यह केंद्र बिहारशरीफ के बिहारशरीफ के ब्रिलिएंट कान्वेंट स्कूल में उसका भी सेंटर पड़ गया। छात्राओं के लिए निर्धारित है। छात्र ने बताया कि उसने विज्ञान विषय से इंटर की परीक्षा का फार्म भरा था। अतिरिक्त विषय गणित लिया था। बुधवार को जब परीक्षा केंद्र पहुंचा तो वहां एक भी छात्र को न देख पहले ही घबराहट हुई। मुख्य गेट पर कई बार मेरा प्रवेश पत्र जांच कर मिलान किया, फिर परीक्षा भवन में भेज दिया। अंदर अचानक सिर दर्द हुआ और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। उसने कहा कि अब गणित में क्रास लग जाएगा तो आगे की परीक्षा देने का कोई मतलब नहीं। अब अगले साल ही इंटर की परीक्षा देगा। वैसे भी उसमें छात्राओं के बीच बैठकर परीक्षा देने का साहस नहीं है। जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद ने बताया कि छात्र ने ऑनलाइन फार्म भरने के समय में ही मेल की जगह फीमेल भर दिया होगा। इस कारण बोर्ड ने उसे छात्रा समझ उसका केंद्र यहां निर्धारित कर दिया। इसमें बोर्ड की गलती नहीं मानी जाएगी। ऑनलाइन भरे गए फॉर्म के अनुसार ही एग्जाम में बैठने की व्यवस्था की जाती है। अब उसका परीक्षा केंद्र नहीं बदला जा सकता। आपको बता दें 1 फरवरी से बिहार में हायर सेकेंडरी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गईं।राज्य में इसके लिए 1464 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस बार इंटर की परीक्षा में कुल 13 लाख 18 हजार 227 विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। इनमें 6 लाख 36 हजार 432 लड़कियां और 6 लाख 81 हजार 795 लड़के शामिल हैं। परीक्षा का आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कर रही है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की इंटर परीक्षा के पहले दिन 16 जिलों के 68 विद्यार्थी निष्कासित हुए। सबसे ज्यादा सीतामढ़ी और समस्तीपुर से 9-9 परीक्षार्थी निष्कासित हुए। सुपौल जिले से दो मुन्ना भाई भी पकड़े गए, वे दूसरे छात्र के बदले परीक्षा दे रहे थे। कई जिलें है जहां पर एक भी निष्कासन नहीं हुआ। गुरुवार को बिहार बोर्ड 12वीं फिजिक्स और अंग्रेजी का पेपर है। नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए प्रशासन ने कई इंतजाम किए हैं। कुछ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शुरू होने से पहले बवाल और झड़प की घटनाएं भी सामने आईं।लेकिन सुरक्षाबलों ने मामले को शांत कर दिया।
नालंदा। यह ऑनलाइन फार्म भरने की गलती है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की गलती है?यह तो जांच का विषय है।जो जांच के क्रम में देखा जा सकता है।इधर एक नहीं 499 लड़कियों को देखा तो ऐसा लगा...जिससे बेहोश होकर अस्पताल में भर्ती हो जाना पड़ा... नालंदा में बिहार बोर्ड 12वीं की परीक्षा के दौरान एक छात्र को 500 लड़कियों के बीच बैठा दिया गया। नतीजा देखिए- लड़का बेहोश हो गया।नर्वस होकर गिर गया। परीक्षार्थी मनीष शंकर को अस्पताल लाना पड़ा।मनीष की चाची का कहना है कि वह शुरू से ही शर्मिला है। इंटर एग्जाम में पहले दिन ही परीक्षार्थी मनीष शंकर अजीब उलझन में फंस गया। सिर्फ छात्राओं के लिए बने एग्जाम सेंटर शहर के बिहारशरीफ के बिहारशरीफ के ब्रिलिएंट कान्वेंट स्कूल में उसका भी सेंटर पड़ गया। यह छात्राओं के लिए निर्धारित है। उसका भी सेंटर पड़ गया। वह सेंटर के अंदर किसी तरह प्रवेश तो कर गया लेकिन कैंपस में 499 छात्राओं के बीच खुद को अकेला पाकर वह असहज हो गया। पहली पाली में ही परीक्षा हाल में छात्राओं के बीच खुद को घिरा देख उसकी तबीयत बिगडऩे लगी, गणित का प्रश्नपत्र सामने आया तो उसे हल करने के दौरान ही बेहोश होकर गिर पड़ा। स्कूल प्रशासन ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत स्थिर बताया गया।
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