पटना, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना बिहार ने "समेकित कृषि प्रणाली" पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 14 से 16 फरवरी 2023 तक आयोजित किया, जिसे आत्मा रोहतास, बिहार सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बिहार के रोहतास जिले के विभिन्न प्रखण्डों से कुल 30 किसानों ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण के दौरान, किसानों को समेकित कृषि प्रणाली में पशुधन, मत्स्य पालन, सब्जियों, दालों और मशरूम आदि घटकों के एकीकरण के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया। किसानों ने प्रक्षेत्र भ्रमण के माध्यम से विभिन्न समेकित कृषि प्रणाली प्रारूप का व्यवहारिक ज्ञान भी प्राप्त किया। संस्थान के निदेशक डॉ. अनूप दास ने अपने समापन भाषण में पूर्वी भारत के छोटे और सीमांत किसानों के लिए समेकित कृषि प्रणाली के महत्व पर जोर दिया और बताया कि समेकित कृषि प्रणाली पोषण सुरक्षा के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरक क्षमता को भी बनाए रखने के लिए आवश्यक है| प्रशिक्षण कार्यक्रम के पाठ्यक्रम निदेशक, डॉ. संजीव कुमार ने समेकित कृषि प्रणाली के माध्यम से पूर्वी क्षेत्र के छोटे और सीमांत किसानों की आय, रोजगार, पोषण सुरक्षा और आजीविका में सुधार के लिए किसान के खेत में विभिन्न समेकित कृषि प्रणाली प्रारूप को अपनाने और अवशेषों के पुनः चक्रण पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न संभागों के विभागाध्यक्ष, पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. शिवानी एवं सह- समन्वयक (डॉ. कुमारी शुभा, डॉ. अभिषेक कुमार दुबे एवं डॉ. सौरभ कुमार) भी उपस्थित थे| यह प्रशिक्षण कार्यक्रम डॉ. शिवानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
गुरुवार, 16 फ़रवरी 2023
बिहार : "समेकित कृषि प्रणाली" पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
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