- जन सुराज पदयात्रा के दौरान तुरकौलिया में प्रशांत किशोर
कोई पैसा दे तो रख लीजिए, लेकिन वोट दीजिए अपने बच्चों के भविष्य के नाम पर
जन सुराज पदयात्रा के दौरान एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आप गांववासियों की समस्या अलग-अलग है, तो एक-दूसरे को देखकर वोट क्यों करते हैं? आप अपनी वोट की कीमत क्यों नहीं समझते हैं? आपको मैं दूसरे नेता की तरह मछली खिलाने नहीं आया हूं बल्कि मछली कैसे पकड़ा जाता है वह सिखाने आया हूं। मैं 100 दिनों से पैदल चल रहा हूं और लोगों को हाथ जोड़ कर समझा रहा हूं कि गांधी जी, बाबा साहब आप जनता को अधिकार दिए हैं वोट करने की। वोट उनको दीजिए जो आपके और आपके बच्चों को बेहतर शिक्षा-रोजगार के साधन उपलब्ध कराए। आपको समझ नहीं आ रहा है कि आपके पांच सौ रुपए के कारण आपके डेढ़ लाख का इंदिरा आवास आपको सही समय में नहीं मिला। अगर अगली बार कोई नेता आपको वोट के लिए पैसा दे तो उसे रख लीजिए, लेकिन जब वोट देने जाइए तो अपने बच्चों के भविष्य के नाम पर वोट दे कर आइए।
आप लोकतंत्र के राजा हैं, नेताओं ने आपको भिखारी बना दिया है
पदयात्रा के दौरान बालगंगा गांव में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता लोकतंत्र में राजा है और आप राजा बनाते हैं। आप पैसे लेकर वोट कर देते हैं, पर आपको अंदाजा नहीं है आपकी इन गलतियों से आपका और आपके बच्चों का कितना नुकसान हो रहा है। आप (जनता) लोकतंत्र में हनुमान हैं, आप अपनी ताकत को भूल गए हैं कि आपके पास ही वो शक्ति है, जिससे राजा बनाया जाता है। आप जिस दिन ठीक से वोट कीजिएगा उस दिन से नेता आपके घर के आगे ऐड़ी रगड़ेंगे, वरना आपको उनके सामने ऐड़ी रगड़ना पड़ेगा। आप नेता से मांगने वाली व्यवस्था को अब छोड़ दीजिए और संकल्प लीजिए कि हमारा बच्चा मजदूर न बने इसके लिए सही लोग को चुनकर लाएं, ये संकल्प लीजिए।
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