प्रथम धर्माध्यक्ष बने फादर विलियम डिसूजा
फादर विलियम डिसूजा भाग्यशाली हैं.कई पल्लियों के पल्ली पुरोहित बने.मुजफ्फरपुर धर्मप्रांत के प्रशासक भी बने.इस नवनिर्मित धर्मप्रांत का प्रथम धर्माध्यक्ष बनने का गौरव फादर विलियम डिसूजा,येसु समाजी को प्राप्त हुआ.इसके बाद पटना महाधर्मप्रांत के प्रथम महाधर्माध्यक्ष बी0 जे0 ओस्ता,येसु समाजी के अवकाश ग्रहण करने के बाद पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष बनाये गय. इस तरह पटना महाधर्मप्रांत के द्वितीय महाधर्माध्यक्ष बनाये गये हैं.
द्वितीय धर्माध्यक्ष बने फादर सेबेस्टियन कल्लूपुरा
बक्सर धर्मप्रांत के प्रथम धर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा को पदोन्नत होने पर बक्सर धर्मप्रांत के द्वितीय धर्माध्यक्ष बनने का सौभाग्य फादर सेबेस्टियन कल्लूपुरा को मिला.सेवा केंद्र के निदेशक पद पर आसीन थे फादर कल्लूपुरा.अपने कार्यकाल में अनुभवी फादर जेम्स आमाकाट को इस बक्सर धर्मप्रांत के विकर जेनरल बनाया. कुछ दिनों के बाद धर्माध्यक्ष सेबेस्टियन कल्लूपुरा को पटना महाधर्मप्रांत के कोदजुटोर बनाया गया. पटना महाधर्मप्रांत के द्वितीय महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा के निर्धारित 75 साल पूरा होने पर महाधर्मप्रांत के कोदजुटोर को पदोन्नत कर पटना महाधर्मप्रांत के सेबेस्टियन कल्लूपुरा को महाधर्माध्यक्ष बनाया गया.पटना महाधर्मप्रांत के सेबेस्टियन कल्लूपुरा तीसरे महाधर्माध्यक्ष बने.प्रथम बीजे ओस्ता और दूसरे विलियम डिसूजा थे.इसके साथ ही बिहार के पटना महाधर्मप्रांत में कोई येसु समाजी धर्माध्यक्ष नहीं रहे.
तीसरे धर्माध्यक्ष बने फादर जेम्स शेखर
बक्सर धर्मप्रांत के प्रथम धर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा और उक्त धर्मप्रांत के द्वितीय धर्माध्यक्ष सेबेस्टियन कल्लूपुरा बने. 04 फरवरी,2023 को सेवा केंद्र के निदेशक फादर जेम्स शेखर को बक्सर के तीसरे धर्माध्यक्ष घोषित किया गया है.बक्सर धर्मप्रांत के सृजन होने के 18 साल में तीन धर्माध्यक्ष बने. इनमें 2 धर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा और सेबेस्टियन कल्लूपुरा क्रमश: पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष बन गये.यह कयास लगाया जा रहा है जिस प्रकार सेवा केंद्र के निदेशक पद पर रहने वाले सेबेस्टियन कल्लूपुरा और जेम्स शेखर बक्सर के धर्माध्यक्ष बने हैं.ठीक उसी तरह बक्सर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष रहते विलियम डिसूजा और सेबेस्टियन कल्लूपुरा पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष बने हैं.उसी तरह जेम्स शेखर भी महाधर्माध्यक्ष बन जाएंगे?
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