- संगोष्ठी में सिटी एसपी सागर कुमार, डा आर एन चौरसिया, डा जी एम दुबे, पंकज कुमार झा तथा प्रधानाध्यापक महेश पासवान आदि ने रखे विचार
मुख्य वक्ता के रूप में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के संस्कृत- प्राध्यापक सह प्रेस एवं मीडिया इंचार्ज डा आर एन चौरसिया में कहा कि वृक्ष हमारे धरती के रक्षक एवं श्रृंगार हैं जो वायुमंडलीय तापमान को नियंत्रित कर हमें निरंतर प्राणवायु ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। प्रकृति संरक्षण हेतु सिर्फ सरकारी तंत्र पर निर्भर रहना बेमानी है। यदि समाज का हर व्यक्ति इसके प्रति संवेदनशील हो तो प्रकृति की सुरक्षा संभव है। उन्होंने आह्वान किया कि शादी- विवाह, पर्व- त्यौहार, राष्ट्रीय दिवसों, महापुरुषों की जयंतियों तथा जन्म दिवस या शादी दिवस की वर्षगांठ के मौकों पर हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए, ताकि पर्यावरण स्वच्छ एवं स्वस्थ रह सके। अन्यथा आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदूषित प्रकृति से शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक आदि अनेक समस्याएं उत्पन्न होती हैं। विशिष्ट वक्ता के रूप में डीएमसीएच के सहायक प्राध्यापक डा जीएम दुबे ने कहा कि दोनों संस्थाओं का यह कार्यक्रम सराहनीय है। स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रकृति में मिट्टी, जल और वायु का संरक्षण आवश्यक है। अध्यक्षीय संबोधन में विद्यालय के प्रधानाध्यापक महेश पासवान ने विद्यालय परिसर में पेड़ लगाने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि हमें अपने बच्चों की तरह ही वृक्षों का संरक्षण करना तथा प्रकृति के प्रति हमें संवेदनशील होना चाहिए। कार्यक्रम में विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य अवधेश ठाकुर, सत्यम कुमार, अफजल खान, कैलाश ठाकुर, इन्द्र देव राय, नंदलाल दास, रंजीत पासवान, विमलेश कुमार यादव, मो शमी उजमा, मिताई चन्द्र सेन, अंजना कुमारी तथा विद्यानंद कुमार सिंह, उदय कुमार ठाकुर, अशित पासवान, रणधीर, अजय, विनीत, कन्हैया, संजय, देवेन्द्र, चानो, शंभू ठाकुर मोहम्मद गुड्डू आदि सहित एक सौ से अधिक व्यक्ति उपस्थित थे। आगत अतिथियों का स्वागत पाग चादर एवं फूल- माला से किया गया। विद्यालय के शिक्षक शशि भूषण चौधरी के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए पत्रकार पंकज कुमार झा ने बताया कि हमारी संस्था 2019 से ही लगातार दरभंगा शहर एवं आसपास के गांव में वृक्षारोपण एवं पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम चला रही है, जिसमें शासन- प्रशासन, छात्र- छात्राओं, शिक्षक- प्राध्यापक, जनप्रतिनिधियों साथ ही सभी सामाजिक व्यक्तियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रेरणा फाउंडेशन के सदस्य द्वारा किया गया।
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