- नगर निगम, मधुबनी क्षेत्र अंतर्गत आधारभूत संरचना एवं समग्र विकास को लेकर डीएम ने विभागवार समीक्षा कर दिए कई निर्देश।
- ट्रैफिक समस्या के समाधान को लेकर नगर निगम और जिला परिवहन कार्यालय को अभियान चलाने का दिया निर्देश। नगर निगम क्षेत्र में हेलमेट की जांच नियमित रूप करने का दिया निर्देश।
मधुबनी, जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में नगर निगम, मधुबनी क्षेत्र अंतर्गत आधारभूत संरचना एवं समग्र विकास के लिए विभागवार योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी द्वारा बारी-बारी से सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा की गई जिनमें सभी प्रमुख सड़कों का निर्माण, अतिक्रमण मुक्ति अभियान, निगम क्षेत्र का सौंदर्यीकरण, कैनाल का निर्माण, फॉगिंग, पेय जल आपूर्ति, कचड़ा प्रबंधन, सुलभ शौचालय निर्माण, वेंडिंग जोन निर्माण, ई रिक्शा पार्किंग स्थल, चिल्ड्रन पार्क, ट्रैफिक जैसे मुद्दे शामिल थे। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या काफी बढ़ गई है। जिसके समुचित निराकरण के लिए नगर निगम कार्यालय और जिला परिवहन कार्यालय को अभियान चलाना होगा* । उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि नगर निगम द्वारा प्रतिदिन अतिक्रमण मुक्ति अभियान चलाकर अतिक्रमणकारियो पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने अतिक्रमण मुक्ति अभियान के दौरान अतिक्रमण वादियों पर आर्थिक दंड लगाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि नगर निगम क्षेत्र में हेलमेट की जांच नियमित रूप से की जाए। इतना ही नहीं यातायात नियमों के विरुद्ध वाहनों को पार्क करने वालों पर भी आर्थिक दंड लगाया जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अभियानों का मकसद नगर निगम क्षेत्र में आने वाले लोगों को बेहतर यातायात की सुविधा उपलब्ध कराना है। इससे न केवल लोगों की परेशानी घटेगी बल्कि, यातायात सुगम होने से व्यापार का बेहतर माहौल बनेगा। जो स्थानीय लोगों के हित में है। जिलाधिकारी ने कहा कि निधि चौक से रेलवे स्टेशन के निकट महावीर मंदिर तक बनने वाली सड़क का निर्माण जल्द शुरू किया जाए। उन्होंने इस सड़क में डीवायडर के साथ साथ सड़क के दोनो किनारे पर ओर्नामेंटल ट्री लगवाने के निर्देश दिए हैं। ताकि, जिले की मुख्य सड़क का सौंदर्यीकरण हो सके। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में बनाई जा रही सड़कों की जानकारी ली और निर्देश दिया कि सड़कों के निर्माण के दौरान नालियों के निर्माण भी करवाए जाएं। ताकि, जलजमाव से नगर निगम को मुक्ति मिल सके। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में व्यापक बदलाव के परिप्रेक्ष्य में नगर आयुक्त से कहा कि नगर निगम वासियों के व्यापक और दूरगामी हित को देखते हुए कई योजनाओं पर कार्य किया जाना अपेक्षित है, जिससे निगम वासियों को पहले से बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने वर्तमान में कचड़ा उठाव को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और इसपर लगातार प्रयासरत रहने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र के ऐसे स्पॉट जहां बरसात के दिनों में काफी दिनों तक जलजमाव रहा करता है को चिन्हित करते हुए उसे दुरुस्त करवाएं। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में तालाबों को भी अतिक्रमण से मुक्त रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नाला के अतिक्रमण किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई और कहा कि नालों से होकर बरसात के दिनों में जल निकासी होती है। ऐसे में निगम क्षेत्र में नालों के अतिक्रमण की सूचना होने पर त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने नालियों में कचड़े फेके जाने को गलत आदत बताया और कहा कि जिस दुकान के सामने की नालियों में उक्त दुकान में प्रयुक्त पदार्थ से उत्पन्न कचड़े नजर आते हों, उनपर भी फाइन लगाया जाए। जिससे लोग निगम द्वारा कचड़ा इकठ्ठा करने वाली गाड़ियों में ही कूड़ा डालने का प्रयास करें। जिलाधिकारी ने वैसे संवेदकों पर ब्लैकलिस्ट करने की करवाई के निर्देश दिए हैं, जिनके द्वारा नल जल योजना का कार्य पूर्ण नहीं किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उन्होंने चपाकल को समय से दुरुस्त करने, प्राइवेट बस स्टैंड के निर्माण में तेजी लाने, ई रिक्शा के लिए पड़ाव निर्धारित करने, चिल्ड्रन पार्क के निर्माण में तेजी लाने, गुमटी नंबर तेरह पर रेलवे ऊपरी पार पथ के निर्माण सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई और आवश्यक निर्देश दिए गए। उक्त बैठक में अपर समाहर्ता, नरेश झा, नगर आयुक्त, अनिल चौधरी, विशेष कार्य पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा, अमेत विक्रम बैनामी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, अश्वनी कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मुख्यालय, प्रभाकर तिवारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, शशि शेखरण, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण, अनिल कुमार, सिटी मैनेजर, राजमणि गुप्ता सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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