- प्रशांत किशोर रहे न रहे 'जन सुराज' हर उस व्यक्ति का मंच है जो चाहता है बिहार का विकास हो
मोतिहारी, पूर्वी चंपारण, जन सुराज पदयात्रा के मोतिहारी अधिवेशन में पूर्वी चंपारण के अलग-अलग प्रखंडों से आए हज़ारों लोगों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैंने सोचा था जन सुराज में 10 हजार अच्छे लोगों को जोड़कर दल बनाया जाए। लेकिन मौजूदा समय में देखें तो यह संख्या 1 लाख हो गई है। पश्चिम चंपारण में ही ये संख्या 45 हजार से ज्यादा हो गई है। जरा सोचिए कि जिस दिन पूरे बिहार में पदयात्रा हो गई तो कितने लाख लोग जुड़ जाएंगे। बिहार के सभी लोग आपस में बैठकर तय करेंगे कि दल बनना चाहिए या नहीं। जन सुराज प्रशांत किशोर का दल नहीं होगा, यह हर उस लड़के का होगा जो बिहार को विकसित देखना चाहता है। यह दल हर उस आदमी का होगा जिसे अपने घर-परिवार बिहार की चिंता है। मैं जहां जिस पंचायत में चल रहा हूं, वहां हर समस्या को नोट कर रहा हूं, जिसमें मेरा साथ देश-विदेश के 500 से 600 लोग दे रहे हैं। जिस दिन यह पदयात्रा पूरी हो गयी उसके 2 से 3 महीने बाद आने वाले 10 साल के विकास का योजना आप सभी बिहार वासियों के सामने रखेंगे।
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