नई दिल्ली. देश के विभिन्न हिस्सों में गिरजाघरों पर कथित हमले, हिंसा और गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर एकत्र होकर ईसाई समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. उत्तर प्रदेश से आये स्टीवन ने कहा कि हमें लोगों को जबरन ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने का आरोपी बनाया जा रहा है.गिरजाघरों पर हमले किये जा रहे हैं, हमारे लोगों की पिटाई करके उन्हें गिरफ्तार किया गया.समुदाय के लोग लगातार डर के माहौल में जी रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि देशभर में समुदाय के सदस्यों के खिलाफ वर्ष 2021 में उत्पीड़न के 525 मामले सामने आए जो बढ़कर 2022 में 600 हो गये.उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में ये मामले वर्ष 2020 में 70 थे जो बढ़कर वर्ष 2022 में 183 हो गये.उत्तर प्रदेश के फतेहपुर निवासी शिवपाल ने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस लोगों को जबरन धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में गिरफ्तार कर रही है. स्टीवन ने आरोप लगाया कि समुदाय के सदस्यों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में एक 11 वर्षीय और एक व्यक्ति का नाम है जिसकी 2010 में मौत हो गई थी.वहीं दिल्ली के पंजाबी बाग आई पूनम ने कहा कि छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और कई अन्य राज्यों में चर्चों पर हमला किया जा रहा है और हमारे समुदाय के सदस्यों को परेशान किया जा रहा है. उनके खिलाफ झूठे आरोपों के आधार पर मामले दर्ज किए जा रहे हैं.हम यहां अपने भाइयों और बहनों के साथ एकजुटता व्यक्त करने आए हैं.
रविवार, 19 फ़रवरी 2023
ईसाई समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया
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