- -परिवार नियोजन, बाल विवाह व दहेज प्रथा पर विस्तृत चर्चा
- - ग्रामीण स्वच्छता समिति को सशक्त बनाने की अपील
मधुबनी, जिले के पारमेडिकल प्रशिक्षण संस्थान रामपट्टी मे कलुआही, खजौली एव आंध्राठाढी के सभी ग्राम पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधि मुखियागण का पंचायती राज विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं सेंटर फॉर कैटेलाईजिंग चेन्ज (सी-3) के संयुक्त तत्वावधान में सामाजिक एव स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे को लेकर एकदिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान उपस्थित 20 मुखिया गणों को त्रिस्तरिया पंचायती राज संरचना, महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे, सरकारी स्वास्थ्य संरचना, पोषण, परिवार नियोजन एव गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में ग्राम पंचायत की भूमिका, समाज मे किये जानेवाले लिंग आधारित भेदभाव एवं इसके रोकथाम को लेकर आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दिया गया। कार्यक्रम के दौरान सी-3 के विशेषज्ञ प्रकाश रंजन ने सभी प्रतिभागियों को क्षमता निर्माण एवं सामुदायिक जुड़ाव, विकसित एवं आदर्श ग्राम पंचायत बनाने मे ग्राम पंचायत विकास योजना की महती भूमिका पर प्रकाश डाला एवं सभी प्रतिभागियों को अपने क्षेत्रों मे उत्साह और लगन के साथ उपरोक्त मुद्दों पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के उद्घाटन मौके पर एसीएमओ डॉ. आर.के. सिंह, आरबीएसके के डॉ. मृत्युंजय कुमार, यूनीसेफ के एसएमसी प्रमोद कुमार झा, झंझारपुर के बीएचएम प्रियंका कुमारी एवं सी-3 के राज्य के वरिष्ठ कार्यक्रम पदाधिकारी प्रकाश रंजन, जिला समन्वयक रघुनाथ प्रसाद कुशवाहा, संजय कुमार महतो एवं प्रशिक्षक राकेश कुमार संजय कुमार थे। कार्यक्रम का उद्घाटन महिला मुखिया रामपरी के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
परिवार नियोजन, बाल विवाह व दहेज प्रथा पर विस्तृत चर्चा :
एसीएमओ डॉ. आर.के. सिंह ने उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में विस्तार से बताया। परिवार नियोजन के सभी साधनों के प्रयोग के बारे में भी समझाया व जनसंख्या नियंत्रण हेतु परिवार नियोजन संसाधनों का उपयोग करने हेतु लोगों को जागरूक किया। सभा में उपस्थित सभी लोगों के बीच बाल विवाह, दहेज प्रथा पर विस्तृत रूप से चर्चा की।
ग्रामीण स्वच्छता समिति को सशक्त बनाने की अपील :
सी-3 के विशेषज्ञ प्रकाश रंजन ने उपस्थित मुखिया को पंचायती राज व्यवस्था की संरचना और निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की भूमिका को बताया। प्रशिक्षण के दौरान 73वीं संविधान संशोधन, लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण और ग्रामीण स्वच्छता समिति को सशक्त बनाने की जरूरत, महिलाओं के जीवन चक्र में आने वाली विभिन्न स्वास्थ्य एवं सामाजिक समस्याएं और उनका निदान, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली वितरण और प्रत्येक चरणों में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवा गारंटी को समझना, परिवार नियोजन पर समझ, ग्राम पंचायत विकास योजना निर्माण के पर जानकारी इत्यादि विषयों पर चर्चा की गई। अभिमुखीकरण कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए आयोजकों द्वारा कई गतिविधियों का भी आयोजन किया गया।
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