोचनात्मक दोनों प्रतिभाओं का विरल संयोग हैl कविता, कथा साहित्य और समीक्षा के क्षेत्र में इन्होंने विशेष योगदान किया तथा रचनात्मक उपलब्धियां हासिल की हैl डॉ पंडित ने बताया कि इन्होंने उच्च शिक्षा सरदार पटेल विश्वविद्यालय, वल्लभ विद्यानगर,गुजरात से स्नातकोत्तर हिंदी विभाग से जेआरएफ के रूप में पीएचडी डिग्री प्राप्त कीl इसी विश्वविद्यालय से संबद्ध तीन कॉलेजों में इन्होंने एसोसिएट प्रोफेसर (हिंदी) के रूप में अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान की, इनके शोध- निर्देशन में अभी तक 9 छात्रों ने पीएचडी डिग्री प्राप्त की है। अब तक इनकी 14 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें 'समकालीन हिंदी कविता का परिप्रेक्ष्य", ' सामाजिक प्रतिबद्धता और साहित्य', 'मार्क्सवादी समीक्षक डॉ शिवकुमार मिश्र तथा अन्य निबंध','समय के समर में', 'समरगाथा', 'संगीनों के साए में','समाजवाद का घोड़ा', 'सल्तनत का सिपाही', आदि शामिल हैं। नव वर्ष के अवसर पर डॉ. पंडित ने अपना नव प्रकाशित कविता संग्रह 'कठघरे में खड़ा आदमी' (अधिकरण प्रकाशन, दिल्ली से प्रकाशित) प्लूरल्स पार्टीने के प्रखंड अध्यक्ष, राजीव कुमार साह को भेंट देकर उन्हें प्रोत्साहित किया है।उनके रचनाओं से क्षेत्र के लोग काफी प्रसन्नचित है और कहते है कि उनकी रचनाओं से क्षेत्र को एक अहम पहचान मिली है।
सोमवार, 16 जनवरी 2023
बिहार : साहित्यिक रचनाओं के कारण क्षेत्र में चर्चा का विषय
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