कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा समर्थ वेबिनार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2023

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा समर्थ वेबिनार


Agriculture-webinar
पटना, केंद्रीय बजट 2023-24 में घोषित कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक आधारभूत सुविधाओं के लिए एक कार्रवाई योग्य रोड मैप तैयार करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा "अनुसंधान और प्रौद्योगिकी आधारित समग्र हस्तक्षेपों के माध्यम से मिशन दृष्टिकोण में सतत् अनुप्रयोग" पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया । बैठक का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के भाषण से हुआ। उन्होंने कहा कि इस वर्ष इस बजट में कृषि के लिए सवा लाख करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन किया गया है। उन्होंने आह्वान किया कि ग्रामीण युवा आगे आएं और कृषि-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप में सक्रिय रूप से भाग लें। श्री नरेंद्र सिंह तोमर, माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय मंत्री और श्री पुरुषोत्तम रुपाला, माननीय केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के माननीय महानिदेशक डॉ हिमांशु पाठक और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के विभिन्न वैज्ञानिकों के साथ कृषि के अन्य हितधारक भी उपस्थित थे। कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर, एग्रीटेक स्टार्टअप के लिए एक्सेलेरेटर फंड, आत्मनिर्भर बागवानी स्‍वच्‍छ पौध कार्यक्रम , श्री अन्न के लिए भारतीय ग्लोबल हब बनाना, सहकार से समृद्धि,मूल्य श्रृंखला दक्षता को मजबूत करना और मत्स्य पालन क्षेत्र में बाजारों के विस्तार जैसे छह अलग-अलग विषयों पर चर्चा की गई। कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना पर विस्तार से चर्चा की गई जहां विभिन्न निजी कंपनियों को अपने सुझाव देने के लिए व्याख्यान हेतु आमंत्रित किया गया। AMNEX, ONDC, Pixel, NPCI, वाधवानी फाउंडेशन, डेटा एनालिटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, Shyadri Farms, UIDAI, MietY, Jio, Bayer औरAgribazar जैसे संगठनों ने कृषि के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की दिशा में अपने निम्नानुसार विचार और तरीके बताए:-

• डिजिटल किसान डाटा बेस बनाना |

• कृषि क्षेत्र में ई-कॉमर्स को बढ़ावा देना |

• यूनिवर्सल क्रेता और विक्रेता लॉजिस्टिक्स नेटवर्क |

• कृषि-विपणन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए डिजिटल भुगतान को आसान बनाना |

• कृषि क्षेत्रों के लिए हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजरी की शक्ति का उपयोग करना |

• कृषि-सलाहकारों के लिए एआई,एमएल, एपीआई, आईसीटी का व्यापक अनुप्रयोग |

• समुदाय के लाभ के लिए कृषि संबंधी आंकड़ों का खुला साझाकरण |


इस वेबिनार में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के सभी वैज्ञानिकगण उपस्थित थे। पटना से छह किसानों को चुना गया था और उन्हें इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास ने भाग लेने वाले किसानों को सम्मानित किया।

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