मधुबनी, जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी के जिलाध्यक्ष प्रो शीतलाम्बर झा के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने समाधान यात्रा पर आए मधुबनी के सौराठ हेलीपैड पर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से मिलकर मिथिलावासियों के मातृभाषा मैथिली के उपेक्षा को लेकर एक स्मारपत्र सौंपा। अपने स्मारपत्र मे प्रो झा ने उल्लेख करते हुए कहा है कि देश के सबसे प्राचीन व समृद्ध भाषा मैथिली के उपेक्षा एवं मधुबनी जिला के ऐतिहासिक स्थलों को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की । प्रो झा ने पत्र में उल्लेख किया है कि बिहार में एकमात्र संवैधानिक मान्यता प्राप्त भाषा मैथिली है जिसको आपके मदद से भी मान्यता मिली थी मिथिला क्षेत्र के लगभग 7 से 8 करोड़ लोगों की मातृभाषा मैथिली है जिसको अपना लिपि एवं वयाकरन से सुदृढ़ है जो आप स्वयं जानतें है फिर भी मैथिली भाषा की उपेक्षा होना चिंतनीय है ,हाल ही में बीपीएससी द्वारा मैथिली भाषा को महत्वहीन बना दिया है जो खेदजनक है पहले मैथिली में तीन सौ अंक हुआ करता था जिसे अब एक सौ अंक कर दिया है। जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि प्राइमरी स्कूलों में मैथिली भाषा अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाई, मैथिली शिक्षकों की बहाली,मैथिली पुस्तकों की छपाई एवं बीपीएससी में पूर्व की तरह ही मैथिली भाषा का स्थान सुनिश्चित करें, साथ ही मधुबनी जिला के ऐतिहासिक स्थलों विद्यापति डीह बिस्फी, कालिदास डीह बेनीपट्टी, बलिराजगढ़ बाबूबरही, कपिल मुनि द्वारा स्थापित बाबा कपिलेश्वर स्थान रहिका, बाबा उग्रनाथ स्थान पंडौल को अविलंब पर्यटक स्थल घोषित कर चौमुखी विकास किया जाय। शिष्टमंडल में अमानुल्लाह खान, मनोज कुमार मिश्रा, अशोक प्रसाद, अविनाश झा, मो सबीर, ज्योति झा, फ़ैज़ी आर्यन, आलोक कुमार झा, कौशल किशोर चौधरी, मुकेश कुमार झा पप्पू थे।
बुधवार, 11 जनवरी 2023
मधुबनी : शीतलांबर ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा
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