- केंद्रीय कृषि मंत्री के मुख्य आतिथ्य में हुआ डॉ. राजेंद्रप्रसाद केंद्रीय कृषि वि.वि. का दीक्षांत समारोह
- किसान कृषि उपज पैदा कर खाद्य सुरक्षा में दे रहे हैं अभूतपूर्व योगदान
श्री तोमर ने कहा कि किसानों के परिश्रम, वैज्ञानिकों की कुशलता व प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टिपूर्ण नीतियों के कारण भारत आज दुनिया को देने वाला देश बन गया है। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में जिस संकल्प, तकनीक व सकारात्मक सोच के साथ सरकार आगे बढ़ रही है, उसे देखकर पूरा विश्व चकित है। दुनिया के 100 से अधिक देश हिंदुस्तान की ओर इस अपेक्षा से देखते हैं कि जब जरूरत होगी तो हिन्दुस्तान मदद करेगा, हमें इस चुनौती को भी स्वीकार करते हुए काम करना पड़ेगा। देश की आवश्यकता की पूर्ति हमारी जिम्मेदारी है, वहीं दुनिया की अपेक्षा के हिसाब से भी वर्ष 2050 तक की आवश्यकताओं की तैयारी हमें अभी से करना होगी। कृषि के परंपरागत क्षेत्र में नई पीढ़ी को आकर्षित करने के लिए समयानुरूप बदलाव करने की जरूरत है। फसल विविधीकरण व नई तकनीकों को अपनाना होगा। कैशलेस ट्रांजेक्शन सहित विभिन्न क्षेत्रों में आज सारी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। कृषि उत्पादों के उत्पादन में भी हम आगे हैं। पशुपालन, मत्स्यपालन, मधमक्खीपालन में भी हमारी अग्रणी भूमिका है। उन्होंने कहा कि जब भी आर्थिक विश्लेषण आते हैं तो कुछ देश हमारी प्रशंसा नहीं करना चाहते, लेकिन फिर भी वे यह कहने के लिए बाध्य होते हैं कि आने वाले समय में तेजी से बढऩे वाली अर्थव्यवस्था भारत है। आने वाले 25 साल तक अमृत काल में हमारी गति और तेज होनी चाहिए। दुनिया की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए अपने-आप को ऐसे बढ़ाना है कि जब हम देश की आजादी का शताब्दी वर्ष मनाएं, हम विकसित देश की श्रेणी में शामिल रहें। इसके लिए गांवों-किसानों को और मजबूत करना पड़ेगा।
समारोह में 635 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई, जिनमें 260 छात्राएं हैं। मत्सयिकी महाविद्यालय की छात्रा पूर्वा शरण को सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने पर विजिटर गोल्ड मैडल दिया गया। तिरहुत कृषि महाविद्यालय ढोली की रिंटो नंदी को स्नातकोत्तर परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हेतु चांसलर गोल्ड मैडल दिया गया। विभिन्न विषयों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पं. दीनदयाल उपाध्याय वानिकी महाविद्यालय पिपराकोठी की मनीषा भारद्वाज, कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय की निकिता, मानविकी महाविद्यालय की जयंती कुमारी व सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के के.एम. वीथी को गोल्ड मैडल दिया गया। कार्यक्रम में, वि.वि. द्वारा तैयार मशरूम समोसा रिलीज़ किया गया, जिसे हाल में पेटेंट मिला है। गन्ना के उन्नत प्रभेद व विभिन्न तकनीकी पुस्तकों का विमोचन किया गया। श्री तोमर ने कृषि विज्ञान केंद्र सुखेत (मधुबनी), नरकटियागंज (पश्चिम चंपारण), लाडा (समस्तीपुर), तुर्की (मुजफ्फरपुर) के प्रशासनिक भवन व किसान छात्रावास के साथ ही तिरंगा पार्क, केला अनुसंधान केंद्र गोरौल (वैशाली) के भवन एवं वि.वि. के विहंगम कृषि संग्रहालय का लोकार्पण किया। इस दौरान केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी, वैशाली की सांसद श्रीमती वीणा देवी, मुजफ्फरपुर के सांसद श्री अजय निषाद, समस्तीपुर के सांसद श्री प्रिंस राज, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक, कुलाधिपति श्री प्रफुल्ल मिश्रा, कुलपति डा. पी.एस. पांडेय भी मौजूद थे।
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